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जागरूकता से ही जीती जा सकती है, नशे के विरुद्ध लड़ाई- जिला कलेक्टर

 

जागरूकता से ही जीती जा सकती है, नशे के विरुद्ध लड़ाई- जिला कलेक्टर

निजी विद्यालयों में भी होगी नशा मुक्ति पर प्रतियोगिताएं, विद्यार्थी लेंगे मानस खेल अभियान में हिस्सा

हर छात्र की बन रही अपार आईडी, जिला कलेक्टर ने निजी स्कूल संचालकों के साथ की बैठक

हनुमानगढ़। सरकारी और निजी स्कूलों में पढ़ने वाले पहली से 12वीं कक्षा तक के छात्रों की जानकारी एक क्लिक पर उपलब्ध हो रही है। योजना के तहत छात्रों को 12 अंकों का ऑटोमेटिक परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्टर यूनिक नंबर मिल रहा है। इस यूनिक नंबर के जरिए छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन, मासिक और वार्षिक परीक्षाओं के परिणाम, उपस्थिति और पीटीएम रिकॉर्ड जैसी सभी जानकारियां डिजिटली उपलब्ध है। छात्रों के लिए अपार आईडी (APAAR ID) बनानी आवश्यक है। यह पहल भारत सरकार की वन नेशन, वन आईडी योजना का हिस्सा है।

अपार आईडी के कार्य में प्रगति और मानस अभियान को लेकर जिला कलेक्टर श्री काना राम ने निजी स्कूल संचालकों के साथ मंगलवार को बैठक की। जहां सरकारी विद्यालयों के 75 फीसदी से अधिक विद्यार्थियों की अपार आईडी जनरेट हो चुकी है। वहीं निजी स्कूलों के छात्रों का यह आंकड़ा बहुत कम है। इसलिए जिला कलेक्टर ने एक सप्ताह में सभी विद्यार्थियों की अपार आईडी जनरेट करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, बाल वाहिनी की सुरक्षा, ड्राइवर और फिटनेस, प्रत्येक विद्यालय में गरिमा पेटी की स्थापना और निरंतर चेकिंग को लेकर निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने नशा मुक्ति के बारे में बोलते हुए कहा कि नशे के विरुद्ध यह लड़ाई केवल जागरूकता से ही जीती जा सकती है। 

छात्रों के शैक्षिक दस्तावेजों में आएगी पारदर्शिता, अपार आईडी से दस्तावेजों का होगा सुरक्षित डिजिटलीकरण

जिला कलेक्टर ने कहा कि वेब पोर्टल के माध्यम से छात्रों की अपार आईडी का ऑनलाइन पंजीकरण हो रहा है। यह प्रक्रिया छात्रों के स्कूल द्वारा पूरी की जाएगी, परंतु अभिभावक को आधार कार्ड, सहमति-पत्र जैसे दस्तावेजों की पूर्ति करनी होगी। सरकारी और निजी दोनों प्रकार के स्कूलों के छात्रों की आईडी बनाई जा रही है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य छात्रों के शैक्षिक दस्तावेजों में पारदर्शिता लाना और दस्तावेजों के सुरक्षित डिजिटलीकरण को सुनिश्चित करना है। अपार आईडी के जरिए दस्तावेजों के खोने और उन्हें प्राप्त करने की जटिल प्रक्रिया की समस्या खत्म हो जाएगी, क्योंकि इसमें छात्रों के सभी शैक्षणिक दस्तावेज डिजिटल रूप में उपलब्ध है। अपार आईडी के माध्यम से फर्जी दस्तावेज बनवाने की संभावनाएं समाप्त हो जाएगी, इससे पारदर्शिता बढ़ेगी। 

निजी विद्यालयों में भी होगी नशा मुक्ति पर प्रतियोगिताएं, विद्यार्थी लेंगे मानस खेल अभियान में हिस्सा

इसके साथ ही जिला कलेक्टर श्री काना राम ने निजी स्कूल संचालकों से मानस अभियान से जुड़कर विद्यार्थियों को नशे के बारे में जागरूक करने की अपील की। जिला कलेक्टर ने कहा कि सरकारी विद्यालयों की तर्ज पर निजी स्कूलों में भी माह के अंतिम शनिवार को नशा मुक्ति के बारे में प्रतियोगिताएं आयोजित की जाए। अधिक से अधिक विद्यार्थियों को ई- शपथ दिलाए और विद्यालय में स्लोगन लिखे जाए। प्रत्येक महीने आयोजित हो रही मानस खेल प्रतियोगिताओं में निजी स्कूल के विद्यार्थी बढ़ -चढ़कर हिस्सा ले। बैठक में प्राइवेट कॉलेज एसोसिएशन अध्यक्ष श्री तरुण विजय, जिलाध्यक्ष श्री सुरेश शर्मा, विजय सिंह, गुरप्रीत सिंह, डीईओ श्री हंसराज जाजेवाल, एपीसी श्री पुरूषोतम शर्मा सहित निजी स्कूलों के संचालक मौजूद रहे।

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