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कोविड से जिस परिवार में मृत्यु हुई है, उस परिवार की ओर देखना चाहिएः- जिला कलक्टर

 जिले की शिक्षण संस्थाओं के प्रधानाचार्यों से किया संवाद

शिक्षक वर्ग विभिन्न माध्यमों से जनआंदोलन को जन-जन तक पहुंचाने में मद्द करें
कोविड से जिस परिवार में मृत्यु हुई है, उस परिवार की ओर देखना चाहिएः- जिला कलक्टर
श्रीगंगानगर,। जिला कलक्टर श्री महावीर प्रसाद वर्मा ने कहा कि आम नागरिक कोविड-19 संक्रमण के दौरान जो संक्रमित व्यक्ति ठीक हुए है, हम उनकी ओर न देखकर जो नागरिक कोविड से अकाल मौत के आगोश में समा गया हो, उस परिवार की ओर देखना चाहिए कि एक नागरिक के जाने से या एक युवा के जाने से उस परिवार पर क्या गुजरती है। 
जिला कलक्टर श्री वर्मा ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाहाॅल में जिले के शहरी क्षेत्रों में संचालित उच्च माध्यमिक विधालयों के प्रधानाचार्यों से संवाद के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि जरा सी लापरवाही एक पूरे परिवार को बर्बाद कर देती है। अकाल मौत से पीछे छोटे-छोटे बच्चे व अपना पूरा परिवार बहुत बड़े संकट में आ जाता है। उन्होंने कहा कि हम एक छोटी सी सावधानी से अपने स्वयं को, परिवार को तथा समाज व राष्ट्र को इस महामारी से बचा सकते है। 
श्री वर्मा ने कहा कि राष्ट्र के गैर जिम्मेदार नही बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक बनना चाहिए। हमें हर प्रकार के नियमों, गाईडलाईन की पालना करनी चाहिए। एक छोटी सी सावधानी अपना जीवन बचा सकती है। उन्होंने कहा कि मास्क लगाना प्रत्येक नागरिक की आदत में होना चाहिए। हमारे आसपास कोई भी नागरिक बिना मास्क के घूम रहा हो, तो उसे समझाने के साथ-साथ उसे मास्क पहनने के लिये कहे तथा उसे समझाईश भी करे कि एक मास्क से आपका जीवन बच सकता है। 
उन्होंने कहा कि वर्तमान महामारी के दौर में एक बहुत बड़े परिवर्तन की आवश्यकता है। कोविड-19 के दौरान हर नागरिक के मस्तिष्क में यह बात होनी चाहिए कि सदैव मास्क का उपयोग करेंगे। बिना काम के बाहर नही जायेंगे, जरूरी होने पर मास्क पहनकर बाहर जायेंगे तथा साबुन से हाथ धोने की आदत को बनाये रखे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार नो मास्क नो एंट्री को आगे बढ़ाते हुए नो मास्क नो एग्जिट अभियान को गति दी है। सभी कार्यालयों के बाहर भी लिखवाया गया है। 
जिला कलक्टर ने कहा कि दुनिया के लगभग 123 देशों में यह महामारी फैली हुई है तथा अभी तक वैज्ञानिकों के समझ में नही आया है कि इस महामारी से कैसे बचा जाये। दुनिया के दूसरे देशों के मुकाबले हमारे देश में नागरिकों का इम्यून सिस्टम अच्छा है, जिसके कारण मृत्यु दर भी बहुत कम है, लेकिन कोई एक नागरिक की भी काविड से मृत्यु होती है, तो वह भी नही होनी चाहिए। 
उन्होंने शिक्षण संस्थाओं के प्रधानाचार्यों से आग्रह किया कि आपका वर्ग बच्चों से जुड़ा हुआ है। इसलिये विभिन्न माध्यमों से कोरोना के प्रति जागरूकता लाए। आॅनलाईन कोविड से संबंधित प्रतियोगिताएं आयोजित की जा सकती है। बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावकों को भी कोविड-19 जन जागरूकता अभियान की जानकारी दे। 
संवाद कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन डाॅ. गुंजन सोनी, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी श्री हरचंद गोस्वामी सहित जिले के शहरी क्षेत्र के विधालयों के प्रधानाध्यापक व ब्लाॅक स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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