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शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिये संसाधनों की कमी नहीः- शिक्षा राज्यमंत्री

शिक्षा के क्षेत्र में राजस्थान को अग्रणी बनायेगें

श्रीगंगानगर,। शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं जिले के प्रभारी गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में गुड गर्वनेंस में राजस्थान ने देश भर में पहला स्थान प्राप्त किया है। इसी प्रकार गुणवत्ता युक्त शिक्षा में भी राजस्थान को नम्बर 2 से नम्बर 1 पर लाने के प्रयास किये जायेगें। 
शिक्षा राज्यमंत्री मंगलवार को श्रीगंगानगर जिले के दौरे के दौरान महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय (अंग्रेजी माध्यम) में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि गरीब परिवारों के बच्चों को पढने में किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिये विद्यालयों में आवश्यक संसाधनों की कोई कमी नही आने दी जायेगी। अभावग्रस्त बच्चों को अच्छी व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलें, इसके लिये प्रत्येक जिले मंे एक-एक अंग्रेजी माध्यम विद्यालय प्रारम्भ किये गये है। उन्होंने कहा कि श्रीगंगानगर में संचालित विद्यालय में बच्चों के मनोबल से यह प्रतीत होता है कि ये बच्चें निश्चित तौर पर आगे बढेंगें। 
श्री डोटासरा ने कहा कि गंगानगर में अंग्रेंजी माध्यम प्राथमिक विद्यालय स्वीकृत किया जायेगा तथा दानदाता श्री अशोक चांडक द्वारा भवन का निर्माण करवाया जायेगा। श्री चांडक द्वारा डेढ़ लाख रूपये की राशि के फर्नीचर विद्यालय को दिये है। उन्होंने कहा कि अपनी नेक कमाई से कुछ राशि निकालकर बच्चों के विकास के लिये उपलब्ध करवाना, इससे बड़ा कोई पुण्य का काम नही है। राशि कितनी मात्रा में है, वह मायना नही रखती लेकिन भावनाएं अपना स्थान रखती है। ये भावनाएं मजदूरों, गरीबों के बच्चों के विकास के लिये समर्पण दिखाती है। उन्होंने कहा कि जब मुझे शिक्षा विभाग का जिम्मा सौंपा गया तब इसे एक चुनौती मानकर नये-नये प्रोजेक्ट तैयार किये गये। माननीय मुख्यमंत्री ने शिक्षा को बढावा देने के उद्देश्य से सभी प्रोजेक्ट स्वीकृत किये। 
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती को ध्यान में रखते हुए सभी अंग्रेजी माध्यम विधालयों का नाम महात्मा गांधी रखा गया। प्रत्येक जिले के पश्चात अब राज्य के लगभग 167 ब्लाॅक स्तर पर भी एक-एक अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों के लिये जगह चिन्हित की गई है तथा आवश्यक प्रक्रियाएं पूर्ण की जायेगी। उन्होंने कहा कि देश में अंग्रेजी माध्यम के राजकीय विद्यालय प्रारम्भ कर राजस्थान ने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि कई शिक्षण संस्थाओं में विद्यालयों के साथ हरीजन शब्द जुडा हुआ था, जो हटा दिये गये है। ऐसा शब्द जो समाज में वर्ग भेद दर्शाता हो, उन्हें हटाना उचित समझा।
जरूरतमंद बच्चों को अन्य बच्चों के समकक्ष तैयार करना उददेश्यः- विधायक श्री गौड़
गंगानगर विधायक श्री राजकुमार गौड़ ने कहा कि प्रदेश में प्रारम्भ किये गये अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों का शिक्षा मंत्री द्वारा स्वयं अवलोकन करना हमारे लिये सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि गंगानगर में जिस विद्ययालय का अंग्रेजी माध्यम के लिये चयन किया गया। वह निश्चित तौर पर सराहनीय है। विधालय के क्षेत्र में वे लोग निवास करते है, जो गांधी शब्द को दिलों में बसाते है। श्री गौड ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता से आम आदमी को आगे बढाने के उददेश्य से यह विधालय प्रारम्भ किये गये है। शिक्षा के अधिकार के तहत कुछ ही विधार्थियों को अंग्रेजी माध्यम विधालयों में प्रवेश मिल पाता है, लेकिन इन राजकीय विधालयों में इन जरूरतमंद बच्चों को प्रवेश देकर उन्हें अन्य बच्चों के समकक्ष तैयार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी माध्यम विधालय के भवन के लिये आर्थिक संसाधनों की कोई कमी नही रहेगी। स्थानीय विधायक निधि से 2 लाख रूपये की राशि के फर्नीचर क्रय किये जायेगें। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा विधालयों के शैक्षणिक स्तर को बढाने के प्रयास किये जा रहे है। मेघावी विधार्थियों को साईकिल, स्कूटी, लेपटाॅप, मिड्डे तथा दुग्ध भी उपलब्ध करवाया जा रहा है क्योंकि ये बच्चे ही देश का भविष्य है। 
मातृभाषा के साथ-साथ अंग्रेजी भाषा पर भी प्रभुत्व होना चाहिएः- जिला कलक्टर
जिला कलक्टर श्री शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि महात्मा गांधी अंग्रेजी विधालय के लिये दानदाता का सहयोग के लिये आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की घोषणा के अनुरूप जिले में एक-एक विधालय प्रारम्भ करना था, जो प्रारम्भ हो चुका है। अब ब्लाॅक स्तर पर अंग्रेजी माध्यम विधालय प्रारम्भ करने की तैयारिया की जा रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में अंग्रेजी भाषा की हर क्षेत्र में उपयोगिता है। हमारा मातृभाषा के साथ-साथ अंग्रेजी भाषा पर भी प्रभुत्व होना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्टाॅफ के टीमवर्क से अध्यापन का कार्य सराहनीय है। उन्होंने विधार्थियों से कहा कि किसी विषय को याद करने के बजाय उसे समझना तथा उसके बेसिक फंडामेंटल को जानना बहुत जरूरी है। बेसिक फंडामेंटल साफ होने से भाषा कभी आडे़ नही आयेगी। उन्होंने सुझाव दिया कि अंग्रेजी माध्यम विधालय में बच्चे आपस में अंग्रेजी माध्यम से बातचीत करें, जिससे भाषा पर पकड़ बनेगी। 
विद्यालय भवन के लिये राशि दी जायेगीः- श्री अशोक चांडक
श्री अशोक चांडक ने कहा कि अंग्रेजी माध्यम विधालय के भवन निर्माण के लिये जितनी राशि की आवश्यकता होगी, वह दी जायेगी। उन्होंने कहा कि गरीब परिवारों के बच्चें इस अंग्रेजी माध्यम विधालय में पढने के पश्चात वे अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतिभाएं बनेगी तथा उनके जीवन स्तर में सुधार आयेगा। 
आयोजित कार्यक्रम में नगरपरिषद के सभापति श्रीमती करूणा चांडक, पूर्व सभापति श्री अजय चांडक, पूर्व सभापति श्री जगदीश जांदू, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी श्री विष्णु गोपाल स्वामी, विधालय की प्रधानाचार्य श्रीमती रिम्पा तलवार सहित विभिन्न वार्डों के वर्तमान व पूर्व पार्षद व गणमान्य नागरिक तथा विधार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरूवात दीप प्रज्ज्वलित कर हुई। विधालय की छात्राओं ने बेटीबचाओ थीम पर आकर्षक लघु नाटिका प्रस्तुत की, वही पर छोटी बालिकाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन श्री रमन कुमार ने किया। 

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