रेग्युलेशन उपसमिति के सदस्यों ने नहीं किया बैठक का बहिष्कार
श्रीगंगानगर,। जल संसाधन विभाग की ओर से गंगनहर रेग्युलेशन उप-समिति की बैठक साप्ताहिक रूप से आयोजित की जाती है। इसमें गंगनहर में प्राप्त हो रहे पानी के वितरण के सम्बन्ध में विचार-विमर्श कर आगामी सप्ताह के रेग्युलेशन के बारे में निर्णय लिया जाता है। रेग्युलेशन उप समिति के सदस्यों द्वारा बैठक का बहिष्कार किये जाने की कोई सूचना विभाग को नहीं दी गयी तथा उप-समिति की बैठक नियमित रूप से आयोजित होती रही।जल संसाधन वृत्त श्रीगंगानगर के अधीक्षण अभियंता श्री धीरज चावला ने बताया कि 7 अगस्त 2024 को सिंचाई विश्राम गृह में विभागीय अधिकारी-कार्मिक तथा कुछ सदस्य उप-समति की बैठक में उपस्थित हुए। बैठक में जल वितरण समिति अध्यक्ष, सदस्य एवं काश्तकारों द्वारा पहुंचकर शोर-शराबा किया गया। इसमें विभागीय अधिकारी-कार्मिक को बंधक नहीं बनाया गया। उन्होंने बताया कि उप-समिति का कार्य पंजाब राज्य से पानी प्राप्त करने का नहीं है बल्कि पंजाब राज्य से प्राप्त पानी के सम्बन्ध में नहरों के वरीयता क्रम के बारे में निर्णय लेना है। इसलिए इस उप-समिति का गठन किया गया था।
उन्होंने बताया कि पानी में किसी प्रकार का उतार-चढ़ाव आता है तो इस सम्बन्ध में बैठक में विचार-विमर्श कर रेग्युलेशन में उसी अनुसार परिवर्तन किया जाता है। विभाग अपने स्तर पर मनमर्जी से नहरों के रेग्युलेशन में किसी प्रकार का कोई परिवर्तन नहीं करता है। वर्तमान में पंजाब राज्य से निर्धारित शेयर अनुसार पानी की आपूर्ति नहीं होने के कारण पानी में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी हुई है, जिसके कारण नहरों का वरीयता क्रम प्रभावित होता है। इस सम्बन्ध में उप.समिति की बैठक में ही निर्णय लिया जाता है एवं सदस्यों के ग्रुप में नहरों के खुलने/बन्द होने के सम्बन्ध में सूचना दी जाती है।
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