श्रीगंगानगर। आत्मा योजना अन्तर्गत पंचायत समिति श्रीकरणपुर के 2 एमएम, धरिंगावाली, गुलाबेवाला, मोड़ां, बडिंगा, 54 एफ, दानेवाला, 2 एफसी मुक्कन, 4 एफसी, 63 एफ आदि गावों का संयुक्त भ्रमण किया। ग्राम पंचायत धरिंगावाली के राजीव गांधी सेवा केन्द्र में किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया।
उप परियोजना निदेशक (आत्मा), श्रीगंगानगर श्री विकास कुमार द्वारा गांव धरिंगावाली में उपस्थित कृषकों को सीमा क्षेत्रा में टिडडी प्रकोप का होना बताया तथा इसके बचाव के लिए खेतों के चारों तरफ धुआं, तेज आवाज की ध्वनी के लिए प्रेरित किया गया तथा कृषकों को सजगता से टिडडी दल के किसी भी फसल पर न बैठने बाबत् उचित प्रबन्धन हेतु पूर्व तैयारी के साथ तैयार रहने का आग्रह किया तथा यदि टिडडी दल रात्रि में कहीं भी विश्राम/दिखाई देता है तो उसकी सूचना स्थानीय कृषि पर्यवेक्षक/सहायक कृषि अधिकारी/कृषि अधिकारी/सहायक निदेशक कृषि एवं उप निदेशक कृषि एवं टिडडी नियंत्रण दल शाखा सूरतगढ़ को मय सम्पर्क सूत्र अवगत करवाने हेतु आग्रह किया।
उप परियोजना निदेशक आत्मा श्री हरबंस सिंह सिद्धू द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में बताते हुए आत्मा योजनान्तर्गत कृषक हित के कार्यक्रम जैसे- प्रदर्शन आयोजित करना, भ्रमण करवाना, प्रशिक्षण दिलवाना, कृषकों को जिला व पंचायत समिति स्तर पर सम्मानित करवाना आदि की जानकारी दी तथा नवाचार प्रदर्शन अन्तर्गत अजोला फर्न का उत्पादन कर मुर्गियों/दुधारू पशुओं को खिलाने पर दुग्ध उत्पादन बढ़ने व पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार होने तथा अजोला फार्मिंग की तकनीक के बारे में विस्तृत चर्चा भी की।
कृषि अनुसंधान अधिकारी डाॅ.पुखराज कटारिया एवं श्री विक्रम गोदारा द्वारा किसानों को रबी फसलों जौ, चना व सरसों के बीजोपचार, सिंचाई व्यवस्था, उर्वरक व कीटनाशी उपयोग की जानकारी प्रदान की गई तथा वर्तमान परीपेक्ष में जैविक खेती की आवश्यकता के मध्यनजर जैविक खेती के घटक जिसमें विशेषकर मित्र फंगस ट्राईकोड्रमा, मित्र कीट, ट्राईकोग्रामा, बायो फर्टीलाईजर के बारे में भी जानकारी दी।
पशु चिकित्सालय प्रभारी, धरिंगावाली डाॅ. अमिल चावला ने पशुओं में दुग्ध उत्पादन, नस्ल सुधार, रोग नियंत्रण के बारे में विस्तार से बताया एवं अमेरिकन नस्ल की गायों के हांफने एवं पशुबाड़े में चीचड़ की समस्या के उपाय भी बताये तथा नवजात बछड़े-बछड़ियों के पालन-पोषण की विस्तृत जानकारी देते हुये बताया कि नवजात बछड़े-बछड़ियों को जन्म के पहले 30 मिनट के अंदर खीस अवश्य पिलायें। संयुक्त भ्रमण कार्यक्रम में कृषि पर्यवेक्षक श्री प्रेम मारवाल, श्री सतपाल सिंह सहायक कृषि अधिकारी आदि भी उपस्थित थे।
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