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राजस्थान को मिला नारी शक्ति पुरस्कार

जयपुर । महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा ‘नारी शक्ति पुरस्कार‘ की घोषणा की गई है। राजस्थान को सर्वश्रेष्ठ राज्य के रूप में चुना गया है। आगामी 8 मार्च को अंतरराष्टीय महिला दिवस के उपलक्ष्य पर राष्टपति द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती अनिता भदेल के अथक प्रयासों के चलते महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा ‘बेटी बचाओ-बेटी पढाओ‘ योजना के बेहतरीन क्रियान्वयन में किए गए बेहतरीन प्रयास व नवाचार तथा लिंगानुपात में सुधार के लिए राजस्थान को सर्वश्रेष्ठ राज्य के रूप में चुना गया है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वाधान में विभिन्न केन्द्र प्रवर्तित योजनाओं के क्रियान्वयन में राजस्थान भारत का अग्रणी राज्य है।  
‘बेटी बचाओ-बेटी पढाओ‘ की मूल संकल्पना भारत सरकार द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वाधान में पाली जिले में संचालित मिशन पूर्ण शक्ति से ली गई है। इसके अलावा महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में नवाचारों को अपनाने वाला राजस्थान अग्रणी राज्य है। हिंसा एवं उत्पीडन की शिकार महिलाओं को राहत पहुंचाने के लिए निदेशालय महिला अधिकारिता के तत्वाधान में ‘अपराजित केन्द्र का संचालन भी किया जा रहा है। यह पूरे भारत में शुरू किया गया अपने जैसे पहला रोल मॉडल केन्द्र है, जिसके आधार पर भारत सरकार द्वारा सभी राज्यों में ‘सखी‘ के नाम से विभिन्न केन्द्र शुरू किए जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि ‘बेटी बचाओ-बेटी पढाओ‘ योजना वर्तमान में भारत के 161 जिलों में तथा राजस्थान के 14 जिलों में संचालित है। इस योजना के राज्य स्तर पर तथा इन 14 जिलों के विभिन्न प्रयासों के मद्देनजर निदेशालय महिला अधिकारिता द्वारा यह प्रस्ताव महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार को भिजवाया गया। 
महिला एवं बाल विकास राज्य मन्त्री श्री मती अनिता भदेल ने बताया कि महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में विभाग द्वारा गत तीन वर्षों में किए गए नवाचार तथा ‘बेटी बचाओ-बेटी पढाओ‘ योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के चलते राजस्थान को ‘नारी शक्ति पुरस्कार‘ के लिए चयनित किया गया है। आगामी 8 मार्च को नई दिल्ली में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर यह पुरस्कार राष्टपति द्वारा प्रदान किया जाएगा। इसके अंतर्गत 1 लाख रूपए की राशि और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। 

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