Advertisement

Advertisement

प्रधानमंत्री मोदी ने नाथद्वारा में 5500 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखी एवं राष्ट्र को समर्पित किया

 

श्रीगंगानगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के नाथद्वारा में आज 5500 करोड़ रुपयें से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि विकास परियोजनाएं उस क्षेत्र में बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करती हैं, जहां रेलवे और सड़क परियोजनाएं माल और सेवाओं की आवाजाही की सुविधा प्रदान करेंगी, जिससे व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्र में लोगों की सामाजिक.आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।

 सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने भगवान श्रीनाथ की गौरवशाली भूमि मेवाड़ के दर्शन का अवसर मिलने पर आभार व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने दिन में पहले नाथद्वारा में श्रीनाथजी मंदिर में दर्शन और पूजा कर आजादी का अमृत काल में एक विकसित भारत के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए आशीर्वाद की कामना की।

 आज जिन परियोजनाओं को समर्पित और शिलान्यास किया गया, उनका उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये परियोजनाएं राजस्थान की कनेक्टिविटी को बढ़ाएगी। जहां नेशनल हाईवे के उदयपुर से शामलाजी सेक्शन को सिक्स लेन करने से उदयपुर, डूंगरपुर और बांसवाड़ा को फायदा होगा। वहीं एनएच-25 के बिलाड़ा-जोधपुर खंड से जोधपुर से सीमावर्ती इलाकों तक पहुंच आसान हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जयपुर-जोधपुर के बीच यात्रा में लगने वाले समय में तीन घंटे की कमी आएगी और कुम्भलगढ़ और हल्दीघाटी जैसे विश्व विरासत स्थलों तक पहुंचना आसान हो जाएगा। उन्होंने कहा ’श्री नाथद्वारा से नई रेलवे लाइन मेवाड़ को मारवाड़ से जोड़ेगी और संगमरमर, ग्रेनाइट और खनन उद्योग जैसे क्षेत्रों में मदद करेगी’।

 प्रधानमंत्री ने कहा किए भारत सरकार राज्य के विकास के साथ राष्ट्र के विकास के मंत्र में विश्वास करती है’, जैसा कि उन्होंने कहा कि राजस्थान भारत के सबसे बड़े राज्यों में से एक है। राज्य को भारत के साहस, विरासत और संस्कृति का वाहक बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में विकास की गति का सीधा संबंध राजस्थान के विकास से है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राज्य में आधुनिक बुनियादी ढांचे पर विशेष जोर दे रही है। उन्होंने बताया कि आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर सिर्फ रेलवे और रोडवेज तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह गांवों और शहरों के बीच कनेक्टिविटी भी बढ़ाता है, सुविधाओं को बढ़ावा देता है और समाज को जोड़ता है, डिजिटल कनेक्टिविटी बढ़ाकर लोगों के जीवन को आसान बनाता है। उन्होंने कहा कि आधुनिक बुनियादी ढांचा न केवल भूमि की विरासत को बढ़ावा देता है बल्कि विकास को भी गति देता है। देश में हर संभव बुनियादी ढांचे में अभूतपूर्व निवेश और विकास की अभूतपूर्व गति को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ’अगले 25 वर्षों में एक विकसित भारत के संकल्प के पीछे आधुनिक बुनियादी ढांचा शक्ति के रूप में उभर रहा है।’ प्रधान मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार हर बुनियादी ढांचा क्षेत्र में हजारों करोड़ रुपये का निवेश कर रही है, चाहे वह रेलवे हो, हवाई मार्ग हो या राजमार्ग। इस बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर पर 10 लाख करोड़ रुपये के प्रावधान का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर में जब इतना निवेश होता है तो इसका सीधा असर क्षेत्र के विकास और रोजगार के अवसरों पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की इन योजनाओं ने अर्थव्यवस्था को एक नया आयाम दिया है।

 प्रधानमंत्री ने देश में नकारात्मकता को बढ़ावा दिए जाने का जिक्र किया। उन्होंने उन आलोचकों के बारे में बात की जो आटा और डेटा, सड़क.सैटेलाइट के बीच की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ आधुनिक बुनियादी ढांचे का निर्माण भी उतना ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि वोट की राजनीति देश के भविष्य के लिए योजना बनाना असंभव बना देती है। उन्होंने छोटी संपत्ति बनाने की अल्पकालिक सोच की निंदा की जो बहुत तेजी से बढ़ती जरूरतों से कम हो जाती है। उन्होंने कहा कि इस सोच के कारण बुनियादी ढांचे के निर्माण की देश को भारी कीमत चुकानी पड़ी।

