उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी सोमदत्त दीक्षित ने किया हनुमानगढ़ का दौरा,संगरिया और हनुमानगढ़ विधानसभा क्षेत्र में परिगणना प्रपत्र वितरण का लिया जायजा

विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम

उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी सोमदत्त दीक्षित ने किया हनुमानगढ़ का दौरा


हनुमानगढ़ । जिले में विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत तीसरे दिन गुरुवार तक जिले में 93 हजार से अधिक परिगणना प्रपत्र बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर वितरित किए गए। एसआईआर के जमीनी स्तर पर सुचारू रूप से क्रियान्वयन की समीक्षा को लेकर उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी सोमदत्त दीक्षित ने गुरुवार को जिले का दौरा किया। उन्होंने बारीकी से जिले की प्रगति की समीक्षा की तथा हनुमानगढ़ विधानसभा के सतीपुरा और संगरिया विधानसभा के नाथवाना, जंडवाला सिखान, मोरजंड सिखान, चक हीरा सिंह वाला, नुकेरा, किशनपुरा उत्तरादा में बीएलओ द्वारा वितरित किए जा रहे परिगणना वितरण कार्य का जायजा लिया।

उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि जिले के सभी मौजूदा मतदाताओं के लिए नए परिगणना फॉर्म (ईएफ) की छपाई और घर-घर जाकर वितरण का काम पांचों विधानसभा क्षेत्रों में शुरू हो चुका है। एसआईआर से संबंधित सभी गतिविधियां निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अच्छी तरह से आगे बढ़ रही हैं।

वर्तमान मतदाताओं की विगत एसआईआर मतदाता सूची के साथ मैपिंग जारी

उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सभी राज्यों की मतदाता सूचियां https://voters.eci.gov.in/ पर अपलोड कर दी गई है। साथ ही यह लिंक मुख्य निर्वाचन अधिकारी की वेबसाइट पर भी उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने बताया कि विगत एसआईआर की मतदाता सूची में अगर किसी वर्तमान मतदाता के माता-पिता/ दादा-दादी आदि का नाम शामिल है तो सटीक और सत्यापित पारिवारिक संबंध के माध्यम से वंशावली मानचित्रण (मैपिंग) की जा रही है। 

दीक्षित ने बताया कि जिले में 14 लाख 47 हजार 472 मतदाता पंजीकृत है, जिनमें 40 वर्ष से अधिक आयु के 6,99,464 मतदाताओं में से 84.62% मतदाताओं की मैपिंग की जा चुकी है, इसके साथ ही 40 वर्ष एवं इससे कम आयु के पंजीकृत 7,48,008 मतदाताओं में से 46.84% मतदाताओं की भी मैपिंग उनके परिवारजन के विवरण की सहायता से कर ली गई है, इस प्रकार जिले के लगभग 65 फीसदी मतदाता विगत विशेष गहन पुनरीक्षण की मतदाता सूची से मैप हो गए हैं अर्थात इन्हें इस संपूर्ण प्रक्रिया में केवल परिगणना प्रपत्र में सूचनाओं को भरना है एवं किसी भी प्रकार का कोई दस्तावेज नहीं देना है।

मैपिंग से यह होगा फायदा

जिले के वे सभी मतदाता जिनका मिलान देश के किसी भी राज्य, जिले के विगत विशेष गहन पुनरीक्षण की मतदाता सूची के साथ हो जाता है तो उन्हें इस संपूर्ण प्रक्रिया में किसी भी प्रकार के दस्तावेज देने की आवश्यकता नहीं रहेगी। इस तरह से मैपिंग मतदाताओं के लिए एक सुविधा जनित प्रक्रिया है।

मैपिंग से प्राप्त सूचना कहां भरे ?

4 नवंबर से 4 दिसंबर, 2025 के बीच जारी गणना चरण के दौरान बीएलओ प्रत्येक मतदाता के घर दो प्रति में परिगणना प्रपत्र लेकर आ रहे हैं। इस परिगणना प्रपत्र में कुछ हिस्सा पूर्व मुद्रित है। जिसमें मतदाता की सामान्य जानकारी है जैसे — नाम, ईपिक नंबर, पता, मतदाता सूची की क्रम संख्या, भाग संख्या एवं विधानसभा क्षेत्र। इसके अतिरिक्त प्रपत्र में मतदाता की सामान्य जानकारी जैसे—पिता अथवा अभिभावक का नाम, माता का नाम, मोबाइल नंबर, जीवनसाथी की सूचना आदि भी भरे जाने हैं। 

इन सूचनाओं के अतिरिक्त अगर मतदाता विगत विशेष गहन पुनरीक्षण के समय की मतदाता सूची में शामिल था, तो उन्हें उस समय की मतदाता सूची का क्रमांक, भाग संख्या, विधानसभा क्षेत्र, जिला आदि भरने हैं। अगर शामिल नहीं था, तो अपने रिश्तेदार जैसे— माता-पिता, दादा-दादी, नाना -नानी में से जो भी उस समय मतदाता थे, उनका विवरण भरकर परिगणना प्रपत्र बीएलओ को जमा करवाना है। इस प्रकार से परिगणना प्रपत्र में ही मैपिंग का विवरण भरा जाना है।

मतदाता को क्या करना है ?

सभी मतदाता अपनी नवीनतम पासपोर्ट साइज की रंगीन फोटो एवं बीएलओ से प्राप्त परिगणना प्रपत्र भरकर बीएलओ को जमा करवाए। परिगणना प्रपत्र को भरने के लिए वर्ष 2002 की मतदाता सूची का डाटा तैयार रखें। मतदाता वर्ष 2002 की मतदाता सूची में अपना नाम खोजने के लिए निर्वाचन विभाग की वेबसाइट election.rajasthan.gov.in या voters.eci.gov.in का उपयोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हर योग्य मतदाता 4 दिसंबर तक अपनी एक नवीनतम रंगीन फोटो एवं आवश्यक सूचनाओं के साथ भरा हुआ परिगणना प्रपत्र अपने बीएलओ को जमा करा कर स्वच्छ एवं सही मतदाता सूची निर्माण में अपना सहयोग प्रदान करें एवं लोकतंत्र के प्रति अपने कर्तव्य का पालन करें।



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