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स्वतंत्र, निष्पक्ष व भयमुक्त वातावरण में हो चुनावः- जिला निर्वाचन अधिकारी


निर्बाध रूप से चुनाव हो इसके लिये प्रशिक्षण एक अह्म कड़ी

श्रीगंगानगर। जिला कलक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि लोकसभा आम चुनाव 2019 स्वतंत्र, निष्पक्ष व भयमुक्त वातावरण में निर्बाध रूप से सम्पन्न करवाने के लिये प्रशिक्षण कार्य एक अह्म कड़ी है। जितना अच्छा प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे, चुनाव कार्य उतना ही सफलतापूर्वक सम्पन्न होगा।
    जिला कलक्टर मंगलवार को एमडी बीएड महाविधालय एवं डीएवी शिक्षण संस्थान में पीठासीन अधिकारियों व मतदान अधिकारी प्रथम के प्रथम प्रशिक्षण के अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि चुनाव कार्य करवाने की महत्वपूर्ण कड़ी पीठासीन अधिकारी व मतदान अधिकारी है। बाकि अन्य अधिकारी आपके सहयोग के लिये है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में मतदान करवाने वाले कार्मिकों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है, फिर भी कही कमी हो, तो उसे नजर अंदाज करते हुए अपना पूरा ध्यान सफलतापूर्वक चुनाव करवाने पर केन्द्रित रखेंगे।
   
श्री नकाते ने कहा कि आज हम लोग लोकतांत्रिक व्यवस्था के कारण यहां है तथा जिन अधिकारियों को मतदान करवाने का उतरदायित्व मिला है। यह भी एक लोकतांत्रिक व्यवस्था का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि हमारा देश दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। चुनाव जैसे महत्वपूर्ण कार्य का जिम्मा मिलना भी सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान पूरी तरह से ईवीएम संचालन में पारंगत होना है। किसी भी प्रकार की छोटी से छोटी शंका को प्रशिक्षण स्थल पर ही दूर करके जाना है।
    उन्होंने कहा कि इस बार एक वाहन में अधिकतम 6 मतदान दलों को भेजा जायेगा। मतदान दल सीधे अपने निर्धारित मतदान केन्द्र पर पहुंचेंगे। चुनाव पार्टी का कोई भी कार्मिक अपने परिचित के नही जायेंगे। ईवीएम व चुनाव सामग्री को अकेले में नही छोडे़गे। वीवीपेट को धूप में नही रखना है। मतदान केन्द्र पर पहुंचने के बाद मतदान केन्द्र की स्थापना का कार्य किया जाना है। मतदान दिवस के दिन आयोग द्वारा निर्धारित समय से एक घंटा पूर्व मोकपोल की प्रक्रिया की जानी है। उम्मीदवारों के ऐजेंटो की उपस्थिति में कम से कम 50 मोकपोल किया जाना है। सभी ऐजेंटों को बराबर-बराबर मोकपोल करने दें। ऐजेंटो को अधिकतम 15 मिनट तक इंतजार करना है। मोकपोल के साथ ही सीआरसी की प्रक्रिया पूर्ण कर वीवीपेट की पर्चियों को निर्धारित लिफाफे में सील करना है।
    जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि सभी चुनाव से संबंधित कार्य निर्धारित समय पर पूरा करते जायेंगे तो असुविधा नही होगी। किसी भी कार्य को हडबडाहट में नही करना है। आपके सहयोग के लिये जो सैक्टर ऑफिसर व अन्य अधिकारी लगाये गये है, उनसे सहयोग लिया जा सकता है।
ईवीएम व वीवीपेट प्रशिक्षण ले रहे कार्मिकों से पूछे सवाल
जिला निर्वाचन अधिकारी श्री नकाते ने प्रशिक्षण स्थल पर पीठासीन अधिकारी व मतदान अधिकारी प्रथम से ईवीएम व वीवीपेट से संबंधित कई सवाल पूछे। उन्होंने पूछा कि कम से कम कितने वोट मोकपोल में किये जाने है। सीआरसी का अर्थ क्या है। मोकपोल के बाद वीवीपेट की पर्चियां कहा रखी जायेगी। मोकपोल का समय क्या होगा इत्यादि जानकारी प्रशिक्षार्थियों से ली। अधिकांश कार्मिकों ने सही-सही जवाब दिये।

क्या मतदाता पर्ची से मतदान करने दोगे
जिला निर्वाचन अधिकारी श्री नकाते ने सैद्धांतिक प्रशिक्षण ले रहे मतदान दलों से पूछा कि अगर कोई मतदाता वोटर स्लिप लेकर मतदान करने पहुंचता है, तो क्या मतदान करने दिया जायेगा। प्रशिक्षार्णियों ने उतर दिया नही। श्री नकाते ने बताया कि इस लोकसभा चुनाव में मतदाता पर्ची केवल सूचना के लिये है। इस पर्ची से मतदान नही कर सकेंगे। मतदाता को अपना मतदाता पहचान पत्रा के अलावा आयोग द्वारा निर्धारित 11 मान्य दस्तावेजों में से कोई एक दिखाकर मतदान किया जा सकता है।
वीवीपेट की पर्ची को गलत बताने पर जुर्माना व एक साल की सजा
प्रशिक्षण में बताया गया कि कोई मतदाता यह कह दे कि मैनें जिस उम्मीदवार को वोट दिया था, उसका नाम, चुनाव चिन्ह वीवीपेट की पर्ची में प्रदर्शित नही हुआ तो सर्वप्रथम मतदाता को बताया जायेगा कि आपकी जानकारी गलत पाये जाने पर 500 रूपये का जुर्माना तथा एक साल की सजा का प्रावधान है। इसके बाद भी मतदाता नही मानता है, तो आयोग के नियम व निर्देशानुसार कार्यवाही की जायेगी।
प्रशिक्षण में टेण्डर वोट की प्रक्रिया के बारे में बताया गया। जिला कलक्टर ने कार्मिकों से सीधा संवाद करते हुए प्रशिक्षण से संबंधित सवाल पूछे, वही पर स्वयं ने बहुत सी महत्वपूर्ण व बारीकियां बताई। उन्होंने कहा कि कई बार छोटी-छोटी चीजें मतदान को बाधित कर देती है। ईवीएम व वीवीपेट की वायर अगर खुले फर्श पर पडी होगी तो आने वाले मतदाताओं के पैर में लगने से वायर निकल सकती है, टूट सकती है इसलिये मतदान शुरू होने से पहले ही वायर को सुरक्षित रखें। उन्होंने बताया कि मतदान दलों को रवानगी के बाद मतदान सामग्री जमा कराने में किसी तरह की परेशानी न हो, इस बात का भी ध्यान रखा जायेगा।
     इस अवसर पर एडीएम प्रशासन श्री ओ.पी.जैन, एडीएम सर्तकता श्री राजवीर सिंह, मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सौरभ स्वामी, एसीईओ सुश्री हरितिमा, राजस्व अपील अधिकारी डॉ. राकेश शर्मा, एसडीएम श्री मुकेश बारहठ, एसडीएम सादुलशहर श्री यशपाल आहूजा, एसडीएम करणपुर श्रीमती रिना छिम्पा सहित विधानसभा स्तरीय मास्टर ट्रेनर, जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर उपस्थित थे। 

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