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टीड्डी से प्रभावित किसानों को तत्काल राहत देः- मुख्यमंत्री राजस्थान

  • जिले में अब तक 41 गांव प्रभावित
  • 1600 हैक्टेयर फसल नुकसान का अनुमानः- जिला कलक्टर श्रीगंगानगर।
  • अन्तराष्ट्रीय सीमा से सट्टे जिलों के लगभग 850 गांव तथा 90 हजार किसान प्रभावित है।
  • 1.55 लाख हैक्टेयर फसल का प्रारम्भिक सर्वे में नुकसान सामने आया।
  • लगभग 41 गावों के 650 किसान टिड्डी के प्रकोप से प्रभावित हुये।

  • नुकसान की सूचना में बीमा कम्पनी को पासबुक सहित नुकसान का पूर्ण विवरण दें।

श्रीगंगानगर।(सतवीर सिह मेहरा) मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश में टिड्डी से प्रभावित क्षेत्रा में टिड्डी को रोकने के कारगर प्रयास के साथ साथ टिड्डी से प्रभावित किसानो को तत्काल राहत देने का कार्य प्रारम्भ किया जाए। 
मुख्यमंत्री गहलोत शनिवार को विडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से टिड्डी से प्रभावित आठ जिला कलक्टरो से चर्चा के दौरान ये बात कही। उन्होने कहा कि जिस क्षेत्र में टिड्डी का प्रभाव अधिक है तथा किसानो की फसल खराब हुई है, उसका आंकलन करते हुये आगामी तीन दिवस मे राहत देने का कार्य प्रारम्भ होना चाहिए। उन्होने कहा कि जितनी रिपोर्ट तैयार हो गई है, उनको नियमानुसार राहत राशि दी जा सकती है।
वीसी के माध्यम से बताया गया कि अन्तराष्ट्रीय सीमा से सट्टे जिलों के लगभग 850 गांव तथा 90 हजार किसान प्रभावित है तथा लगभग 1.55 लाख हैक्टेयर फसल का प्रारम्भिक सर्वे में नुकसान सामने आया है। 

जिला कलक्टर श्री शिवप्रसाद एम नकाते ने वीसी के माध्यम से बताया कि अब तक प्रारम्भिक सर्वे में 1600 हैक्टेयर फसल का नुकसान हुआ है। लगभग 41 गावों के 650 किसान टिड्डी के प्रकोप से प्रभावित हुये है। उन्होने बताया कि अनूपगढ, घडसाना, रावला क्षेत्रा में टिड्डी नियन्त्राण विभाग द्वारा 6 वाहन तथा कृषि विभाग व किसानो के सहयोग से 60 ट्रैक्टरो द्वारा टिड्डी नियंत्रण के लिए छिडकाव किया जा रहा है। किसानो को छिडकाव के लिए निशुल्क दवा उपलब्ध करवाई जा रही है। पेडो पर बैठी टिड्डियो को मारने केे लिए भी छिडकाव करवाया गया। रायसिहंनगर क्षेत्रा में भी आज टिड्डियो को देखा गया किसानो को भी सचेत किया गया है। किसानो को सोशल मिडिया के माध्यम से भी सचेत किया जा रहा है। उन्होने बताया कि इस क्षेत्रा में सरसो तारामीरा तथा गेंहू की फसल को टिड्डियो ने नुकसान पहुचांया है।
श्री नकाते ने टिड्डी से प्रभावित क्षेत्रा में प्रारम्भिक सर्वे करने के निर्देश दिये है। उन्होने कहा कि सर्वे के दौरान फसल बीमा कम्पनी के प्रतिनिधियों को साथ रखें। उन्होने टिड्डी से प्रभावित क्षेत्रा के एसडीएम व तहसीलदार को निर्देश दिये है कि 0 से  33 प्रतिशत तथा 33 प्रतिशत से अधिक प्रभावित क्षेत्रा का चकवार व किसानवार सर्वे आज ही प्रारम्भ कर दें। सर्वे के कार्य को पटवारी व ग्रामसेवक सयुक्त रूप से करेंगे। उन्होने कहा कि प्रारम्भिक सर्वे के बाद अगर आवश्यक्ता पडी तो विशेष गिरदावरी भी करवाई जा सकती है। उन्होने किसानो से यह आग्रह किया है कि टिड्डी से प्रभावित फसल की सूचना बीमा कम्पनी के प्रतिनिधि, बीमा कम्पनी के टोल फ्री नम्बर पर सूचना देवे। नुकसान की सूचना में बीमा कम्पनी को पासबुक सहित नुकसान का पूर्ण विवरण दें। इसके अलावा बीमा कम्पनी का टोल फ्री नम्बर लगातार अंगेज मिलता है तो अपने क्षेत्रा के सहायक निदेशक कृषि को सूचना देवे। कृषि विभाग के अधिकारी किसानो की शिकायतें व सूचना एकत्रित कर बीमा कम्पनी को देगें। उन्होने कहा है कि बीमा कम्पनी के प्रतिनिधि मिड सीजनल एडवर्सीटी का सर्वे जरूरी करें।

 वीसी में एडीएम प्रशासन डा0 गुंजन सोनी, सयुक्त निदेशक कृषि आनन्द स्वरूप छिम्पा, उपनिदेशक कृषि श्री जीआर मटोरिया सहित टिड्डी विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे। 

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