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रेलवे ने रीट परीक्षार्थियों के लिये की चिकित्सा सेवा केंद्रो की व्यवस्था’

 रेलवे ने रीट परीक्षार्थियों के लिये की चिकित्सा सेवा केंद्रो की व्यवस्था’


’स्पेशल ट्रेन चलाने के अलावा सामाजिक सरोकार भी निभाये’
श्रीगंगानगर, । राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा को देखते हुए उत्तर पश्चिम रेलवे ने विशेष तैयारियां की, जिसके फलस्वरूप स्टेशनों पर परीक्षार्थियों एवं यात्रियों को किसी भी तरह की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा एवं शान्तिपूर्ण तरीके से सभी अपने गतंव्य की ओर पहुँचे।
 उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट शशि किरण के अनुसार परीक्षा में सम्मिलित होने वाले परिक्षार्थियों के रेल द्वारा सुगम यात्रा हेतु 54 (27 जोड़ी) विशेष परीक्षा स्पेशल ट्रेनों का संचालन, 50 नियमित ट्रेनों में 64 अतिरिक्त डिब्बे बढाये गये, टिकट प्राप्ति हेतु वर्तमान में संचालित काउन्टरों के अतिरिक्त विशेष काउन्टरों का संचालन, क्यूआर कोड द्वारा अनारक्षित टिकटों की यूटीएस एप द्वारा जल्दी प्राप्ति एवं रेलवे अधिकारी एवं कर्मचारियों को स्टेशनों पर तैनात किया गया। परीक्षार्थियों व यात्रियों की सुविधा के लिए खानपान की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की गई तथा सटीक सूचना देने के लिए स्टेशनों पर उपलब्ध पीए सिस्टम के माध्यम से लगातार घोषणाऐं एवं सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ बनाने के लिए रेलवे सुरक्षा बल एवं राजकीय रेलवे पुलिस को मुस्तैदी से तैनात किया गया। परीक्षा स्पेशल एवं अन्य गाड़ियों में आरपीएफ/जीआरपी द्वारा एस्कोर्ट किया गया।
 लेफ्टिनेंट शशि किरण ने बताया कि उत्तर पश्चिम रेलवे के प्रमुख स्टेशनों पर परीक्षार्थियों व यात्रियों की सहायता एवं किसी भी आपात परिस्थिति से निपटने के लिए चिकित्सा बूथ स्थापित किये गये। जयपुर मण्डल में जयपुर, गांधीनगर, दुर्गापुरा, दौसा, बांदीकुई, अलवर, रेवाडी, किशनगढ, बनस्थली निवाईए ढेहर का बालाजी, रींगस, सीकर, झुंझुनू एवं फुलेरा स्टेशनों, बीकानेर मण्डल पर बीकानेर, लालगढ, सूरतगढ, श्रीगंगानगर, हनुमानगढए रतनगढ, चूरू एवं सादुलपुर स्टेशनों, जोधपुर मण्डल पर जोधपुर, राई का बाग, भगत की कोठी, डेगाना, फलोदी, बाडमेर, नागौर, पाली मारवाड, मेडता रोड, जैसलमेर, समदडी एवं जालोर तथा अजमेर मण्डल में अजमेर, आबूरोड, उदयपुर, भीलवाड़ा एवं डूंगरपुर स्टेशनों पर किसी भी आपातस्थिति से निपटने के लिए चिकित्सा सहायकता केन्द्र स्थापित किये गये, जिन पर रेलवे मेडिकल स्टॉफ को मय उपकरण एवं दवाईयों के साथ नियुक्त किया गया। जयपुर मण्डल के स्टेशनों पर लगभग 200 परीक्षार्थियों एवं यात्रियों ने मेडिकल सहायता प्राप्त की। उत्तर पश्चिम रेलवे चिकित्सा विभाग के बेहतर प्रबंधन से किसी भी स्टेशन पर कोई मेडिकल इमरजेन्सी नहीं हुई। 

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