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प्रभारी मंत्री ने वीसी के माध्यम से ली बैठक

 प्रभारी मंत्री ने वीसी के माध्यम से ली बैठक

कोविड-19, विभिन्न योजनाओं, कार्यक्रमों की हुई समीक्षा
श्रीगंगानगर,। ऊर्जा, जल संसाधन, कला संस्कृति मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री डाॅ0 बी.डी. कल्ला ने कहा कि हमारे पास चिकित्सा के कितने ही संसाधन क्यो न हो, अगर गाईडलाईन की पालना नही की गई तो चिकित्सा संसाधन कम पड जाएंगे। उन्होने कहा कि सरकार द्वारा जारी एडवाईजरी की पालना की जा जाकर अनुशासन से ही इस महामारी से जीत सकते है।
डाॅ0 कल्ला शुक्रवार को वीसी के माध्यम से जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में विभिन्न योजनाओं, कार्यक्रमों व कोविड-19 की समीक्षा कर रहे थे। उन्होने कहा कि ग्राम स्तर पर जो समितियां बनी हुई है, उन्हे सक्रिय किया जाए। ये समितियां कोविड रोकथाम में मददगार बनेगी। डाॅ0 कल्ला ने कहा कि डोर-टू-डोर सर्वे पर विशेष जोर दिया जाए। सर्वे में इस बाज का ध्यान रखा जाए कि कोई घर वंचित न रहे तथा किसी परिवार में आईएलआई के रोगी मिलने पर उन्हे उपचार किट देवें।
डाॅ0 कल्ला ने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर में लगभग 45 प्रतिशत नागरिक ग्रामीण क्षेत्र प्रभावित है। उन्होने कहा कि ग्रामीण व शहरी क्षेत्र मे हाईपोक्लोराईड का छिड़काव किया जाए तथा कोविड-19 से प्रभावित क्षेत्र में बार-बार छिडकाव किया जाए। उन्होने कोविड-19 टीकाकरण की समीक्षा की तथा निर्देश दिए कि सरकार द्वारा जारी निर्देशों के अनुरूप प्रत्येक नागरिक का टीकाकरण किया जाना है तथा दूसरी डोज की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित रखनी है। बैठक में जानकारी दी गई कि जिले में फ्रंट लाईन वर्कस का 89 प्रतिशत, 60 वर्ष से अधिक आयु वालों के 62 प्रतिशत तथा 45 वर्ष से अधिक आयु वालों 41 प्रतिशत टीकाकरण किया जा चुका है।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि चिकित्सालयों में कोविड रोगियों के लिए बेड तथा आॅक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होने कहा कि स्थानीय विधायक क्षेत्र विकास योजना से रोगियों के लिए बाईपेप क्रय किए जाए, जो ज्यादा कारगर है। बैठक में बताया गया कि जिले में 5995 रोगी है, जिनमें से 492 विभिन्न चिकित्सालयों में उपचाराधीन है। 76 आईसीयू मे तथा 24 वेन्टीलेटर पर है।
प्रभारी मंत्री ने बीससूत्राी कार्यक्रम की समीक्षा की। उन्होन कहा कि जिस बिन्दु में हम बी व सी श्रेणी में है, उनमें प्रगति कर ए श्रेणी में लाना है। उन्होेने कहा कि जलजीवन मिशन में जिले को प्रथम स्थान पर लाना है। पेयजल से जुडी इस योजना में किसी प्रकार की कोताही बर्दास्त नही होगी। उन्होने कहा कि ऐसे गरीब जिनके पक्के मकान नही है उन्हे सूचिबद्ध किया जाए। प्रधानमंत्री आवास योजना में जिले में 38 हजार स्वीकृतियां जारी की गई थी, जिनमें से 31 हजार 647 मकान बन गए है तथा कुछ परिवार ऐसे है, जिनके पास स्वयं का भूखण्ड़ नही है। उन्होने सड़क विकास तथा विधुत के क्षेत्र में कृषि कनैैक्शन की प्रगति की समीक्षा की।
ग्राम स्तर की समितियों को अलर्ट किया: जिला कलक्टर
जिला कलक्टर श्री जाकिर हुसैन ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि 142.50 हैक्टयर का जो लक्ष्य निर्धारित है, उसके अनुरूप वर्षा ऋतु से पूर्व वर्षारोपण की तैयारियां सुनिश्चित की जाए। उन्होने कहा कि शीशम, नीम इत्यादि उपयोग पेड लगाए जाए। उन्होने बताया कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में राज्य स्तर से 13 चिकित्सीय संस्थाओं को अधिकृत किया गया है। जिले मे कोविड-19 रोकथाम के लिए 8 कोविड केयर सैन्टर संचालित है, जहां आॅक्सीजन की सुविधा है। सादुलशहर, अनूपगढ, रायसिंहनगर तथा करणपुर में आॅक्सीजन प्लान्ट स्वीकृत हुए है।
जिला कलक्टर ने बताया कि जिले में विभिन्न विधायकगणों द्वारा 189 लाख रूपये की राशि चिकित्सा क्षेत्रा के लिए दी गई है। उन्होने कहा कि आॅक्सीजन की अपूर्ति राज्य स्तर से की जा रही है। वर्तमान में स्थिति संतोषजनक है। उन्होने कहा कि रेमडेशिवर दवा की आवश्कता के अनुरूप आपूर्ति करवाई जाए। ग्रामीण क्षेत्र में प्रथम चरण का डोर-टू-डोर सर्वे किया जाकर संदिग्ध रोगियों को उपचार किट दी गई है तथा दूसरा सर्वे प्रारम्भ कर दिया गया है। ग्रामीण समितियों को अलर्ट कर दिया गया है।

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