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जिला कलक्टर रुक्मणि रियार के निर्देशन में जिले के चिकित्सा विभाग का नवाचार :प्राइवेट स्कूलों के बच्चों को भी निःशुल्क आयरन की दवाई

जिला कलक्ट्रेट सभागार में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन


हनुमानगढ़,। छोटे बच्चों में खून की कमी को दूर करने के लिए टिब्बी के प्राइवेट स्कूलों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को आयरन की दवाई खिलाई जाएगी। इसी क्रम में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन आज बुधवार को कलक्ट्रेट परिसर में जिला कलक्टर श्रीमती रुक्मणि रियार के निर्देश पर किया गया, जिसकी अध्यक्षता अतिरिक्त जिला कलक्टर श्रीमती प्रतिभा देवठिया ने की। बैठक में अतिरिक्त एसीएमएचओ डॉ. रवि खीचड़, एनीमिया मुक्त राजस्थान के जोनल प्रोजेक्ट हैड श्री सुनील कुमार, चिकित्सा विभाग के कार्मिक तथा टिब्बी के 52 प्राइवेट स्कूलों के प्रिंसीपल तथा प्रतिनिधि उपस्थित रहे। 


एडीएम श्री प्रतिभा देवठिया ने कहा कि एनीमिया मुक्त राजस्थान कार्यक्रम के तहत बच्चों, किशोर-किशोरियों, प्रजनन उम्र की महिलाओं, गर्भवती महिलाओं तथा धात्री माताओं में एनीमिया की दर कम करने के लिए प्रत्येक माह के पहले मंगलवार को प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्रों, राजकीय विद्यालयों, उपस्वास्थ्य केन्द्रों एवं सभी राजकीय चिकित्सा संस्थानों पर शक्ति दिवस के रूप आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिला कलक्टर श्रीमती रुक्मणि रियार के निर्देशन में इसमें नवाचार करते हुए अब प्राइवेट स्कूल में अध्ययनरत बच्चों को भी आयरन की गोली खिलाई जाएगी। चिकित्सा विभाग ने नवाचार के रूप में सर्वप्रथम  पायलट प्रोजेक्ट के रूप में टिब्बी के प्राइवेट स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों को आयरन की दवाई खिलाई जाएगी। उन्होंने बैठक में उपस्थित प्राइवेट स्कूलों के प्रतिनिधियों से चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर अधिक से अधिक बच्चों को दवा खिलाकर एनीमिया मुक्त राजस्थान बनाने की अपील की। सीएमएचओ श्री ओपी चाहर ने इस नवाचार के लिए कहा कि बच्चों में खून की कमी को दूर करना हमारा प्रयास है ।

एसीएमएचओ डॉ. रवि खीचड़ ने कहा कि बच्चों में थकान, भूख ना लगना, नाखूनों का सफेद होना, जीभ पर सफेद परत का होना जैसे कुछ सामान्य लक्षण हों, तो उनमें खून की कमी हो सकती है। ऐसे में उनकी एनीमिया की जांच करवाई जानी चाहिए ताकि समय रहते उसका उपचार किया जा सके। इसके अलावा बच्चों को दवा के साथ-साथ आयरन, विटामिन-सी एवं पोषण से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करवाना चाहिए। उन्होंने बैठक में उपस्थित स्कूलों के प्रतिनिधियों से एनीमिया मुक्त राजस्थान की अवधारणा को साकार करने में सहयोग का निवेदन किया। प्रोजेक्ट हैड श्री सुनील कुमार ने एनीमिया मुक्त राजस्थान के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी।

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