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पेयजल और नहरी पानी की समस्याओं को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है सरकार

 पेयजल और नहरी पानी की समस्याओं को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है सरकार

जल संसाधन मंत्री ने किया गंग नहर स्काडा नियंत्रण कक्ष का उद्घाटन
श्रीगंगानगर,। जल संसाधन (आयोजना) एवं इंदिरा गांधी नहर परियोजना विभाग के मंत्री श्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीय ने गुरुवार को जल संसाधन कार्यालय (सिंचाई विश्राम गृह) में राष्ट्रीय हाइड्रोलॉजी परियोजना के अंतर्गत गंग नहर स्काडा नियंत्रण कक्ष का उद्घाटन किया। इस शुरुआत को बेहद महत्वपूर्ण बताते हुए मंत्राी ने कहा कि पेयजल और नहरी पानी की समस्याओं को दूर करने के लिए राजस्थान सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।  
कार्यक्रम में मंत्री श्री मालवीय ने कहा कि आईजीएनपी में रिलाइनिंग होने के बाद पेयजल और किसानों की नहरी पानी की समस्या दूर होगी। नहरी पानी की समस्याओं को निष्पक्ष तरीके से दूर करने के लिए अधिकारियों को निर्देश देते हुए मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने नहरी तंत्र में सुधार के लिए 750 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। उनका प्रयास रहेगा कि अंतिम छोर तक पानी पहुंचे। खाला निर्माण के लिए अगले बजट में प्रावधान करवाने का आश्वासन देते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार नहरों में पानी की उपलब्धता बढ़ाने के लिए लगातार पंजाब सरकार के संपर्क में है। नहर बंदी के दौरान पेयजल समस्या का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि विभाग के सभी अधिकारी और कर्मचारी 24 घंटे काम करेंगे। पानी चोरी रोकने के लिए भी लगातार प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि जो समस्याएं किसानों ने बताई हैं, अधिकारी प्राथमिकता से उनका निस्तारण करें।
श्रीकरणपुर विधायक श्री गुरमीत सिंह कुन्नर ने कहा कि गंग नहर और आईजीएनपी की टेल को पूरी तरह से फीड किया जाए ताकि अंतिम छोर तक पानी पहुंच सके। गंगानगर विधायक श्री राजकुमार गौड़ ने भी स्काडा सिस्टम की शुरूआत को गंग नहर के किसानों के लिए उपयोगी बताते हुए कहा कि इसके जरिए नहरी पानी के वितरण की समस्या दूर होगी। फिरोजपुर फीडर की मरम्मत के लिए 200 करोड रुपए देने पर उन्होंने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि किसानहित गहलोत सरकार की प्राथमिकता में है।

जिला प्रमुख श्री कुलदीप इंदौरा ने नहरी पानी की समस्याओं को दूर करने की आवश्यकता जताई जबकि पूर्व सांसद श्री शंकर पन्नू ने कहा कि प्राथमिकता से नहर की टेल तक पानी उपलब्ध करवाया जाए ताकि अंतिम छोर पर बैठे किसानों को फसल पकाने के लिए पानी मिल सके। उन्होंने कहा कि किसानों की सिंचाई की तीसरी बारी खाली ना जाए, इसके लिए उपलब्ध नहरी पानी का प्रभावी वितरण सुनिश्चित किया जाए।
इससे पूर्व जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता श्री धीरज चावला ने बताया कि गंग नहर और इससे जुड़ी वितरिकाओं में पानी की मात्रा जानने के लिए सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एग्जीक्यूशन सिस्टम (स्काडा) लगाया गया है। इससे नहरों में पानी कम-ज्यादा होने की जानकारी भी मिल जाएगी। अभी तक हैडों पर मैनुअल तरीके से पानी मापने की व्यवस्था थी, लेकिन स्काडा से यह काम ऑनलाइन हो जाएगा।  
कार्यक्रम में जिला कलक्टर श्रीमती रुक्मणि रियार सिहाग, एसपी श्री आनंद शर्मा, पूर्व विधायक श्री दौलत राज, केश कला बोर्ड के अध्यक्ष महेंद्र गहलोत, श्री कृष्ण गोदारा, श्री अमरजीत सिंह मेहरड़ा, पूर्व पार्षद प्रेम नायक सहित अन्य मौजूद रहे।

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