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शिवपुर हेड पर महाराजा गंगासिंह स्टैच्यू कार्य का शिलान्यास हुआ


महाराजा गंगासिंह दूर दृष्टि सोच के धनी थेः- जिला कलक्टर

श्रीगंगानगर,। जिला कलक्टर श्री महावीर प्रसाद वर्मा ने गुरूवार को शिवपुर हेड पर महाराजा गंगासिंह के स्टैच्यू निर्माण के कार्य का शिलान्यास करने के पश्चात आयोजित कार्यक्रम में महाराजा गंगासिंह को नमन करते हुए उन्हें श्रृद्धा सुमन अर्पित किये। उन्होंने कहा कि एक महान सोच के धनी महाराजा गंगासिंह को मैं आदरपूर्वक प्रणाम करता हूॅ।
जिला कलक्टर श्री वर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री राजन दुष्यंत व सादुलशहर विधायक श्री जगदीश जांगिड़ ने गुरूवार को शिवपुर हेड पर प्रातः 9.15 बजे महाराजा गंगासिंह के स्टैच्यू निर्माण कार्य का पूजा अर्चना के साथ शिलान्यास किया।
इस अवसर पर श्री वर्मा ने कहा कि लगभग 93 वर्ष पूर्व यह क्षेत्र पूरी तरह से वीरान व रेगिस्तान था। इस क्षेत्र को हरा भरा बनाने का सपना लेकर महाराजा गंगासिंह ने सतलुज का पानी यहां तक लाने का सपना देखा तथा इस सपने को साकार भी किया। लगभग 17 माह में यह प्रोजेक्ट पूरा किया गया और 26 अक्टूबर 1927 को जल छोड़ा गया।
जिला कलक्टर ने कहा कि गंगनहर आने के बाद इंदिरा गांधी नहर परियोजना तथा भाखड़ा नहर प्रणाली का लाभ भी इस क्षेत्र के किसानों को मिला। उन्होंने कहा कि महाराजा गंगासिंह एक फेयर किंग थे तथा उनके बारे में बहुत से किस्से ग्रामीणजन बताया करते हैं। उन्होंने बताया कि श्रीगंगानगर में जिला कलक्टर बनने के बाद सिंचाई अधिकारियों ने मुझे शिवपुर हेड पर नहर प्रणाली के बारे में बताया तो मैनें पूछा कि यहाँ इस महान आत्मा की प्रतिमा क्यों नहीं है। उसी दिन मैनें सोचा कि इस कार्य को हाथ में लिया जाये।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में अधिकांश समय कोरोना संक्रमण बचाव को लेकर निकल जाता है बावजूद इसके जिला प्रशासन कृत संकल्प है कि इस भव्य स्मारक को बनाने का कार्य चार महीने के भीतर पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि महाराजा गंगासिंह की स्टैच्यू में 18 फीट का प्लेटफार्म तथा 11 फीट की प्रतिमा लगेगी।  
उन्होंने कहा कि इस जगह पर हेलीपैड भी बने और इस कार्य को मिशन मोड में पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि टीम गंगानगर के अधिकारियों से एक बैठक में अनौपचारिक चर्चा के दौरान टीम गंगानगर ने मात्र 35 मिनट में 11 लाख 5 हजार रूपये की सहयोग राशि संग्रहित कर ली तथा यह राशि अब बढ़कर 13.95 लाख हो चुकी है। जिला कलक्टर ने टीम गंगानगर का आभार व्यक्त करते हुए आमजन से अनुरोध किया कि इस महत्वपूर्ण कार्य में नागरिक सहयोग करें।
उस दौर में नहर के डिजाईनिंग व नहर बनाना चुनौतिपूर्ण थाः- विधायक श्री जांगिड़
सादुलशहर विधायक श्री जगदीश जांगिड़ ने कहा कि महाराजा गंगासिंह के स्टैच्यू का कार्य बहुत वर्ष पूर्व हो जाना चाहिए था, लेकिन जिला कलक्टर श्री महावीर प्रसाद वर्मा इस कार्य के लिये बधाई के पात्रा है। जीवनदायिनी गंगनहर लाने की सोच तथा उन विषम परिस्थितियों में डिजाईन करना व इस कार्य को पूर्ण करना चुनौतियों भरा था, लेकिन महाराजा गंगासिंह ने इसे पूर्ण कर दिखाया। इस महान पुरूष की याद बनाये रखने के लिये प्रतिमा लगनी चाहिए। श्री जांगिड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की 1998 की सरकार ने गंगनहर सुदृढ़ीकरण के लिये 446 करोड़ रूपये का बजट उपलब्ध करवाया था। उन्होंने तीनों कृषि कानून के बारे में भी सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला। जो किसान कर्जदार है, उनकी पांच एकड़ तक जमीन कुर्क नही होगी। श्री जांगिड़ ने टीम गंगानगर का भी आभार व्यक्त किया तथा इस कार्य की भूरी-भूरी प्रशंसा की और कहा कि यह क्षेत्र पर्यटन के रूप में विकसित हो सकता है।
जिला कलक्टर श्री वर्मा के आग्रह पर मौके पर ही न्यूलाईट ज्वैलर्स के श्री दिलदार सिंह ने दो लाख रूपये, विधायक श्री जगदीश जांगिड़ ने एक लाख रूपये, श्री कृष्ण सहारण ने एक लाख रूपये, श्री कुलदीप ने 51 हजार, श्री मोहित पंजाब आयुर्वेद काॅलेज की ओर से 51 हजार रूपये का सहयोग देने के अलावा टीम गंगानगर के अधिकारियों ने भी सहयोग करने पर बल दिया।
इस अवसर पर श्री समीर सिंह बराड़ ने भी अपने विचार व्यक्त किये। एडीएम प्रशासन डाॅ. गुंजन सोनी ने कार्यक्रम में आये सभी अतिथियों, अधिकारियों, गणमान्य नागरिकों व किसानों का आभार व्यक्त किया। महाराजा गंगासिंह की स्टैच्यू के डिजाईन का कार्य आर्किटेक्ट निकिता मदान द्वारा निशुल्क किया गया है। इस अवसर पर श्री कुलदीप इंदोरा, एडीएम सर्तकता श्री अरविन्द जाखड़, न्यास सचिव डाॅ. हरितिमा, एसडीएम श्री उम्मेद सिंह रतनू, पेयजल अधीक्षण अभियंता श्री बलराम शर्मा, अधीक्षण अभियंता पीडब्ल्यूडी श्री सुमन बिनोचा, लेखाधिकारी श्री नरेश अग्रवाल, अधीशाषी अभियंता श्री मोहनलाल अरोड़ा, आबकारी अधिकारी प्रतिष्ठा पिलानिया, आयुक्त नगरपरिषद प्रियंका बुडानिया, जिला आयुर्वेद अधिकारी डाॅ. हरिन्द्र दावड़ा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन श्री लक्ष्मीनारायण पारीक ने किया।

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