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पीलीबंगा सीएचसी में चिकित्सा अधिकारियों व नर्सिंगकर्मियों की ली बैठक

 चिकित्साकर्मी संवेदनशील होकर काम करें, मरीजों को उपचार देने के साथ उनका हौंसला भी बढ़ाएं रू डॉ. नवनीत शर्मा



- पीलीबंगा सीएचसी में चिकित्सा अधिकारियों व नर्सिंगकर्मियों की ली बैठक
- कोविड वार्ड में जाकर कोरोना पॉजीटिव मरीजों से पूछी कुशलक्षेम

हनुमानगढ़,। सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा ने कहा कि कोविड पॉजीटिव मरीजों को त्वरित राहत देने के लिए अधिकारियों को ज्यादा संवेदनशील एवं सक्रिय होकर काम करना होगा। उपचार करने के साथ-साथ उनका हौसला भी बढ़ाना होगा ताकि कोविड केयर सेंटर में मरीजों को पारिवारिक माहौल मिल सके। इससे वो कोविड संक्रमण से जल्दी रिकवर हो पाएंगे। यह बात सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा ने आज यह बात सीएचसी पीलीबंगा में आयोजित बैठक में उपस्थित चिकित्सकों व नर्सिंगकर्मियों से कही।
सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा ने आज खण्ड पीलीबंगा का निरीक्षण कर समस्त डॉक्टर्स एवं नर्सिंग कर्मियों की बैठक ली। उनके साथ डॉ. मनोज अरोड़ा, डॉ. हरिओम बंसल, डॉ. ममता बंसल, डॉ. रोहित भादू सहित अन्य डॉक्टर्स एवं नर्सिंग कर्मी भी उपस्थित थे। स्टॉफ की बैठक लेते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना मरीजों का उपचार करते हमें संवेदनशील होकर कार्य करना होगा। उपचार करने के साथ-साथ एक मित्र की तरह उनका हौसला भी बढ़ाना होगा। बीमारी का खौफ मरीजों के मन-मस्तिष्क पर हावी हो जाता है, जिससे उसका मनोबल गिर सकता है। ऐसे में दवाई के साथ-साथ उसका मनोबल भी बढ़ाना चाहिए ताकि वह जल्द से जल्द ठीक हो सके। उन्होंने कहा कि इलाज के दौरान अगर किसी कोविड पॉजीटिव मरीज की मृत्यु हो जाती है, तो हमें मानवीय संवेदनाओं को ध्यान में रखते हुए समस्त कार्यवाही गाइडलाइन के अनुरुप ही करनी होगी। शव को जल्द से जल्द से वार्ड से शिफ्ट करना चाहिए, जिससे अन्य मरीजों में घबराहट ना हो। कोविड मरीज के शव को अच्छी तरह से पैक करवाते हुए मोर्चरी में शिफ्ट करवाएं तथा उसे सेनेटाइज करवाएं। जल्द से जल्द परिजनों की सूचना दें और उन्हें कोविड गाइडलाइन के अनुसार उसका अन्तिम संस्कार करवाने की प्रक्रिया से अवगत करवाएं। उन्होंने कहा कि अगर कोरोना पॉजीटिव रोगी के शव को परिजनों को सुपुर्द किया जाता है, तो उन्हें सीधा अन्तिम संस्कार के लिए कहा जाए, क्योंकि अस्पताल के बाद शव का अन्तिम संस्कार करने पर कोविड संक्रमण की सम्भावना नगण्य रह जाती है। यदि किसी के साथ कोई परिजन ना हो या परिजन शव लेकर जाने में सक्षम ना हो, तो प्रशासन के साथ समन्वय बनाते हुए कोरोना गाइडलाइन के अनुरुप अन्तिम संस्कार करवाना सुनिश्चित करें। शव परिजनों को सुपुर्द करने के बाद मोर्चरी को पुनरू सेनेटाइज करवाया जाए।
उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया कि गत दिवस कोरोना पॉजीटिव मरीज की मृत्यु होने के बाद हुई लापरवाही की जांच करवाई जाए और इसमें कोई दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। इसके बाद उन्होंने सीएचसी पीलीबंगा में स्टॉफ एवं दवाइयों के बारे में चर्चा की। उन्होंने वार्डों का निरीक्षण करते हुए दवाइयों का निरीक्षण किया एवं स्टॉक की भी जानकारी ली। उन्होंने सी-4 मेें भर्ती रोगियों के बारे में जानकारी ली तथा वहां उपचार ले रहे रोगियों से उनकी कुशलक्षेम पूछी। उसके बाद उन्होंने डॉ. हरिओम बंसल ने पीड्रियाटिक वार्ड के बारे में समस्त जानकारी ली तथा उसका निरीक्षण भी किया।

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