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सिंचाई के पानी का अधिकतम उपयोग हो-चौधरी

वित्तीय श्रोतों के अतिरिक्त सृजन के विशेष प्रयास हो

बीकानेर,। राजस्व, उपनिवेशन,कृषि सिंचित क्षेत्र विकास एवं जल उपयोगिता मंत्री हरीश चौधरी ने सीएडी विभाग के अधिकारियों से कहा कि सिंचित क्षेत्र के काश्तकारों के हितों लिए अधिकारी पूरे प्रयास करते हुए विभाग द्वारा कराये जाने वाले कार्यों में तेजी लाए और सिंचाई जल का अधिकतम सुद्पयोग किया जाना सुनिश्चित करे।

चौधरी ने सिंचित क्षेत्र विकास सभागार में सीएडी की विभिन्न इकाईयों के कार्यों की समीक्षा बैठक में कहा कि प्राप्त पानी का सिंचाई में अधिकतम प्रयोग करने के लिए काश्तकारों को इसकी जानकारी दी जाए। इसके साथ-साथ उन्होंने वर्तमान कठिन परिस्थितियों को मद््देनजर वित्तीय श्रोतों के अतिरिक्त सृजन के लिए विशेष प्रयास किये जाये की आवश्यकता जताई ताकि सृजित आय से सिंचित क्षेत्र विकास के कार्यो को गति दी जा सके। इस सम्बन्ध में उन्होंने अतिरिक्त कलक्टर एवं सचिव मण्डी विकास समिति तथा विभाग के अन्य अधिकारियों को विभिन्न मंडियांे में उपलब्ध आवासीय, व्यवसायिक भूखण्डों की नीलामी की कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिये।

राजस्व मंत्री ने सिंचित क्षेत्र में कृषकों के द्वारा अपने खेतों पर बनाई जाने वाली डिग्गियांे को मनरेगा के अन्तर्गत बनाये जाने के सम्बन्ध में संभावना तलाशने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने सिंचित क्षेत्र विकास विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों के सम्बन्ध में और अधिक नवाचार किये जाने की कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए।

बैठक में संभागीय आयुक्त एवं. आयुक्त सिंचित क्षेत्र विकास भंवरलाल मेहरा, अतिरिक्त आयुक्त चन्द्रभानसिंह भाटी, मुख्य अभियंता (पष्चिम) संदीप माथुर, वित्त नियंत्रक संजय धवन, वित्तीय सलाहकार, धर्मपाल खीचड़, उपायुक्त सिंचित क्षेत्र,  उप निदेशक कृषि उदयवीरसिंह, अतिरिक्त कलक्टर एवं सचिव मंडी विकास समिति सविना विषश्नोई, हेमराज कोली अधीक्षण अभियंता आदि उपस्थित थे।

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