श्रीगंगानगर।(सतवीर सिह मेहरा) भारत सरकार द्वारा लघु एंव सीमान्त कृषको को प्र्रत्यक्ष सम्बधी सहायता आय सुनिश्चित करने के लिये प्रधानमन्त्री सम्मान निधि योजना की शुरूआत रविवार को जिला परिषद के सभाहॉल में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम के साथ हुई। आयोजित कार्यक्रम में पीएम किसान योजना के लाभार्थी किसानों को जिला कलक्टर श्री शिवप्रसाद मदन नकाते, जिला प्रमुख श्रीमती प्रियंका श्योरान, एडीएम प्रशासन श्री नख्तदान बारहठ तथा एसडीएम श्री सौरभ स्वामी ने माला पहनाकर सम्मान किया गया।
इस अवसर पर जिला प्रमुख श्रीमती प्रियंका श्योरान ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान योजना से जिले के अनेकों किसानों को लाभ मिलेगा। उन्होंने इस योजना के लिये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि किसान जागरूक होकर इस योजना का लाभ ले। वही पर पटवारी ग्रामीणों को इस योजना के बारे में बताये तथा अधिक से अधिक किसानों का पंजीकरण करवाने में सहयोग करें। इस योजना में 2 हैक्टेयर तक कृषि भूमि वाले किसान को प्रतिवर्ष 6 हजार रूपयें की राशि किश्तों में बैंक खाते के माध्यम से दी जाएगी।
जिला कलक्टर श्री शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि जिले के किसान पीएम किसान योजना का लाभ लेने के लिए अपने नजदीक के ई-मित्रा पर जाकर आवेदन करे। किसान को बैंक पास बुक की फोटोप्रति, आधार व मोबाइल नम्बर देना होगा। उन्होने बताया कि एक फरवरी 2019 को जमा बंदी में जिन-जिन खातेदारों के नाम है, वे नोसनल शेयर के आधार पर योजना का लाभ लेने के पात्रा होंगे।
जिला कलक्टर श्री नकाते ने बताया कि किसान को सम्बधित ईमित्र पर अपने आधार के जरिये डीओआईटी द्वारा तैयार किया गया लघु सीमान्त कृषक सेवा पोर्टल पर आवेदन करना होगा। राजस्व पटवारी अपने राजस्व रिकार्ड से भूमि का प्रमाणीकरण कर इसकी आनलाईन, ऑफलाईन प्रविष्टि करेंगे। पटवारी द्वारा प्रमाणीकरण के बाद तहसीलदार ग्रामवार सूचियो को अपलोड करेंगे। इसकी जानकारी एसएमएस के माध्यम से किसान को प्राप्त होगी। उन्होने ने बताया कि लघु सीमान्त पात्र किसान आवश्यक रूप से ई-मित्रा पर जाकर आवेदन करें। आवेदन के पश्चात प्रमाणीकरण के साथ किसानो का डाटा पीएम किसान पोर्टल पर अपलोड किया जा सकेगा।
एसडीएम श्री सौरभ स्वामी ने बताया कि लघु एवं सीमान्त कृषक को ही योजना का लाभ देय होगा। ई-मित्र केन्द्र आनलाईन आवेदन पत्रा पूर्ण करने एंव आधार आधारित प्रमाणीकरण एंव उसका प्रिन्ट देने के लिये 25 रूपये शुल्क निर्धारित किया गया है जो कि काश्तकार स्वयं भुगतान करेगा। कृषक के द्वारा प्रस्तुत आनलाईन आवेदन के विवरण की जांच पटवारी अपने भू अभिलेखो से मिलान कर सकेगा। यदि वह विवरण सही पाया जाता है, तो उस रिकार्ड को ऑनलाईन, ऑफलाईन ही प्रमाणित करेंगा। जिसकी सूचना सम्बधित आवेदनकर्ता को उसके पंजीकृत मोबाईल नम्बर पर दी जावेगी।
जिला स्तरीय कार्यक्रम में 3एम के किसान श्री सुख दर्शन सिंह पुत्र जगदीश सिंह, 1डी बडी के चरण लाल, 1सीसी निवासी बूटा सिंह तथा 25 एमएल निवासी किसान राजेन्द्र कुमार को इस योजना का लाभ मिलने पर उनका माला पहनाकर सम्मान किया गया।
आयोजित कार्यक्रम में केन्द्रीय सहकारी बैंक के प्रबन्ध निदेशक श्री दीपक कुक्कड, आत्मा के परियोजना निदेशक श्री जी.आर.मटोरिया, डीओआईटी के एसीपी श्री राहूल छिंपा, कृषि अनुसंधान अधिकारी डॉ. मिलिन्द सिंह, सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व किसान उपस्थित थे।
0 टिप्पणियाँ
इस खबर को लेकर अपनी क्या प्रतिक्रिया हैं खुल कर लिखे ताकि पाठको को कुछ संदेश जाए । कृपया अपने शब्दों की गरिमा भी बनाये रखे ।
कमेंट करे