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युवाओं को स्वरोजगार के लिए बैंकर्स मददगार बने


श्रीगंगानगर। जिला कलक्टर श्री शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि युवाओं को स्वरोजगार के लिए बैंको को दिए गए लक्ष्य की पूर्ति वित्तीय वर्ष के अन्तिम तिमाही में न की जाकर प्रतिमाह के हिसाब से लक्ष्यों का निर्धारण कर युवाओं को वित्तीय सहयोग दिया जाए। 
जिला कलक्टर बुधवार को जिला परिषद सभा हॉल में आयोजित जिला स्तरीय बैंक समीक्षा समिति की बैठक में आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होने कहा कि बैंकर्स द्वारा जो प्रार्थना पत्रा अस्वीकार किया जाता है, उसका आधार बताना होगा। उन्होने कहा कि जिन युवाओं ने विभिन्न ट्रेड में प्रशिक्षण लेकर दक्षता प्राप्त कर ली है, ऐसे युवाओं को पैरो पर खडा करने के लिए बैंको को आगे आकर वित्तीय संसाधन उपलब्ध करवाने चाहिए। उन्होने कहा कि आज का युवा अपना कार्य कर स्वरोजगार हासिल करना चाहता है, ऐसे युवा बैंको की धनराशि समय पर लौटाने की इच्छा शक्ति भी रखते है। 
उन्होने कहा कि स्थानीय निकाय में स्क्रीनिंग कमेटी को सक्रिय किया जाए। इस समिति में दो कार्मिक व दो ही बैंक के कार्मिक होते है। यह समिति रोजगार की इच्छा रखने वाले युवाओं को चिन्हित कर बैंको से जोडती है। समिति द्वारा स्क्रीनिंग के पश्चात बैंकर्स का समय बचेगा तथा जरूरतमंद युवा बैंको से जुडेंगे। जिला कलक्टर ने भामाशाह रोजगार सृजन योजना, ग्रामीण व शहरी पोप, विशेषयोग्यजन स्वरोजगार योजना, स्वयं सहायता समूह सहित सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। 
क्षेत्रा की मांग के अनुसार प्रशिक्षण दे
जिला कलक्टर श्री नकाते ने कहा कि आरएसएलडीसी तथा रूटसेटी द्वारा विभिन्न ट्रेड में युवाओं को प्रशिक्षण देकर, उन्हे प्रशिक्षित किया जाता है। बैंकर्स ऐसे प्रशिक्षित युवाओं को स्वरोजगार के लिए मददगार बने। प्रशिक्षित युवाओं को प्राथमिकता के आधार पर वित्तीय संसाधन उपलब्ध करवाने चाहिए। उन्होने कहा कि इस क्षेत्रा में पशुपालन, डेयरी, फूड प्रोसेसिंग, बिजली के कार्य, एसी एवं रेफ्रीजेरेटर जैसे ट्रेड में प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की जाए। इस क्षेत्रा में एग्रोवेस्ड प्रशिक्षण की ज्यादा आवश्यकता है। उन्होने कहा कि आरएसएलडीसी व आरसेटी एक दूसरे के ट्रेड के बारे में सूचियों का आदान-प्रदान करे। जिस युवा को जैसा प्रशिक्षण चाहिए, उसे एक दूसरे के पास भेजकर युवा की मदद कर सकते है। 
जिला कलक्टर ने प्रशिक्षण देने वाली संस्थाओं को निर्देश दिए कि युवा को प्रशिक्षण के पश्चात प्लेसमेंट की शत प्रतिशत व्यवस्था करे तथा युवा ने अब तक कहा कार्य किया, वर्तमान में कहा कार्य कर रहे की ट्रेकिंग व्यवस्था होनी चाहिए, जिससे प्लेसमेंट के प्रतिशत का सही निर्धारण हो सकेगा। बैठक में आरएसआरएलडीसी तथा ओबीसी ग्राम्यस्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा प्रशिक्षण लेकर स्वरोजगार प्राप्त कर रहे, युवक-युवतियों ने अपने-अपने अनुभव बताए तथा बताया कि वर्तमान में स्वयं के कार्य से अच्छा जीविकोर्पाजन किया जा रहा है। जिला कलक्टर श्री नकाते ने युवाओं को शुभकातनाऐं दी। नव प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को प्लेसमेंट से संबंधित पत्रा प्रदान किये गये। 
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सौरभ स्वामी, आरबीआई के सहायक महाप्रबन्धक श्री उमेश शर्मा, नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक श्री चन्द्रेश कुमार शर्मा, ओबीसी के सहायक महाप्रबन्धक श्री नारायण शर्मा, प्रादेशिक प्रबन्धक श्री एसवी सिंह, एलडीएम श्री पी.एस. ग्रोवर, राजीविका से श्री चन्द्रशेखर, आरएसएलडीसी की जिला प्रबन्धक शिखा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व बैंकर्स उपस्थित थे। 

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