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पात्र किसानों को मिलेगा ऋण माफी का लाभः- प्रभारी मंत्री

  • आमजन की होगी सुनवाईः- संभागीय आयुक्त
  • छोटे किसानों के लिये लाभकारी है ऋण माफी योजनाः- श्री गुरमीत सिंह कुन्नर
  • गांव 16 व 17 एच में 168 किसानों का 1.18 करोड़ रूपये की 

श्रीगंगानगर। शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि राजस्थान कृषि ऋण माफी योजना 2019 का लाभ पात्र किसानों को मिलेगा। वर्तमान सरकार ने जिन किसानों के दो लाख रूपये तक ऋण माफ की घोषणा की थी, उसकी पालना सुनिश्चित की जा रही है। इसी संदर्भ में आज राजस्थान में ऋण माफी शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
शिक्षा राज्यमंत्री एंव जिले के प्रभारी मंत्री गुरूवार को श्रीगंगानगर जिले के गांव 16 व 17 एच में आयोजित कृषक ऋण माफी योजना की शुरूआत के अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि श्रीगंगानगर जिले के पांच गांवों में शिविर लगेगें, जिनमें दो लाख तक की राशि के ऋण माफ किये जायेगें। उन्होंने कहा कि बैंकों द्वारा जो ऋण माफ किया जा रहा है, उस धनराशि की व्यवस्था भी की जायेगी तथा जिन किसानों का ऋण माफ किया गया है, उन्हें पुनः ऋण देने की व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने कहा कि किसान देश की रीड की हड्डी है, अगर किसान खुशहाल होगा तो हमारा राष्ट्र भी खुशहाल होगा। सरकार की मंशा है कि किसान को संबल प्रदान किया जाये। राजस्थान में लगभग 18 हजार करोड़ रूपये की राशि के ऋण माफ करने की योजना है।
ऋण माफी के लिये मुख्यमंत्रा श्री अशोक गहलोत ने सत्ता संभालने के साथ ही यह घोषणा कर दी थी कि दो लाख रूपये की राशि के ऋण माफ किये जायेगें और उसी की अनुपालना में आज शिविरों का संचालन कर ऋण माफी प्रमाण पत्र दिये जा रहे है।

संभागीय आयुक्त श्री हनुमान सहाय मीणा ने कहा कि ऋण माफी से छोटे किसानों को लाभ मिलेगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि सरकार की मंशा के अनुरूप आमजन की समस्याओं को सुना जायेगा तथा उन्हें राहत प्रदान की जायेगी।
पूर्व राज्यमंत्री श्री एवं करणपुर विधायक श्री गुरमीत सिंह कुन्नर ने कहा कि दो लाख रूपये तक की कर्ज माफी छोटे किसानों के लिये लाभकारी सिद्ध होगी। सरकार की मंशा गरीब एवं दबे कुचले किसान को उपर उठाने का प्रयास है। प्रत्येक पात्र किसान को इस योजना का लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बिना किसी भेदभाव के पात्र किसानों की ऋण माफी की जाये। उन्होंने कहा कि ऋण माफी के लिये सरल प्रक्रिया अपनायी जाये, क्योंकि देहात में निवास करने वाले नागरिक ऑनलाईन प्रक्रिया को भली प्रकार से नही समझते है। ऐसे किसानों की अधिकारी मद्द करें।
किसानों की मद्द के लिये हैल्प डेस्क हो प्रारम्भः- जिला कलक्टर
जिला कलक्टर श्री शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि जिले में ऋण माफी का यह पहला शिविर है। उन्होंने इस शिविर में ऋण माफी का लाभ लेने वाले किसानों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि राजस्थान कृषक ऋण माफी योजना 2019 में एक निर्धारित प्रक्रिया को अपनाया गया है, जो बहुत ही सरल है। उन्होंने कहा कि किसान के मजबूत होने से अर्थव्यवस्था मजबूत होती है, जिससे राष्ट्र को संबल मिलता है। उन्होंने कहा कि किसान भाई राज्य सरकार की इस योजना का लाभ लें। जिला कलक्टर ने सहकारी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि किसानों की सुविधा के लिये जिला स्तर पर हैल्प डेस्क की स्थापना की जा सकती है, जिससे किसी किसान को किसी प्रकार की समस्या हो तो वह हैल्प डेस्क से मद्द ले सकता है।
केन्द्रीय सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक श्री दीपक कुमार कुक्कड़ ने बताया कि कृषक ऋण माफी योजना के प्रथम चरण में हर जिले में पांच-पांच कैम्प आयोजित किये जा रहे है। 30 नवम्बर 2018 को जिन किसानों की बकाया राशि है, उसे माफ किया जायेगा। इसके लिये एक पोर्टल की स्थापना की गई है। पोर्टल पर राशि दर्ज होने के बाद संबंधित किसान के पास एसएमएस जायेगा तथा उसे एक प्रपत्र भरकर ई-मित्रा के माध्यम से अपलोड करना होगा। उन्होंने बताया कि गांव 16 व 17 एच में 168 किसानों का 1.18 करोड़ रूपये की राशि माफ होगी।
जिले के गांव 16 व 17 एच के मिनी बैंक में आयोजित शिविर में प्रभारी मंत्री द्वारा महिला कृषक श्रीमती गुरमीत कौर पत्नी बलजीत सिंह को 88 हजार रूपये की ऋण माफी का प्रमाण पत्र देकर योजना की शुरूआत की। इस अवसर पर 20 किसानों को ऋण माफी  प्रमाण पत्र दिये गये। शेष किसानों को सहाकारी बैंक द्वारा ऋण माफी के प्रमाण पत्र दिये जायेगें।
आयोजित कार्यक्रम में सादुलशहर विधानसभा के पूर्व विधायक श्री संतोष सहारण, सहाकारी समिति के अध्यक्ष श्री सुखदेव सिंह, एसडीएम श्रीमती रिना छिम्पा सहित विभिन्न सहाकारी समितियों के पदाधिकारी व किसान उपस्थित थे। 

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