हनुमानगढ़। किसानों के लिए आज का दिन खुशखबरी लेकर आया है। पंजाब में राजस्थान कैनाल में रिलाइनिंग का कार्य अब पूर्ण हो चुका है। सिंचाई विभाग के चीफ अमरजीत मेहरड़ा ने बताया कि देर रात्रि तक सरहिंद फीडर के कॉमन बैंक का कार्य भी पूर्ण किया जा चुका है। रात्रि को हरिके बैराज से नहर में पानी छोड़ा गया है। इंदिरा गान्धी नहर में अभी 12 जिलों को पेयजल सप्लाई दी गयी है। नहर में पेयजल छोड़े जाने से प्रदेश के 12 जिलों में पेयजल किल्लत से आने वाले समय मे अब राहत मिलेगी। तो वहीं 10 जिलों में सिंचाई पानी भी जल्द रेगुलेशन बनाकर दिया जाना तय होगा।
इंदिरागांधी नहर में करीब दो माह की बंदी खत्म हो गयी है। सिंचाई विभाग के चीफ अमरजीत मेहरड़ा ने बताया कि हरिके हैड से राजस्थान के लिए मंगलवार को इसमें 2500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। कल बुधवार को पानी मसीतावाली हैड पर पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। मेहरड़ा ने बताया कि सोमवार देर रात को लाइनिंग दुरुस्त होने के बाद हरिके बैराज से कम क्सूसेक पानी छोड़ा गया था। जिसे धीरे-धीरे पानी की मात्रा बढ़ाकर अब 2500 क्यूसेक कर दिया गया है।
फिलहाल अभी पानी पेयजल के लिए उपयोग में लिया जाएगा बाद में सिंचाई के लिए रेगुलेशन तय किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि सरहिंद फीडर व राजस्थान फीडर के कॉमन बैंक की नई लाइनिंग का कार्य पूर्ण हो गया है। इसके अलावा इंदिरागांधी नहर पंजाब व राजस्थान भाग में भी लाइनिंग कार्य पूर्ण हुए हैं। इससे भविष्य में राजस्थान की नहरों मेें तय शेयर के अनुसार पानी चलाना संभव होगा। इंदिरागांधी नहर से हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, बीकानेर, चूरू, नागौर, जैसलमेर, जोधपुर सहित प्रदेश के बारह जिलों में पेयजल आपूर्ति होती है। इस तरह बंदी खत्म होने पर अब इन जिलों में लाखों लोगों को पीने का पानी उपलब्ध हो सकेगा। बंदी की वजह से इन जिलों में पेयजल किल्लत की स्थिति बनी हुई है।
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