Sunday, 24 March 2019

Home
Politics
Rajasthan
Rajasthan News
sriganganagar
TRENDING NOW
राहुल गांधी के दौरे के कारण नहीं रोकी है सूची,26 मार्च को राहुल गांधी राजस्थान में करेंगे चुनावी शंखनाद
राहुल गांधी के दौरे के कारण नहीं रोकी है सूची,26 मार्च को राहुल गांधी राजस्थान में करेंगे चुनावी शंखनाद
श्रीगंगानगर। जिले के प्रभारी मंत्री एवं शिक्षा राज्यमंत्री गोविन्दसिंह डोटासरा ने कहा है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के 26 मार्च के चुनावी दौरे को देखते हुए राजस्थान के लोकसभा उम्मीदवारों की सूची को नहीं रोका गया है। श्रीगंगानगर में शनिवार को जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय मोती पैलेस में मीडिया से बातचीत में एक सवाल के जवाब में गोविन्दसिंह डोटासरा ने कहा कि उम्मीदवार के चयन की एक प्रक्रिया निर्धारित है। प्रक्रिया के तहत केन्द्रीय छानबीन समिति द्वारा अपने समक्ष लाये गये नामों पर विचार विमर्श और चर्चा की जा रही है। राहुल गांधी के 26 मार्च के दौरे के मद्देनजर सूची को रोका नहीं गया है। जैसे ही उम्मीदवारों के नाम फाइनल होंगे, सूची जारी हो जायेगी।
डोटासरा ने कहा कि उम्मीदवारों की घोषणा करने में कांग्रेस, भाजपा से आगे रही है। यह जरूरी नहीं है कि राजस्थान में भाजपा ने पहले सूची जारी कर दी और कांग्रेस को भी सूची जारी कर देनी चाहिए। उन्होंने सवाल के जवाब में कहा कि सूची को रोकना राहुल गांधी के दौरे के साथ उसे नहीं जोड़ा जाना चाहिए। यह बेमानी है कि राहुल गांधी के दौरे से पहले सूची जारी कर लिये जाने पर पार्टी में विरोध अथवा बगावत होती। एक-एक उम्मीदार के चयन के लिए केन्द्रीय छानबीन समिति पूरा मंथन कर रही है। जल्दी ही सूची जारी होगी।
उन्होंने कहा कि 26 मार्च को राहुल गांधी राजस्थान में चुनावी शंखनाद करेंगे। इस दिन राहुल गांधी की तीन सभाएं हैं, जिसमें वे मोदी सरकार से पांच वर्ष का लेखा-जोखा मांगेंगे और राफेल डील सहित विभिन्न मांगों के खुलासे करेंगे। इसी दिन श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ कस्बे में होने वाली राहुल गांधी की रैली में लाखों की संख्या में लोगों की भीड आने का दावा करते हुए गोविन्दसिंह डोटासरा ने कहा कि इस रैली की तैयारियां जोर-शोर से की जा रही है। श्रीगंगानगर लोकसभा क्षेत्र में पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की ड्यूटियां लगा दी गई हैं। कल रविवार से वे तीन दिन तक श्रीगंगानगर जिले में ही रहेंगे। कल वे सूरतगढ़ जायेंगे और व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे। श्रीगंगानगर लोकसभा क्षेत्र में उम्मीदवार चयन से पहले उठ रहे दो मुद्दों पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि कहीं कोई मुद्दा नहीं है। कांग्रेस में इस बार दो मुद्दे उठ रहे हैं। पहला गैर मेघवाल को टिकट दिया जाये और दूसरा हनुमानगढ़ जिले की बजाय श्रीगंगानगर जिले के किसी नेता को उम्मीदवार बनाया जाये।
इस पर श्री डोटासरा ने कहा कि ऐसे कोई मुद्दे नहीं उठा रहा। टिकट का फैसला राहुल गांधी ही करेंंगे। कल शुक्रवार को श्रीगंगानगर में कांग्रेस नेताओं के एक वर्ग द्वारा प्रेस वार्ता आयोजित कर श्रीगंगानगर जिले के नेता को टिकट दिये जाने की मांग हाईकमान से की गई थी। इस पर डोटासरा ने कहा कि पार्टी में हर किसी को अपना सुझाव देने और आग्रह करने का अधिकार है। इसे अनुशासन भंग करना नहीं समझा जाना चाहिए। इससे पूर्व गोविन्दसिंह डोटासरा ने मोती पैलेस में पूरे लोकसभा क्षेत्र से आये पदाधिकारियों को सम्बोधित किया। राहुल गांधी की रैली के लिए अधिक से अधिक लोगों को लेकर आने का आह्वान किया।
बैठक में विधायक जगदीश जांगिड़, गुरमीत सिंह कुन्नर, पूर्व विधायक गंगाजल मील, विनोद गोठवाल, हनुमानगढ़ जिलाध्यक्ष केसी बिश्रोई, पूर्व विधायक दौलतराज, पूर्व विधायक सोनादेवी बावरी, श्रीगंगानगर जिले के सहप्रभारी मनीष धारणिया, पूर्व विधायक सुरेश चौधरी, नोहर विधायक अमित चाचाण, वरिष्ठ नेत्री शबनम गोदारा, अशोक चाण्डक आदि ने सम्बोधित किया। मंच पर पूर्व सांसद शंकर पन्नू, हनुमानगढ़ के पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र दादरी सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। कांग्रेस टिकट के प्रबल दावेदार मा. भरतराम मेघवाल बैठक खत्म होने के बाद पहुंचे। अन्य दावेदारों मेें विनोद गोठवाल, ललित मेहरा आदि उपस्थित रहे।
Tags
# Politics
# Rajasthan
# Rajasthan News
# sriganganagar
# TRENDING NOW
Share This
About Report Exclusive
TRENDING NOW
लेबल:
Politics,
Rajasthan,
Rajasthan News,
sriganganagar,
TRENDING NOW
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
आपके सुझाव आमंत्रित
क्या कॉरपोरेट घरानों द्वारा चलाए जा रहे या पारिवारिक विरासत बन चुके मीडिया संस्थानों के बीच किसी ऐसे संस्थान की कल्पना की जा सकती है जहां सिर्फ पत्रकार और पाठक को महत्व दिया जाए? कोई ऐसा अखबार, टेलीविजन चैनल या मीडिया वेबसाइट जहां संपादक पत्रकारों की नियुक्ति, खबरों की कवरेज जैसे फैसले संस्थान और पत्रकारिता के हित को ध्यान में रखकर ले, न कि संस्थान मालिक या किसी नेता या विज्ञापनदाता को ध्यान में रखकर. किसी भी लोकतंत्र में जनता मीडिया से इतनी उम्मीद तो करती ही है पर भारत जैसे विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में मीडिया के वर्तमान माहौल में संपादकों को ये आजादी बमुश्किल मिलती है. वक्त के साथ-साथ पत्रकारिता का स्तर नीचे जा रहा है, स्थितियां और खराब होती जा रही हैं. अब हम निष्पक्ष व् स्वतंत्र रूप से जुड़ने का काम करने का प्रयास कर रहे हैं.
No comments:
Post a comment
इस खबर को लेकर अपनी क्या प्रतिक्रिया हैं खुल कर लिखे ताकि पाठको को कुछ संदेश जाए । कृपया अपने शब्दों की गरिमा भी बनाये रखे ।
कमेंट करे