श्रीगंगानगर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ जिलों में चना-सरसों की सरकारी खरीद के सम्बंध में आज जिले के सूरतगढ़ कस्बे में आयोजित राहुल गांधी की चुनावी रैली में की गई घोषणा को किसानों ने जुमला करार दिया है। किसान संगठन अपनी पूर्ववत घोषणा पर अडिग़ हैं। किसानों द्वारा कल बुधवार को श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय पर पड़ाव डाला जायेगा। किसान संगठन मांग कर रहे हैं कि जिस प्रकार भाजपा सरकार के समय इन दोनों जिलों में चना-सरसों की खरीद के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी, उसे अब भी जारी रखा जाये। इसके विपरीत प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने खरीद व्यवस्था में कई अड़ंगे लगा दिये हैं, जिससे किसान आंदोलन करने पर उतरे हुए हैं। विगत शनिवार को जिले के प्रभारी मंत्री और प्रदेश के शिक्षा राज्यमंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा को किसानों ने श्रीगंगानगर में सडक़ पर ही घेर लिया था। डोटासरा ने तब आश्वस्त किया था कि सरकार इस पर जल्दी निर्णय करेगी।
आज सूरतगढ़ में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की चुनावी रैली में मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि इन दोनों जिलों में एक किसान का अधिकतम 25 क्विंटल चना या सरसों की बजाय 40 क्विंटल की खरीद की जायेगी। इससे किसानों को राहत मिलेगी, लेकिन श्री गहलोत ने इस घोषणा को विस्तृत रूप से स्पष्ट नहीं किया। इस पर गंगानगर किसान समिति (जीकेएस) के प्रवक्ता संतवीर सिंह मोहनपुरा ने इसे महज जुमला करार देते हुए कहा कि सरकारी खरीद में मौजूदा सरकार द्वारा लगाये गये अड़ंगों को हटाये जाने सम्बंधी मुख्यमंत्री ने कुछ भी नहीं कहा है।
सरकार ने सरकारी खरीद के लिए ठेकानामा, गिरदावरी और एक भामाशाह कार्ड को एक यूनिट मानने के अड़ंगे लगा दिये हैं, जोकि पिछले वर्ष भाजपा शासनकाल के समय नहीं थे। जब तक यह अड़ंगे नहीं हटाये जाते, तब तक किसान आंदोलन पर डटे रहेंगे। पूर्व घोषणा के अनुसार कल बुधवार को जिला कलक्ट्रेट पर पड़ाव डाला जायेगा। अधिक से अधिक संख्या में किसानों से पड़ाव में शामिल होने के लिए गंगानगर किसान समिति, अखिल भारतीय किसान सभा, किसान संघर्ष समिति और ऐटा-सिंगरासर नहर निर्माण संघर्ष समिति के पदाधिकारियों की टोलियां गांव-गांव घूम रही हैं। गांव में नुक्कड़ सभाएं की जा रही हैं। प्रवक्ता संतवीर सिंह मोहनपुरा ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार से इलाके के किसान कुछ ज्यादा नहीं मांग रहे। मांग इतनी ही है कि जो खरीद व्यवस्था पिछले वर्ष थी, उसे इस वर्ष भी जारी रखा जाये।
श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों में प्रदेश के अन्य जिलों की तुलना में फसलों का उत्पादन अधिक होता है। इसलिए यहां सरकारी खरीद भी उसी के अनुपात में होनी चाहिए। प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश सरकार चना का प्रति बीघा उत्पादन तीन क्विंटल 85 किलो औसतन मानता है, जबकि पिछले वर्ष श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ जिलों में प्रति बीघा चना का उत्पादन पांच क्विंटल 20 किलो तक हुआ है। इसी तरह सरसों का उत्पादन भी दूसरे जिलों की तुलना में ज्यादा है।
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