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कर देंगे, करा देंगे नहीं चलेगा, काम तो करना ही पड़ेगा: डॉ. नवनीत शर्मा

 

कर देंगे, करा देंगे नहीं चलेगा, काम तो करना ही पड़ेगा: डॉ. नवनीत शर्मा

- परिवार कल्याण कार्यक्रम की वीसी के माध्यम से हुई समीक्षा
हनुमानगढ़। राज्य स्तर के निर्देशानुसार प्रदेश के सभी जिलों में माह के तीसरे सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग (वीसी) के माध्यम से परिवार कल्याण कार्यक्रम की समीक्षा की जाएगी। इसी क्रम में आज 18 जनवरी को तीसरा सोमवार होने के कारण जिला स्तर से वीसी का आयोजन किया गया। वीसी में खण्ड स्तर पर बीसीएमओ, बीपीएम, सीएचसी व पीएचसी के मेडिकल ऑफिसर्स एवं ब्लॉक स्तर का स्टॉफ उपस्थित था।
सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा ने जिले के सभी ब्लॉकों व चिकित्सा संस्थानों की प्रगति की विस्तारपूर्वक समीक्षा करते हुए संस्थानों के संबंधित क्षेत्र में पिछड़ने के कारण पर मंथन कर उन्हें सुधार करने के निर्देश दिए। डॉ. शर्मा ने पुरूष एवं महिला नसबंदी के सम्बन्ध में समस्त ब्लॉकों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि लाभार्थियों को सही समय पर कार्यक्रम संबंधी राशि मिल जानी है। इस संबंध में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि अब कर देंगे, करा देंगे नहीं चलेगा, काम तो करना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि समस्त बीसीएमओ एवं मेडिकल ऑफिसर्स द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों का नियमित रूप से निरीक्षण करते रहें। कार्यक्रम के लक्ष्यों को पाने में जो भी गैप आ रहे हैं उन्हें दूर करने के प्रयासों के बारे में निर्देश दिए गए।
एसीएमएचओ डॉ. पवन कुमार ने वीसी में परिवार कल्याण कार्यक्रम की जिले में वर्तमान स्थिति, कार्यक्रमों के लक्ष्यों की प्राप्ति, केसों की संख्या, एफडीएस, अंतरा इंजेक्टेबल की डोज, अंतरा राज पर अपडेट, आईयूसीडी, पीपीआईयूसीडी आदि के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने एनीमिया मुक्त राजस्थान में आगामी तीन महीने में दवाइयां बंटाने के लिए बीपीएम को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि दवाइयां सब सैण्टर, स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों तक पहुंचाएं एवं इसका सर्टीफिकेट कार्यालय भिजवाएं। बीसीएमओ इस कार्य का स्वयं वैरिफिकेशन करें। उन्होंने कहा कि कार्य एवं मद के अनुसार ही खर्चा करें। ऐसा ना हो कि किसी मद में सैन्शन से अधिक खर्चा कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि नसबंदी कैम्प का पूर्व ही प्रचार-प्रचार किया जाए और कैम्प वाले दिन अधिक से अधिक लाभार्थी नसबंदी करवाने आ सके। यदि कोई कैम्प फेल होता है, तो इसकी पूरी जिम्मेवारी बीसीएमओ एवं संबंधित मेडिकल ऑफिसर की होगी। उन्होंने कहा कि अंतरा के प्रथम एवं द्वितीय डोज में काफी गेप आ रहा है, उसे दुरूस्त करवाएं। उन्होंने वीसी में लगातार अनुपस्थित कार्मिकों व कार्यक्रम में कम प्रगति प्राप्त करने वाले कार्मिकों को नोटिस देने के निर्देश दिए। साथ ही अंतरा इंजेक्टेबल्स के डोज लगाने व उनकी अंतरा राज पर एंट्री करने के निर्देश दिए गए।
वीसी में जिला स्तर से सांख्यिकी अधिकारी श्रीमती करीना चौधरी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक जितेन्द्र राठौड़, डीएनओ सुदेश जांगिड़, डीएसी संदीप कुमार, सीओ-आईईसी मनीष शर्मा एवं परिवार कल्याण स्टॉफ उपस्थित था। 

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