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समाज के उत्थान में महिलाओं का योगदान कम नहीः- जिला कलक्टर

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह शुरू

श्रीगंगानगर। जिला प्रशासन एवं महिला अधिकारिता विभाग के तत्वावधान में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह शुभारम्भ कार्यक्रम सोमवार को श्रीजगदम्बा अन्ध विद्यालय के आॅडिटोरियम में जिला कलक्टर श्री शिवप्रसाद एम नकाते की अध्यक्षता एवं अतिरिक्त जिला न्यायाधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती सुषमा पारीक के मुख्य आतिथ्य में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि नगरपरिषद अध्यक्ष श्रीमती करूणा चाण्डक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅक्टर गिरधारी लाल मेहरड़ा, महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र श्री हरीश मित्तल व निदेशक श्रीजगदम्बा चेरिटेबल आई हाॅस्पीटल श्रीमती रंजना सेठी थे। 
कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के छात्र छात्राओं द्वारा सास्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई। जिले में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिला एवं बाल विकास विभाग की मानदेय कार्मियों को माता यशोदा पुरूस्कार व सर्वश्रेष्ठ साथिन पुरूस्कार देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान स्पर्श अभियान के तहत बच्चो के बीच सुरक्षित व असुरक्षित स्पर्श की जानकारी देने वाले वाॅलियंटर्स को सम्मानित किया गया। 
जिला कलक्टर श्री शिवप्रसादन एम नकाते ने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के महत्व को रेखाकिंत करते हुए बताया कि समाज के उत्थान में महिलाओं का जितना योगदान है, उतना पुरूषों का नहीं है। हमें लड़का और लड़की के बीच भेदभाव को समाप्त करने के प्रयास अपने घरों से शुरू करने होगें, समाज में बदलाव अपने आप आ जाएगा। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का उल्लेख करते हुए जिला कलक्टर ने जिले को जेण्डर संवेदी बनाने व लड़के और लड़की के बीच भेदभाव से मुक्त करने का आह््वान किया। घंूघट मूक्त राजस्थान अभियान को गति देते हुए जिला कलक्टर व समस्त अतिथियों व प्रतिभागियों ने शपथ पत्र पर हस्ताक्षर किये। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न संस्थाओं द्वारा महिला सशक्तिकरण व बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ विषय आधारित रंगोलियों का निर्माण किया गया। 
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्रीमती सुषमा पारीक ने प्रत्येक क्षेत्र में पुरूषों से कन्धे से कन्धा मिलाकर काम करने वाली महिलाओं का उल्लेख किया ओर बताया कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है, जरूरत है तो उनके योगदान को पहचानने की, उनको सम्मान देने की। 
श्रीमती करूणा चाण्डक ने महिलाओं की गृृहस्थ जीवन में भुमिका को बताते हुए कहा कि महिलाएं परिवार के स्वास्थ्य उन्नति एवं खुशहाली का मुख्य स्त्रोत है। अगर महिला नोकरी में नहीं है, तो भी उसका योगदान पुुरूष से किसी भी मामले में कम नहीं है। 
कार्यक्रम में पुलिस, स्वास्थ्य, शिक्षा, नगर परिषद, रक्षा आदि क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रही महिला कार्मिकों ने भाग लिया, जिनको सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मंच संचालन श्री लक्ष्मीनारायण पारीक व डाॅ0 शीतल सैनी ने किया। कार्यक्रम के अन्त में सहायक निदेशक महिला अधिकारिता श्री विजय कुमार ने समस्त अतिथियों का आभार व्यक्त किया व आगामी सप्ताह में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की सक्षिप्त जानकारी दी। 

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