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विभाजित -19 का प्रसार रोकने के लिए करेंगे हर संभव प्रयत्नः- जिला कलेक्टर


कोविद -19 से संबंधित बैठक आयोजित  जिला कलेक्टर श्री वर्मा द्वारा श्रीगंगानगर में कार्यभार संभालने के बाद से ही कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए प्रयास जारी किया गया है। इसी कड़ी में आज उन्होंने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया कि कोविद -19 में आईसीएमआर की गाईडलाइन के अनुसार जांच की जांच होनी चाहिए।
विभाजित -19 का प्रसार रोकने के लिए करेंगे हर संभव प्रयत्नः- जिला कलेक्टर
श्रीगंगानगर, । जिला कलक्टर श्री महावीर प्रसाद वर्मा की अध्यक्षता में को विभाजित -19 परिवर्तन और आरक्षण को लेकर गुरूवार को जिला कलक्टर कार्यालय में बैठक आयोजित की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य श्रीगंगानगर में आने वाले प्रवासी व अन्य जिलों और राज्य के बाहर के कोरोना पटजिविव विटे मरीजों को किस प्रकार रखा जाए, ताकि कोरोना संक्रमण फैलने से बच सके। जिले में कोरोना का संक्रमण का फैलाव न हो, इस बात को गंभीरता से लेते हुए विस्तृत चर्चा की गई।
 
 जिला कलेक्टर ने कहा कि राज्य सरकार की अनुमति से विदेशों से जिले में आए नागरिकों को 14 दिन का होम क्वेरेंटीन में आवश्यक रूप से रहना होगा। जो व्यक्ति अन्य राज्यों और जिलों से आए हैं, उन्हें स्वेच्छा से होम क्वैरेंटीन किया जाएगा। को विभाजित किस्मों, संदिग्ध और कन्विक्ट केस को जिला चिकित्सा की एलएचएच नई इकाई »एच में रखने की व्यवस्था की जानी चाहिए।
 जिले में उत्साह धर्मशाला को को विभाजित कर केंद्र के रूप में उपयोग में लाया जाएगा। यदि सस्पेक्ट एंड कावेंटिक्ट केस का वार्ड पूर्ण रूप से भर जाता है, तो अन्य केस को चितलिंगिया धर्मशाला में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। वर्तमान में क्लोजॉर्नक्ट को चितलिंगिया धर्मशाला में रखा गया है। दो के काटेज वार्ड को आपातकालीन स्थिति में सस्पेक्ट आदि के लिए रिजर्व में रखा जाएगा।
  चितलांगिया धर्मशाला पूर्ण रूप से भरने पर क्लोज कांटेक्ट को जन सेवा हाॅस्पीटल में स्थानांतरित किया जाएगा। वर्तमान स्थिति को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण रुप से पालन किया जाना अति आवश्यक है। अब से मौके पर ही सैंपलिंग की जाएगी, अराइवल प्लेस पर टीम भेजकर सैंपलिंग की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिले में चेक पोस्ट बढ़ानी पड़ेगी तथा वर्तमान में जो चेकपोस्ट कार्य कर रही हैं, उन्हें अधिक प्रभावी बनाया जाये। एंबुलेंस की व्यवस्था और सुदृढ़ की जाएगी तथा पीपीई किट्स तथा टेस्टिंग किट, एन-95 मास्क आदि पर्याप्त मात्रा में रखे जाएंगे।
   सस्पेक्ट केस जो नेगेटिव हैं, परंतु सिंप्टोमेटिक हैं, उन्हें जिला अस्पताल के सामान्य वार्ड में स्थानांतरित किया जाएगा एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण रुप से पालन किया जाएगा। जो केस पाॅजिटिव से नेगेटिव हो जाता है, उन्हें 7 दिन के लिए घर पर होम क्वेरेंटीन करने के लिए अपने निजी वाहन का प्रयोग करने की अनुमति दी जा सकती है। कोविड-19 में लगाए गए कार्मिक डीसीएच में ही कार्य करेंगे। डीसीएच में कोविड-19 के मरीजों के लिए लेबर रूम और आॅपरेशन थिएटर यूनिट तुरंत शुरू की जाएगी। डीसीएच में कोविड-19 के मरीजों के लिए आईसीयू यूनिट भी शीघ्र शुरू की जाएगी। लाॅजिस्टिक एवं इंस्ट्रूमेंट को सामान्य चिकित्सालय से डीसीएच में स्थानांतरित किया जाएगा। वृद्धजन, गर्भवती एवं छोटे बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए क्लोज कांटेक्ट को कंटेनमेंट जोन में उनके घर पर ही क्वेरेंटीन किया जा सकता है।
  जिला कलेक्टर ने कहा कि किसी होटल में कोई नागरिक बाहर से आकर ठहरता है, तो उसकी सूचना जिला प्रशासन को अवश्य देनी होगी। इसी प्रकार मकान मालिक भी किसी भी किराएदार को घर किराए पर देने से पहले प्रशासन को अवश्य सूचित करें।
  जिला कलेक्टर ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर भी विस्तार से चर्चा की तथा कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए हर संभव उपाय करने के निर्देश प्रदान किए। वर्तमान में जिले में 64 कैसेज हैं, जिनमें 57 प्रवासी हैं तथा अभी 17 एक्टिव केस हैं और 3 की मृत्यु हो चुकी है।
  इस बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन डाॅ. गुंजन सोनी, सीएमएचओ डाॅ. गिरधारी लाल मेहरड़ा, पीएमओ श्री के.एस.कामरा, आरसीएचओ कोविड-19 के प्रभारी डाॅ. एच एस बराड़, डिप्टी सीएमएचओ मुकेश मेहता, डाॅ. पवन कुमार सैनी सहित अन्य अधिकारी सम्मिलित हुए। 

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