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पति की मौत के बाद महिला को सताने लगा अकेलापन,पहले जोर-जोर से रोई फिर लगा ली फांसी


क्राइम न्यूज़ । हर रोज की आत्महत्याओ से जुड़ी घटनाओं से हम उब चुके हैं । हर रोज पुरुष-महिलाये आत्महत्या करते जा रहे हैं । देश में स्वंय के गले में मौत डालने का मानो चलन सा हो गया हैं । ऐसी ही एक मामला सामने आया हैं जिसमे एक महिला के पति की मौत 3 दिन पूर्व बुखार से हो गई थी। पति के जाने के बाद पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल था। उसका कहीं मन भी नहीं लग रहा था। इसी बीच गुरुवार की सुबह उसने घर के म्यार में रस्सी के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।


परिजनों का कहना था कि आत्महत्या करने से पहले महिला काफी जोर-जोर से रोई थी। सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने पंचनामा पश्चात शव को पीएम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया।

अंबिकापुर-राजपुर रोड पर स्थित ग्राम भकुरा निवासी रतन विश्वकर्मा पति सुरेश 30 वर्ष अपने नाना के घर रहती थी। पति भी घरजमाई बनकर भकुरा में रह रहा था। कुछ दिन पूर्व बुखार से पीडि़त होने के बाद सुरेश का इलाज चल रहा था।


इसी बीच 29 मई को उसकी तबीयत संभल नहीं पाई और उसकी मौत हो गई। पति की मौत के बाद पत्नी रतन का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था। उसके नाना उसे काफी समझाते रहे लेकिन उसका किसी काम में मन नहीं लग रहा था।

पति की याद में ही वह दिन-रात रोती रहती थी। गुरुवार की सुबह वह शौच के लिए वह बाहर गई थी। वहां से लौटने के बाद वह घर में घुसी और म्यार में रस्सी के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। काफी देर तक जब वह कमरे से नहीं निकली तो उसके नाना व अन्य लोगों ने जाकर देखा तो वह फांसी से लटकी हुई थी।


इसकी सूचना उन्होंने तत्काल कोतवाली पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा पश्चात शव को उतारकर पीएम के लिए भिजवाया। पुलिस ने पीएम पश्चात शव परिजनों को सौंप दिया है।


वहीं ईस घटना ने उन तमाम ओरतो के दर्द को खंखाल दिया हैं जो अपने पति के बिना जिन्दगी गुज़ार रही हैं । हर रोज कितने ही जने मानसिक परेसान होकर आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं ।

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