जयपुर । महावीर नगर थाने में चार दिन पहले सीआई श्रीराम बड़ेसरा को भाजपा विधायक चंद्रकांता मेघवाल के पति नरेंद्र की ओर से थप्पड़ मारे जाने और इनसे पुलिस की मारपीट का मामला ठंडा नहीं पड़ रहा है। गुरुवार को शुरू हुए चौदहवीं विधानसभा के चौथे बजट सत्र में शामिल होने रामगंज मंडी विधायक चंद्रकांता भी पहुंची। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले साथी विधायक उनसे घटना की जानकारी लेते रहे और हाल-चाल पूछते रहे। चंद्रकांता के हाथ पर प्लास्टर बंधा हुआ था। उधर, कोटा के एमबीएस अस्पताल के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग ने उनके मेडिकल मुआयने की रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में मेघवाल के फ्रैक्चर नहीं पाया गया है। मेडिकल रिपोर्ट देने वाले फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के सीनियर डेमोस्टेटर डॉ. सुरेन्द्र मीणा ने बताया कि विधायक मेघवाल के पैर के घुटने के नीचे रगड़ का निशान है। दोनों हाथों में कलाई व आसपास में सूजन है। उनका रेडियोलॉजी विभाग में एक्सरे करवाया गया था। इसमें भी फ्रैक्चर नहीं पाया गया है। डॉ. मीणा ने बताया कि सामान्य इंजरी रिपोर्ट है। रिपोर्ट एमबीएस चौकी को डिस्पैच कर दी है। चौकी से रिपोर्ट महावीर नगर थाने भेजी जाएगी। गौरतलब है कि विधायक चंद्रकांता और उनके पति ने 20 फरवरी को हुई इस घटना के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी। इसमें दोनों के हाथों पर प्लास्टर बंधा हुआ था। चंद्रकांता ने दावा किया था कि पुलिस की पिटाई में उनके हाथ में फ्रैक्चर हुआ है।सीआई को थप्पड़ मारने के खिलाफ चौथे दिन भी पुलिसकर्मियों ने मैस का बहिष्कार किया। कोटा संभाग के 30 थानों के अलावा जयपुर, हनुमानगढ़, श्री गंगानगर, जोधपुर, भीलवाड़ा व चित्तौडग़ढ़, नागौर सहित कई जिलों के थानों में मैस का बहिष्कार हुआ। कोटा में कई शहरों से रिटायर्ड पुलिसकर्मी भी एकजुट हुए और एसपी ऑफिस के सामने एक दिन के मौन की अनुमति मांगी। लेकिन अनुमति नहीं मिली। जाट, मेघवाल, मीणा, ब्राह्मण व सर्वदलीय दलित समाज जैसे समाज भी इस लड़ाई में कूद पड़े हैं। गुरुवार को शहरभर में जगह-जगह प्रदर्शन किए। विधायक पति
थप्पड़ प्रकरण में विवाद बढ़ता देख भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी व जिले के प्रभारी मंत्री प्रभुलाल सैनी शुक्रवार को कोटा जाकर भाजपा कार्यकर्ताओ सहित अन्य सूत्रो से सचाई जानने का प्रयास किया। बजट सत्र के बीच में उनका ये दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने दोनों नेताओं से कहा है कि वे भाजपा कार्यकर्ताओं व अन्य लोगों से मिलकर तथ्यात्मक रिपोर्ट पेश करें। खास बात यह है कि रिपोर्ट तैयार करने जा रहे परनामी से विधायक चंद्रकांता के पति नरेंद्र पिछले साल 29 जून को भिड़ चुके हैं। परनामी नांता रोड स्थित एक रिसोर्ट में सीएम के कार्यक्रम की तैयारी बैठक लेने गए थे। इस दौरान रामगंजमंडी क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ नरेंद्र भी बैठक में पहुंचे और प्रदेशाध्यक्ष से कोटा उत्तर विधायक प्रहलाद गुंजल की शिकायत की। परनामी अनसुना करके आगे बढ़ गए तो नरेंद्र ने उनसे कहा कि आपको बात सुननी ही पड़ेगी। इस पर दोनों में तकरार हो गई। परनामी ने उन्हें पार्टी से निकालने की धमकी दी तो उन्होंने कह दिया कि सीएम को गालियां देने वालों को पार्टी में ले लिया, हमें निकाल दो।
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