 प्रधानमंत्री ने टिप्पणी की कि ’देश में बुनियादी ढांचे के लिए एक भविष्यवादी दृष्टि की कमी के कारण राजस्थान को बहुत नुकसान हुआ है’। लोगों के सामने आने वाली कठिनाइयों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक यात्रा करने तक ही सीमित नहीं था बल्कि इसमें कृषि, व्यापार और उद्योग भी शामिल थी। यह देखते हुए कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना 2000 में तत्कालीन प्रधान मंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के दौरान शुरू हुई थी, श्री मोदी ने बताया कि 2014 तक लगभग 3 लाख 80 हजार किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का निर्माण किया गया था, जबकि वर्तमान सरकार ने पिछले नौ सालों में लगभग 3 लाख 50 हजार किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि राजस्थान के गांवों में ही 70 हजार किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा, ’अब देश के अधिकांश गांव पक्की सड़कों से जुड़े हुए हैं।’

 प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सरकार सड़कों को गांवों तक ले जाने के साथ-साथ शहरों को आधुनिक राजमार्गों से जोड़ रही है। 2014 से पहले की तुलना में दोगुनी गति से राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने हाल ही में दौसा में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के एक खंड को समर्पित किए जाने को याद किया।

 प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘‘आज का भारत एक महत्वाकांक्षी समाज है। और लोग कम समय में अधिक सुविधाएं प्राप्त करना चाहते हैं। भारत और राजस्थान के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करना हमारी जिम्मेदारी है’’।

 आम नागरिक के जीवन में रेलवे के महत्व पर जोर देते हुएए प्रधानमंत्री ने आधुनिक ट्रेनों, रेलवे स्टेशनों और पटरियों जैसे बहु-आयामी प्रयासों के माध्यम से रेलवे के आधुनिकीकरण की योजना के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि राजस्थान को अपनी पहली वंदे भारत ट्रेन मिल चुकी है। मावली-मारवाड़ खंड का गेज परिवर्तन को स्वीकृत एवं अहमदाबाद और उदयपुर मार्ग की ब्रॉड गेज कार्य भी पूरा किया गया है।

 प्रधानमंत्री ने बताया कि मानव रहित फाटकों को खत्म करने के बाद सरकार देश में पूरे रेल नेटवर्क के विद्युतीकरण पर ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि उदयपुर रेलवे स्टेशन की तर्ज पर देश के सैकड़ों रेलवे स्टेशनों का भी आधुनिकीकरण किया जा रहा है और यात्रियों को संभालने की क्षमता बढ़ाई जा रही है। मालगाड़ियों के लिए, प्रधान मंत्री ने कहा, एक विशेष ट्रैक, एक समर्पित माल गलियारा बनाया जा रहा है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि 2014 की तुलना में राजस्थान का रेल बजट चौदह गुना बढ़ गया है। उन्होंने यह भी बताया कि राजस्थान में 75 प्रतिशत रेलवे नेटवर्क पहले ही विद्युतीकृत हो चुका है, जहां डूंगरपुर, उदयपुर, चित्तौड़, पाली, सिरोही और राजसमंद जैसे जिले लाभ उठा चुके हैं। श्री मोदी ने कहा कि ‘‘वह दिन दूर नहीं जब राजस्थान 100 प्रतिशत रेल विद्युतीकरण वाले राज्यों में से एक होगा’’।

 प्रधानमंत्री ने राजस्थान में पर्यटन और आस्था के स्थानों के लिए कनेक्टिविटी बढ़ने के लाभों को भी रेखांकित किया। उन्होंने महाराणा प्रताप की वीरता, भामाशाह की उदारता और वीर पन्ना दाई की कहानी को याद किया। उन्होंने कल महाराणा प्रताप की जयंती पर देश द्वारा उन्हें श्रद्धांजलि देने की बात कही। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार देश की विरासत को संरक्षित करने के लिए विभिन्न सर्किटों पर काम कर रही है। भगवान कृष्ण से संबंधित तीर्थ स्थलों को जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में गोविंद देव जी, खाटू श्याम जी और श्री नाथ जी के दर्शन को सुगम बनाने के लिए कृष्णा सर्किट विकसित किया जा रहा है। ’सरकार सेवा की भावना के साथ काम कर रही है और इसे भक्ति भाव के रूप में मान रही है’, प्रधान मंत्री ने कहा, ’जनता जनार्दन के लिए जीवन आसान बनाना हमारी सरकार की प्राथमिकता है’।

 इस अवसर पर राजस्थान के राज्यपाल श्री कलराज मिश्र, राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत, संसद सदस्य और राजस्थान सरकार के मंत्री अन्य लोगों के साथ-साथ उपस्थित थे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Advertisement

Advertisement