हनुमानगढ़। जिले के राजकीय चिकित्सा संस्थानों पर 9 फरवरी, मंगलवार को सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) के तहत गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की गई। सोशल डिस्टेंसिंग सहित कोविड-19 की अन्य सभी महत्वपूर्ण गाईड लाईन का पालन करते हुए विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा गर्भवती महिलाओं की प्रसवपूर्व जाँच की गई।
आरसीएचओ डॉ. विक्रमसिंह ने बताया कि चिकित्सा संस्थानों में चिकित्सकों द्वारा गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच कर उनको गर्भ में पल रहे शिशु और स्वयं की देखभाल के गुर बताते हुए पोषण के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि जिले के 76 स्वास्थ्य केन्द्रों पर आज पीएमएसएमए के तहत शिविर लगाए गए, जिनमें 1551 गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जांच की गई। इस दौरान चिकित्सा संस्थानों पर कोविड-19 की सोशल डिस्टेंस सहित अन्य सभी महत्वपूर्ण गाइडलाइन का पूरा ध्यान रखा गया। गर्भवती महिलाओं को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव की जानकारी भी दी गई। जांच के दौरान हाई रिस्क प्रेग्नेंसी वाली गर्भवती महिलाओं की पहचान कर उन्हें तत्काल उपचारित कर आवश्यक रखरखाव के सुझाव दिए गए। अभियान को सफल बनाने के लिये जिलास्तरीय अधिकारियों सहित सभी ब्लॉक के खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारियों ने अपने अपने क्षेत्र के सरकारी चिकित्सा संस्थानों में मनाए गए अभियान की मॉनिटरिंग की। उन्होंने बताया कि अभियान में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था एवं प्रसव संबंधी समस्त जानकारी प्रदान की जा रही है। गर्भवती महिलाओं की गुणवत्ता युक्त प्रसव पूर्व जांच सुविधाएं देने के उद्देश्य से सुरक्षित मातृत्व दिवस का आयोजन किया जाता है, जिससे गर्भावस्था व प्रसव के दौरान जोखिम को कम करने में मदद मिल सके।
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