Advertisement

Advertisement

कोविड-19 संक्रमण एवं बचाव के बीच में श्रीगंगानगर में विकास कार्यों को फिर से तेज गति देने की कवायद शुरू


श्रीगंगानगर(GNS)। जिला कलक्टर शिवप्रसाद एम नकाते ने कहा कि कोविड-19 के साथ जीने की आदत डालते हुए सभी अधिकारियों व विभागों को जिले में संचालित निर्माण व विकास कार्यों को तेज गति के साथ फिर से प्रारम्भ किये जाये, जिससे हम विकास की दौड़ में पीछे न रहें।

 नकाते मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाहाॅल में साप्ताहिक समीक्षा बैठक में अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौरान कुछ समय के लिये विकास कार्यों की गति धीमी हो गई थी, जिसे अब फिर से गति देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिन विभागों में जो प्रकरण लम्बित है, उन्हें आगामी सात दिवस तक कम से कम 50 प्रतिशत का निपटारा आवश्यक रूप से किया जाये। बैठक में 181 हैल्पलाईन, मुख्यमंत्री कार्यालय तथा ऑफलाइन प्राप्त प्रकरणों की समीक्षा की गई। ग्रामीण विकास के 281, स्थानीय निकाय के 184, राजस्व के 160, पुलिस के 65, पेयजल के 127, चिकित्सा के 75 प्रकरणों सहित जिले में 1915 प्रकरण लम्बित है, जिनका निपटारा गुणवत्ता के साथ करने के निर्देश दिये गये।

भीषण गर्मी में पर्याप्त पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करें
पेयजल समस्या के लिये नियंत्रण कक्ष में जानकारी दें
जिला कलक्टर नकाते ने पेयजल विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि भीषण गर्मी में नागरिकों को स्वच्छ व पर्याप्त पेयजल उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें। कही दूर-दराज के क्षेत्र में परियोजना से आपूर्ति नही हो, तो आवश्यकता को देखते हुए टैंकर से भी पानी भिजवाया जा सकता है। पेयजल विभाग द्वारा जिला मुख्यालय पर नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है, जिसके दूरभाष नम्बर 0154-2445031 है। किसी उपभोक्ता को पेयजल से संबंधित समस्या की शिकायत नियंत्रण कक्ष पर दी जा सकती है। जिला कलक्टर ने जिले में पेयजल परियोजनाओं में संचालित विकास कार्यों को गुणवत्ता के साथ जल्द पूरे करने के निर्देश दिये।

विधुत ट्रिपिंग कम से कम हो
जिला कलक्टर ने विधुत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि गर्मी के मौसम में विधुत आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ-साथ इस बात का ध्यान रखा जाये कि विधुत ट्रिपिंग कम से कम हो। पेयजल की आपूर्ति के समय विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि तेज हवा या आंधी के कारण विधुत आपूर्ति में आने वाले व्यवधान को दुरस्त करने का रिस्पोंस टाईम कम से कम होना चाहिए। जिले में जहां भी खम्बे या विधुत तारों में व्यवधान आने पर विभाग की टीम को जल्द से जल्द मौके पर पहुंचकर विधुत लाईनों को बहाल करना चाहिए। जिले में विधुत आपूर्ति से संबंधित किसी प्रकार की समस्या के संबंध में टोल फ्री नम्बर 18001806045 तथा नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नम्बर 0154-2442087 पर समस्या दर्ज करवाई जा सकती है।

सड़क कार्य में तेजी लाये
जिला कलक्टर ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि श्रीगंगानगर शहर सहित जिले में जहां-जहां सड़क निर्माण के कार्य स्वीकृत है या प्रगतिरत है, उन्हें निर्धारित अवधि में अच्छी गुणवत्ता के साथ पूर्ण की जाये, जिससे सड़क निर्माण का लाभ नागरिकों को मिल सकें।

एनएफएसए के अलावा जरूरतमंद नागरिकों को मिलेगा अनाज
जिला कलक्टर ने रसद विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार अन्तर्राज्जीय, अन्तरजिला या जिले में ही एक से दुसरी तहसील में रोजगार की तलाश में आये नागरिक को प्रवासी मानते हुए उन्हें अनाज उपलब्ध करवाया जाये। ऐसे नागरिक अनाज के लिये ई-मित्र पर अपना नाम शामिल करवाने या संबंधित एसडीएम से संपर्क किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रवासी नागरिकों को चिन्हित कर आगामी एक दो दिवस में मोपिंग करते हुए अनाज वितरण करना सुनिश्चित करेंगें। जो प्रवासी जिस क्षेत्र में रह रहा है, संबंधित दुकानदार से अनाज दिलवाया जायेगा। ग्रामीण क्षेत्र में कोर गु्रप के सदस्य तथा शहरी क्षेत्र में बीएलओ व प्रधानाचार्य, स्थानीय निकाय ऐसे नागरिकों को लाभान्वित करने में मद्द करेगें।

शहर में सफाई व्यवस्था पर ध्यान दें
जिला कलक्टर ने नगरपरिषद आयुक्त को निर्देश दिये कि शहरी क्षेत्र में साफ-सफाई व कचरे का उठाव नियमित रूप से करने के साथ-साथ नालियों की सफाई करवाई जाये, जिससे आने वाले वर्षा ऋतु में पानी की निकासी हो सकें। उन्होंने कहा कि इस मौसम में साफ-सफाई व स्वच्छता से मौसमी बिमारियों से बचा जा सकता है, इसलिये सफाई पर विशेष ध्यान केन्द्रित करने की आवश्यकता है।

इस अवसर पर एडीएम सतर्कता अरविन्द जाखड़, भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी मोहम्मद जुनैद, पेयजल के अधीक्षण अभियन्ता बलराम शर्मा, विधुत के अधीक्षण अभियंता जे.एस.पन्नू, आरसीएच.ओ. डाॅ0 एच.एस. बराड, जिला रसद अधिकारी राकेश सोनी, सहायक निदेशक औषधि डी.एस. उप्पल सहित विभिन्न विभाागों के अधिकारी उपस्थिात थे। 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Advertisement

Advertisement