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राष्ट्र की आत्मा है भारतीय संविधान

 

राष्ट्र की आत्मा है भारतीय संविधान

संविधान दिवस के उपलक्ष्य में जिला स्तरीय प्रदर्शनी, संगोष्ठी और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित


श्रीगंगानगर। संविधान दिवस (26 नवम्बर 2024) के अवसर पर मंगलवार को सूचना केन्द्र एवं राजकीय सार्वजनिक जिला पुस्तकालय के संयुक्त तत्वावधान में जिला स्तरीय प्रदर्शनी, संगोष्ठी और प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में वक्ताओं ने भारतीय संविधान को राष्ट्र की आत्मा बताते हुए कहा कि संविधान प्रत्येक देशवासी को सशक्त बनाने के साथ-साथ जागरूक भी करता है। इस दौरान संगोष्ठी और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया।

आरम्भ में मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का अतिथियों द्वारा शुभारंभ किया गया। पुस्तकालय अध्यक्ष डॉ. रामनारायण शर्मा ने अपने उद्बोधन में भारतीय संविधान पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए बताया कि किस तरह संविधान सभा द्वारा संविधान तैयार किया गया। संविधान की विशेषताओं और उद्देश्य को भी रेखांकित करते हुए उन्होंने आह्वान किया कि प्रत्येक देशवासी को भारतीय संविधान के प्रति जागरूक रहना चाहिए।

वरिष्ठ साहित्यकार श्री मदन अरोड़ा ने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता के पश्चात संविधान सभा द्वारा संविधान तैयार करने की कार्यवाही शुरू की गई। इसमें सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व लिया गया। सभी की भावनाओं का ध्यान रखते हुए संविधान तैयार किया गया है। उन्होंने आह्वान किया कि भारतीय संविधान में दर्शाये गये अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों के प्रति भी भारतवासी जागरूक रहे।

साहित्यकार श्री मनीराम सेतिया ने कविताओं के जरिये भारतीय संविधान की रूपरेखा, उसका महत्व और विशेषताओं का उल्लेख करते हुए बताया कि किस तरह से भारतीय संविधान को लिखा गया। हस्तलिखित संविधान होने के साथ-साथ कठोर और लचीला भी है। इसमें सभी वर्गों और धर्मों का समावेश करते हुए सभी का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया गया है।

सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय के सहायक निदेशक श्री अनिल कुमार शाक्य ने सभी को संविधान दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए बताया कि किस तरह भारतीय संविधान हमें सशक्त बनाता है। संविधान में जिन अनुच्छेदों और सूचियों का उल्लेख किया गया है, वह प्रत्येक देशवासी के जीवन में उपयोगी है। शिक्षा के साथ-साथ रोजगार प्राप्ति और जीवनयापन में भी भारतीय संविधान की महत्ता और उपयोगिता सदैव बनी रहेगी।

इस दौरान संगोष्ठी और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी हुई। संगोष्ठी में विद्यार्थी श्री पवन सैन, श्री राजेश चारण, श्री निशांत चारण, श्री नरेन्द्र बिश्नोई, श्री गौरव नागपाल और सुश्री सोनू द्वारा भारतीय संविधान पर आधारित संबोधन दिया गया। भारतीय संविधान पर आधारित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी करवाई गई, जिसमें श्री मुकेश कुमार, श्री मुकेश शर्मा, श्री रूपसिंह, सुश्री सोनू, श्री भूपेन्द्र कुमार, रविना बिश्नोई विजेता रहे। इसके पश्चात संगोष्ठी और प्रश्नोत्तरी विजेताओं के साथ-साथ प्रतिभागियों को भी पुरस्कृत किया गया। भारतीय संविधान पर आधारित जिला स्तरीय प्रदर्शनी में चित्रों के माध्यम से संविधान गठन की प्रक्रिया को दर्शाया गया। भारतीय संविधान की प्रस्तावना के पाठन से कार्यक्रम समापन हुआ।

इस अवसर पर सहायक जनसंपर्क अधिकरी श्री रामकुमार राजपुरोहित, श्रीमती ज्योति, वरिष्ठ सहायक श्री रमनदीप सिंह, श्रीमती रिचा, श्री मनप्रीत सिंह, श्री सुरेश, श्री राजाराम, श्री कपिल वर्मा, श्री अमित खान सहित अन्य मौजूद रहे।

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