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परिवार कल्याण कार्यक्रम की वीसी के माध्यम से हुई समीक्षा

 परिवार कल्याण कार्यक्रम की वीसी के माध्यम से हुई समीक्षा

हनुमानगढ़। राज्य स्तर के निर्देशानुसार प्रदेश के सभी जिलों में माह के तीसरे सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग (वीसी) के माध्यम से परिवार कल्याण कार्यक्रम की समीक्षा की जाएगी। इसी क्रम में आज मंगलवार को 23 मार्च को जिला स्तर से वीसी का आयोजन किया गया। वीसी में जिला स्तर पर एसीएमएचओ डॉ. पवन कुमार, स्वास्थ्य निरीक्षक संत कुमार बिश्नोई, एसओ करीना चौधरी एवं अन्य जिला स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। खण्ड स्तर से बीसीएमओ, बीपीएम, सीएचसी व पीएचसी के मेडिकल ऑफिसर्स एवं ब्लॉक स्तर का स्टॉफ उपस्थित था।
एसीएमएचओ डॉ. पवन कुमार ने जिले के सभी ब्लॉकों व चिकित्सा संस्थानों की प्रगति की विस्तारपूर्वक समीक्षा की। उन्होंने अच्छा कार्य कर रहे संस्थानों की हौसला अफजाई की तथा कई संस्थानों के संबंधित क्षेत्र में पिछड़ने के कारण पर उन्हें सुधार करने के निर्देश दिए। डॉ. पवन कुमार ने पुरूष एवं महिला नसबंदी के सम्बन्ध में समस्त ब्लॉकों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि लाभार्थियों को सही समय पर कार्यक्रम संबंधी राशि मिल जाए। उन्होंने कहा कि समस्त बीसीएमओ एवं मेडिकल ऑफिसर्स द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों का नियमित रूप से निरीक्षण करते रहें। कार्यक्रम के लक्ष्यों को पाने में जो भी गैप आ रहे हैं उन्हें दूर करने के प्रयासों के बारे में निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि यह वर्ष समाप्त होने में ज्यादा वर्ष शेष नहीं है, इसलिए अपने कार्यों एवं रिपोर्टिंग पूर्ण कर लें।
एसीएमएचओ डॉ. पवन कुमार ने जिला स्तरीय कार्यक्रमों की वर्तमान स्थिति, कार्यक्रमों के लक्ष्यों की प्राप्ति, केसों की संख्या, एफडीएस, अंतरा इंजेक्टेबल की डोज, अंतरा राज पर अपडेट, आईयूसीडी, पीपीआईयूसीडी आदि के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने एनीमिया मुक्त राजस्थान में दवाइयों के वितरण संबंधी चर्चा की। उन्होंने वर्ष में डिमाण्ड की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि समस्त सीएचसी इंचार्ज अपने बीसीएमओ से समन्वय स्थापित करें और कैम्पों की मोनिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि अंतरा के प्रथम एवं द्वितीय डोज में काफी गेप आ रहा है, उसे दुरूस्त करवाएं। उन्होंने वीसी में लगातार अनुपस्थित कार्मिकों को नोटिस देने, मीटिंग से बाहर उठकर जाने वाले व कार्यक्रम में कम प्रगति प्राप्त करने वाले कार्मिकों को सुधार करने के निर्देश दिए। साथ ही अंतरा इंजेक्टेबल्स के डोज लगाने व उनकी अंतरा राज पर एंट्री करने के निर्देश दिए गए। 

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