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हेपेटाइटिस दिवस तक आयोजित होंगी गतिविधियां, पेयजल स्वच्छता पर भी रहेगा जोर

 हेल्थी लीवर जागरूकता अभियान का आगाज


-हेपेटाइटिस दिवस तक आयोजित होंगी गतिविधियां, पेयजल स्वच्छता पर भी रहेगा जोर
श्रीगंगानगर,। हेपेटाइटिस बीमारी के प्रति जागरूकता लाने के लिए जिले में हेल्थी लीवर जागरूकता अभियान का गुरुवार से आगाज हुआ। यह अभियान विश्व हेपेटाइटिस दिवस 28 जुलाई तक लगातार चलेगा। इस दौरान विभिन्न जागरूकता गतिविधियों के साथ ही पेयजल स्वच्छता व सैंपलिंग सहित टीकाकरण पर जोर रहेगा। जिला कलेक्टर रूकमणि रियार सिहाग की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में अभियान की शुरुआत की गई।
 जिला कलेक्टर श्रीमती रूकमणि रियार सिहाग ने बताया कि अनेक लोग हेपेटाइटिस से पीड़ित हैं, लेकिन अधिकांश लोग इससे अनजान होते हैं। यही वजह है कि इसके बारे में जाने बिना और इलाज कराए बिना अनेक लोग अपना जीवन खो देते हैं। विश्व में हेपेटाइटिस से हर साल करीब 14 लाख लोगों की मृत्यु होती है। इस बीमारी से बचने से लिए सबसे जरूरी है कि हम अपने लीवर का ध्यान रखें। अगर लीवर स्वस्थ्य रहेगा तो हेपेटाइटिस समेत कई बीमारियों से बचा जा सकता है। जिला कलेक्टर रूकमणि रियार सिहाग ने संबंधित विभागाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे गंभीरता से अभियान में अपना दायित्व निभाएं। पेजयल विभाग की ओर से स्वच्छ पेजयल सप्लाई करने, सैंपलिंग करने सहित आमजन को जागरूक करने के निर्देश दिए गए हैं साथ ही विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे पेयजल स्रोतों की नियमित सप्लाई कर रिपोर्ट भेजें।
सीएमएचओ डॉ0 गिरधारी लाल मेहरड़ा ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र संघ के साथ ही भारत का लक्ष्य है कि 2030 तक देश हेपेटाइटिस से मुक्त हो। हेपेटाइटिस में अक्सर लीवर में सूजन होती है। हेपेटाइटिस का इलाज इस पर निर्भर करता है कि संक्रमण कितना पुराना और फैलाव कितना है। इसे एक्यूट और क्रोनिक हेपेटाइटिस कहते हैं। हेपेटाइटिस के वायरस पांच प्रकार के होते हैं. ए, बी, सी, डी और ई। इनमें हेपेटाइटिस बी और सी लाखों लोगों में पुरानी बीमारी की वजह से होते हैं, जो लीवर में जलन और संक्रमण के अलावा कई बार इस वायरस से लीवर फाइब्रोसिस या लीवर कैंसर तक होने की संभावना रहती है। हेपेटाइटिस ए और ई आमतौर पर दूषित भोजन या पानी के सेवन से होती है। कई बार हेपेटाइटिस वायरस का संक्रमण संक्रमित रक्त के शरीर में चढऩे या संक्रमित शरीर के तरल पदार्थ के संपर्क में जाने से, जन्म के समय बच्चे को मां से भी होता है। आमजन को हेल्थी लीवर व हेपेटाइटिस बीमारी के प्रति जागरूक करने के लिए ही यह अभियान शुरू किया गया है ताकि जिलेवासियों को इस बीमारी से बचाया जा सके।
बैठक में पीएमओ डॉ0 बलदेव सिंह चौहान, एसीएमएचओ डॉ0 मुकेश मेहता, डिप्टी सीएमएचओ डॉ0 गुंजन खुंगर, आरसीएचओ डॉ0 अरूण चमडिय़ा, एनटीसीपी प्रभारी अजय सिंह शेखावत, डीपीएम विपुल गोयल, नकुल शेखावत, सीओआईईसी विनोद बिश्रोई सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। एनएचएम एमडी डॉ0 जितेंद्र कुमार सोनी ने इस संबंध में प्रभावी गतिविधियां करने के निर्देश दिए हैं।

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