Advertisement

Advertisement

नहरों में गंदा पानी, पेयजल, विद्युत सहित विभिन्न विभागों से संबंधित समस्याओं पर हुई चर्चा

जिला परिषद की साधारण सभा की हुई बैठक 

श्रीगंगानगर, । जिला प्रमुख श्रीमती प्रियंका श्योरान ने कहा कि जिले के सर्वांगीण विकास के लिये सभी को मिलजुल कर कार्य करना होगा। आमजन के कल्याण के लिये संचालित योजनाओं का लाभ पात्रा व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए। 
जिला प्रमुख श्रीमती श्योरान शुक्रवार को जिला परिषद सभाहॉल में आयोजित साधारण सभा की बैठक में बोल रही थी। उन्होंने कहा कि गत बैठकों में सदस्यों द्वारा जो समस्याएं उठाई गई थी, उन पर क्या कार्यवाही हुई, के बारे में सदस्यों को अवगत करवाया जाये। उन्होंने कहा कि जिले में मुख्य समस्या शुद्ध पानी की है, इसको लेकर सभी को प्रयास करने होंगे। 
करणपुर विधायक व पूर्व राज्यमंत्रा श्री गुरमीत सिंह कुन्नर ने कहा कि जिले में बिजली, पानी, सड़क, चिकित्सा एवं खाद बीज से संबंधित समस्याओं को बैठक में गंभीरता के साथ रखना चाहिए। इस बैठक में जो मुद्दे आयेगें, उनमें से राज्य स्तर तक भी उठाये जायेगें। जिससे जनता को लाभ मिलें। श्री कुन्नर ने कहा कि डेम में प्राप्त जल राष्ट्रीय सम्पति है। हमारे क्षेत्रा को इस प्रकार से शुद्ध पानी मिलें, इसके लिये केन्द्र सरकार, पंजाब व राजस्थान सरकार को मिलकर इस समस्या का हल करना होगा। उन्होंने कहा कि नहरों में आ रहे गंदे पानी की समस्या को माननीय मुख्यमंत्रा के भी ध्यान में लाया गया। श्री कुन्नर ने कहा कि जिला परिषद की बैठक में किसी भी प्रकार की समस्या को शालीनता के साथ उठाना चाहिए। 
गंगानगर विधायक श्री राजकुमार गौड ने कहा कि नहरों में आ रहे गंदे पानी के संबंध में राजस्थान के माननीय मुख्यमंत्रा को पंजाब के मुख्यमंत्रा से बात करनी होगी। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग इस कार्य को प्राथमिकता से लेवें। उच्च अधिकारियों को पंजाब जाकर स्थिति देखनी चाहिए तथा नहरों के मरम्मत व पानी पाकिस्तान की तरफ न जाये, इसके लिये डीपीआर बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि विभाग एक ड्राफ्ट तैयार कर देवें, जिसे राज्य सरकार के समक्ष रखा जायेगा। श्री गौड ने कहा कि यह अंतरराजीय मामला है। इसे प्राथमिकता से लिया जायेगा। उन्होंने जिले में मेडिकल कॉलेज निर्माण को लेकर भी अपनी मंशा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि किसी समस्या का हल नही होने तक उसका पीछा करेगें। सभी जनप्रतिनिधियों को मिलजुलकर काम करना होगा। उन्होंने गंदे पानी, गंगनहर को ठीक करने, बेसहारा पशु, गौशालाएं इत्यादि समस्याओं पर अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि लोकतंत्रा की जड़ जिला परिषद है। यहां से अच्छे प्रस्ताव तैयार होगें, तो निश्चित ही उसका फायदा आमजन को मिलेगा। 
सादुलशहर विधायक श्री जगदीश जांगिड़ ने कहा कि जल संसाधन व पेयजल इस जिले की समस्या है। इसका समाधान करना नितान्त आवश्यक है। आमजन के लिये राज्य सरकार स्तर से बात की जायेगी तथा सदन में भी इन विषयों को गंभीरता से रखेगें। 
सूरतगढ़ विधायक श्री रामप्रताप कासनिया ने कहा कि नहरों में आ रहे गंदे पानी की समस्या गंभीर है। उन्होंने पेयजल की समस्या पर चर्चा करते हुए कहा कि पेयजल विभाग के नीचे स्तर के कार्मिकों को सुधारना होगा। उन्होंने राजस्व से जुडी समस्याओं, बिजली की नियमित आपूर्ति एवं सड़क निर्माण की गुणवत्ता के संबंध में अपने विचार रखें। 
जिला कलक्टर श्री शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि नहरों में आ रहे गंदे पानी के संबंध में राज्य सरकार स्तर पर इस प्रकरण को ध्यान में लाया गया है तथा पत्रा भी लिखा है। उन्होंने कहा कि जलसंसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता, पेयजल, राजस्थान राज्य प्रदूषण मंडल बीकानेर के अधिकारी मिलकर संयुक्त रूप से आगामी 15 दिवस में पंजाब का दौरा करेंगे तथा पंजाब जाकर नहर में गिरने वाले गंदे पानी के नालों के प्वाईंट चिन्हित करेगें। उन्होंने पेयजल विभाग को निर्देश दिये कि उपलब्ध संसाधनों से शुद्ध पानी आमजन को दिया जाये। वही पर पानी को उबालकर ठंडा करके पीने की आदत भी डालनी चाहिए। उन्होंने टीसी से पुख्ता आवंटन व खातेदारी से संबंधित प्रकरणों के बारे में बताया कि कुछ प्रकरणों में स्टे है तथा पात्रा किसानों की सूची तैयार करने के लिये फील्ड निरीक्षण करवाया जायेगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि माननीय सदस्यों के सवाल को ध्यानपर्वूक सुनकर सही जवाब दें। 
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सौरभ स्वामी ने बताया कि जिले में ऐसे 7 कार्मिक जिन्होंने स्थानांतरण या कार्यवाही के बाद ग्राम पंचायत का रिकार्ड नही दिया है, उनके विरूद्ध एफआईआर दर्ज करवाई गई है। उन्होंने ग्राम स्तर की व्यवस्था को ठीक करने के लिये अंतर जिला स्थानांतरण का सुक्षाव दिया। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायतों की कैश बुक व रिकार्ड का गहन निरीक्षण करवाया जा रहा है।
बैठक में सदस्यों ने खाले के बराबर साढे सोलह फीट की जगह छोड़ने, जिले में बिजली, चिकित्सालयां में चिकित्सीय व्यवस्था, शिक्षा, ग्रामीण विकास, राजस्व, समाज कल्याण, सार्वजनिक निर्माण विभाग, पेयजल, पक्के खालों, नहर मरम्मत सहित विभिन्न विभागों से जुडी समस्याओं को सदन में रखा। संबंधित अधिकारियों ने एक-एक कर सदस्यों के सवालों के जवाब दिये। 
बैठक मे अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ0 हरितिमा, उपवन संरक्षक श्री पयोंग शशी, सार्वतनिक निर्माण विभाग के अधिशाषा अभियन्ता श्री सुशील बिश्नोई, सहायक निदेशक समाज कल्याण श्री बी.पी. चंदेल सहित जिले की पंचायत समितियों के प्रधान, जिला परिषद के सदस्यों ने भाग लिया। 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Advertisement

Advertisement