अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर तीन-तीन स्वयंसेवी व साक्षरता शिक्षकों को किया सम्मानित
हनुमानगढ.। अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के उपलक्ष्य पर साक्षरता एवं सतत शिक्षा विभाग द्वारा पढना-लिखना अभियान के अंतर्गत बेसिक मूल्यांकन परीक्षा में लर्नर्स को सर्वाधिक परीक्षा में बैठाने वाले तीन स्वयंसेवी शिक्षकों एवं तीन साक्षरता शिक्षकों को सम्मान पत्र एवं प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी श्री वीरेन्द्र कुमार ने की। इस अवसर पर मुख्य अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) श्री रामेश्वर लाल गोदारा, विशिष्ठ अतिथि सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी श्री सुरेश बिश्नोई एवं महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय अंग्रेजी माध्यम के प्रधानाचार्य श्री गुरमीत सिंह बराड थे।
महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालय प्रांगण में हुए जिला स्तरीय कार्यक्रम के दौरान मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि साक्षरता कार्यक्रम बहुआयामी है। अक्षर ज्ञान तक सीमित न रहकर इसे नशा मुक्ति, सामाजिक चेतना और कुरीतियों के निवारण से जोड़ना चाहिए। उन्होंने साक्षरता के क्षेत्र में अपने अनुभव साझा किए।सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी श्री सुरेश बिश्नोई ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि अब युवा पीढ़ी को इस बात के लिए साक्षर करने की जरूरत है कि नशे से कैसे बचा जाए और नशे से क्या नुकसान हो सकता है। अन्यथा आने वाली पीढियां ही नशे से खत्म हो जाएंगी। साक्षरता कार्यक्रम के पाठ्यक्रम में इसे अवश्य शामिल किया जाये। सहज भाव से इसे जिला साक्षरता अधिकारी श्री प्रेम कुमार घोटिया ने स्वीकारा एवं यह अभिव्यक्ति की हम अपने स्तर से पूर्ण रूपेण समाप्त करने का सतत प्रयास करेंगे।
प्रधानाचार्च श्री गुरमीत सिंह बराड़ ने साक्षरता अभियान को डिजिटल क्रांति से जोडने का आह्वान करते हुए कहा कि परम्परागत पढाई-लिखाई के साथ-साथ कंप्यूटर शिक्षा अवश्य सीखें। साइबर क्राइम के प्रति स्वयं सावधान रहें, दूसरों को भी प्रेरणा दे।
जिला साक्षरता एवं सतत शिक्षा अधिकारी श्री प्रेम कुमार घोटिया ने साक्षर होने के फायदों के बारे में बताते हुए कहा कि यदि हर व्यक्ति साक्षर होगा तो वह अपने हित व अहित के बारे में सोच सकता है। उसे अपने हर अधिकार के बारे में जानकारी होगी। उन्होने बताया कि जिले को पढना-लिखना अभियान के अन्तर्गत 6600 लर्नर्स को इस अभियान से जोडने हेतु लक्ष्य दिया गया था। जिले की 269 ग्राम पंचायतों को फोकस किया जाकर हमने 8487 लर्नर्स को बेसिक मूल्यांकन परीक्षा दिलवाई। जो कि संपूर्ण लक्ष्य से 28 प्रतिशत अधिक है, इस हेतु उनके द्वारा समस्त स्वयंसेवी शिक्षकों एवं साक्षरता शिक्षकों सार्थक एवं सतत प्रयास का परिणाम है अर्थात जिले में 128 प्रतिशत लक्ष्य अर्जित किया गया है।
कार्यक्रम में मंच संचालन श्री सूर्य प्रकाश जोशी ने किया। इस अवसर पर सूचना सहायक श्री रजनीश गुलाटी, विद्यालय के अध्यापक श्री पंकज अरोडा,श्री संदीप कुमार,श्री दिलीप कुमार,श्री अजय धूडिया आदि उपस्थित थे।अंत में सहायक परियोजना अधिकारी श्री राजकुमार छाबडा ने सभी आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापित किया ।
जिला साक्षरता एवं सतत शिक्षा अधिकारी श्री प्रेम कुमार घोटिया ने साक्षर होने के फायदों के बारे में बताते हुए कहा कि यदि हर व्यक्ति साक्षर होगा तो वह अपने हित व अहित के बारे में सोच सकता है। उसे अपने हर अधिकार के बारे में जानकारी होगी। उन्होने बताया कि जिले को पढना-लिखना अभियान के अन्तर्गत 6600 लर्नर्स को इस अभियान से जोडने हेतु लक्ष्य दिया गया था। जिले की 269 ग्राम पंचायतों को फोकस किया जाकर हमने 8487 लर्नर्स को बेसिक मूल्यांकन परीक्षा दिलवाई। जो कि संपूर्ण लक्ष्य से 28 प्रतिशत अधिक है, इस हेतु उनके द्वारा समस्त स्वयंसेवी शिक्षकों एवं साक्षरता शिक्षकों सार्थक एवं सतत प्रयास का परिणाम है अर्थात जिले में 128 प्रतिशत लक्ष्य अर्जित किया गया है।
कार्यक्रम में मंच संचालन श्री सूर्य प्रकाश जोशी ने किया। इस अवसर पर सूचना सहायक श्री रजनीश गुलाटी, विद्यालय के अध्यापक श्री पंकज अरोडा,श्री संदीप कुमार,श्री दिलीप कुमार,श्री अजय धूडिया आदि उपस्थित थे।अंत में सहायक परियोजना अधिकारी श्री राजकुमार छाबडा ने सभी आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापित किया ।
0 टिप्पणियाँ
इस खबर को लेकर अपनी क्या प्रतिक्रिया हैं खुल कर लिखे ताकि पाठको को कुछ संदेश जाए । कृपया अपने शब्दों की गरिमा भी बनाये रखे ।
कमेंट करे