Advertisement

Advertisement

जिला कलक्टर ने कृषि मित्र ऐप का प्रथम संस्करण किया लांच

 

जिला कलक्टर ने कृषि मित्र ऐप का प्रथम संस्करण किया लांच

कृषकों, कृषि वैज्ञानिकों व छात्रों के लिये बेहद उपयोगी रहेगा यह ऐप
श्रीगंगानगर, । जिला कलक्टर श्री महावीर प्रसाद वर्मा ने गुरूवार को कृषि मित्र ऐप का प्रथम संस्करण लांच किया। कृषि मित्र ऐप कृषकों, कृषि वैज्ञानिकों व छात्रों के लिये बेहद उपयोगी रहेगा। यह ऐप राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र द्वारा विकसित किया गया है। कृषि मित्रा मोबाईल ऐप का प्रथम संस्करण Google play- https://play.google.com/store/apps/detail?id=nic.raj.krishiimitra पर उपलब्ध है। राज्य सूचना विज्ञान अधिकारी श्री तरूण तोशनीवाल के निर्देशन में इस ऐप का प्रथम संस्करण गूगल प्ले पर अपलोड किया गया है। जिला कलक्टर श्री वर्मा ने बताया कि ‘‘अयरमान् वनस्पतिर्मा व हामाचरीरिषत्। रवरत्योगृहेभ्य आवसै।‘‘ (वृक्ष को लगाना चाहिए, उनकी सुरक्षा करनी चाहिए क्योंकि ये जल स्त्रोतों की रक्षा करते है। वृक्ष फले-फूलें और हमारी वृद्धि भी हो) हमारे देश में जलवायु विविधता के कारण सभी फसलें उगाई जा सकती हैं। आज के वैज्ञानिक युग में अत्याधुनिक तकनीक एवं अनुसंधान विधियों के माध्यम से फसलों के उत्पादन में वृद्धि के लिये निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। गुणवत्तायुक्त फसल उत्पादन में उचित मात्रा में उर्वरकों का प्रयोग, जल प्रबंधन, रोग एवं कीट प्रबंधन की अहम भूमिका है। गुणात्मक एवं मात्रात्मक उत्पादन बढ़ाने के लिये आवश्यक है कि फसलों को प्रभावित करने वाले समस्त कारकों यथा बीज, सिंचाई, उर्वरक, मिट्टी एवं अन्य प्रबंधन को ध्यान में रखकर कृषि की जाये। कृषि मित्रा मोबाईल ऐप्लीकेशन कृषि के व्यवहारिक अनुभव एवं शोध परिणामों के आधार पर तैयार करने की चेष्टा की गई है।
श्रीगंगानगर जिले के लिये रबी, खरीफ एवं फलों के उत्पादन के लिये ज्ञानवर्धक कृषि मित्र ऐप का विकास राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र की जिला ईकाई गंगानगर द्वारा किया गया है। भारत के लगभग 26 राज्यों में नींबू वर्गीय फलों का उत्पादन किया जाता है, जिनमें किन्नू का स्थान विशेष है। किन्नू का उत्पादन राजस्थान में गंगानगर जिले में अधिकांशतः किया जाता है, जिसके स्वाद, रंग, फलों की गुणवत्ता लाजवाब है। नींबू वर्गीय फलों में नर्सरी से लेकर फसल अवस्था तक विभिन्न प्रकार के कीटों का प्रकोप देखा गया है। इस ऐप के माध्यम से अच्छी गुणवत्ता प्राप्त करने के लिये विभिन्न घटकों जैसे पौध लगाना, खाद्य एवं उर्वरक, सिंचाई, देखभाल, कीटों से बचाव, फलों का गिरना, तुड़ाई एवं उपज, नर्सरी पौध परिवहन एवं संस्थापन तथा जैविक किन्नू उत्पादन की तकनीकों पर प्रकाश डाला गया है

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Advertisement

Advertisement