श्रीगंगानगर, । संघ लोकसेवा आयोग की सिविल सर्विसेज परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों की सुविधा के लिये उत्तर पश्चिम रेल प्रशासन श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ से परीक्षा स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन कर रहा हैं। जैडआरयूसीसी के पूर्व सदस्य भीम शर्मा ने बताया कि श्रीगंगानगर से 3 अक्टूबर शनिवार को रात्रि 8.45 बजे स्पेशल ट्रेन न 04753 रवाना होकर अगले दिन प्रातः 6.30 बजे जयपुर पहुंचेगी। वापसी में गाड़ी संख्या 04754 रविवार 4 अक्टूबर को रात्रि 7.55 बजे जयपुर से रवाना होकर अगले दिन प्रातः 6 बजे श्रीगंगानगर लौटेगी। दोनो ओर से इस ट्रेन का हनुमानगढ़, ऐलनाबाद, भादरा, सादुलपुर, लुहारू, चिड़ावा, झुंझुनूं, नवलगढ़, सीकर, रींगस, चैमू में ठहराव होगा। ट्रैन में 5 स्लीपर, 5 जनरल व 2 एसएलआर सहित 12 कोच होंगे।
इसी प्रकार हनुमानगढ़ जंक्शन से भी गाड़ी संख्या 04751 हनुमानगढ़-जयपुर एग्जाम स्पेशल ट्रेन शनिवार 3 अक्टूबर की शाम 7 बजे रवाना होकर सूरतगढ़, लूणकरणसर, बीकानेर, नोखा, नागौर, डेगाना, मकराना, फुलेरा होते हुए रविवार सुबह 5.30 बजे जयपुर पहुंचेगी। वापसी में गाड़ी संख्या 04752 जयपुर से रविवार रात्रि 9.45 बजे रवाना होकर इसी रुट से सोमवार सुबह 9 बजे हनुमानगढ़ पहुंचेगी। ट्रैन में 5 जनरल, 5 स्लीपर व 2 एसएलआर सहित कुल 12 कोच होंगे। वरिष्ठ वाणिज्य मण्डल प्रबन्धक बीकानेर श्री जीतेंद्र मीणा ने बताया कि ट्रेन में अग्रिम आरक्षण करवाना होगा तथा परीक्षार्थियों के अलावा अन्य यात्री भी उचित आरक्षित टिकट लेकर यात्रा कर सकेंगे।Thursday, 1 October 2020

Home
Rajasthan
Rajasthan News
report exclusive
sriganganagar
श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ से जयपुर के लिये परीक्षा स्पेशल ट्रेन 3 को परीक्षार्थियों के अलावा अन्य यात्री भी कर सकेंगे सफर
श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ से जयपुर के लिये परीक्षा स्पेशल ट्रेन 3 को परीक्षार्थियों के अलावा अन्य यात्री भी कर सकेंगे सफर
Tags
# Rajasthan
# Rajasthan News
# report exclusive
# sriganganagar
Share This
About report exclusive news
sriganganagar
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
आपके सुझाव आमंत्रित
क्या कॉरपोरेट घरानों द्वारा चलाए जा रहे या पारिवारिक विरासत बन चुके मीडिया संस्थानों के बीच किसी ऐसे संस्थान की कल्पना की जा सकती है जहां सिर्फ पत्रकार और पाठक को महत्व दिया जाए? कोई ऐसा अखबार, टेलीविजन चैनल या मीडिया वेबसाइट जहां संपादक पत्रकारों की नियुक्ति, खबरों की कवरेज जैसे फैसले संस्थान और पत्रकारिता के हित को ध्यान में रखकर ले, न कि संस्थान मालिक या किसी नेता या विज्ञापनदाता को ध्यान में रखकर. किसी भी लोकतंत्र में जनता मीडिया से इतनी उम्मीद तो करती ही है पर भारत जैसे विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में मीडिया के वर्तमान माहौल में संपादकों को ये आजादी बमुश्किल मिलती है. वक्त के साथ-साथ पत्रकारिता का स्तर नीचे जा रहा है, स्थितियां और खराब होती जा रही हैं. अब हम निष्पक्ष व् स्वतंत्र रूप से जुड़ने का काम करने का प्रयास कर रहे हैं.
No comments:
Post a comment
इस खबर को लेकर अपनी क्या प्रतिक्रिया हैं खुल कर लिखे ताकि पाठको को कुछ संदेश जाए । कृपया अपने शब्दों की गरिमा भी बनाये रखे ।
कमेंट करे