सादुलशहर पुलिस पहुंची अपहृत बालिका के पास
रविवार शाम तक सादुलशहर पहुंचेगी बालिका
मनजीत सिंह(श्री गंगानगर):- सादुल शहर से हमारे संवाददाता राजेन्द्र सिंघल की की रिपोर्ट
सादुलशहर के समीपस्थ गांव अमरगढ़ से गत दिनों अपहृत बालिका को सादुलशहर पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद महाराष्ट्र से बरामद कर लिया है। पुलिस निरीक्षक भूपेन्द्र सोनी बालिका को लेकर रविवार शाम को पहुंच रहे है। हालांकि, आरोपी युवक भागने में सफल हो गया मगर सादुलशहर पुलिस की दो टीमें अभी उसका पीछा कर रही है।
गौरतलब है कि 14 फरवरी को अपहरण का आरोपी अमृतधारी बनकर मोटरसाइकिल से बालिका के घर (अमरगढ़) आया और अपना नाम सोनू बताते हुए उसके परिजनों से काफी घुल मिल गया। अगले दिन बच्चों को कपडे दिलाने की बात सोनू ने की तो घर वालों ने मना कर दिया। अगले दिन बच्ची के दादा की तबीयत खराब होने पर आरोपी उसे लेकर सादुलशहर में चिकित्सा के लिए लाया और दवा पानी दिलाकर हाथियांवाली छोड़कर आया। 16 फरवरी को दोपहर आरोपी बालिका व उसके भाई को लेकर सादुलशहर कपडे दिलाने के बहाने लाया। यहां वह बालक को अपने बैग का ध्यान रखने का बोलकर बालिका को साथ ले गया और लौटकर नहीं आया। काफी देर इंतजार के बाद बालक ने घर जाकर मामले की जानकारी दी। बालिका के पिता ने तत्काल पुलिस को सूचित किया जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की सरगर्मी से तलाश शुरू की।
आरोपी सोनू के पूर्व में हनुमानगढ़ जेल में रहने की जानकारी मिलने पर पुलिस निरीक्षक भूपेन्द्र सोनी ने वहां से सम्पर्क किया तो पता चला कि सोनू का नाम दलीप उर्फ़ सोनू उर्फ़ सुक्खा पुत्र भागा राम मेघवाल है और वह भागू थाना बहाववाला (पंजाब) का रहने वाला है। श्री सोनी ने बताया कि आरोपी सोनू पूर्व में टिब्बी थाना क्षेत्र में दो बच्चों के अपहरण मामले में 2012 से जेल में था। वहां से जमानत लेकर वह साबुआना के श्री गुरुद्वारा साहिब में अमृतधारी सिख के भेष में 10 से 25 जुलाई तक सेवादार बनकर रहा और मात्र 15 दिन के भीतर श्री गुरुद्वारा साहिब की गाड़ी चुरा कर फरार हो गया। सितम्बर 2016 से जमानत के बाद वह तारीख पेशी पर नहीं गया जिससे उसकी जमानत जब्त हो गई।
थाना प्रभारी सोनी ने बताया कि दलीप उर्फ़ सोनू उर्फ़ सुक्खा पहचान छुपाने में माहिर है। धार्मिक बातें करने के चलते स्वयं को अमृतधारी सिख बताने वाले को कोई नहीं बता सकता था कि मेघवाल जाति के युवक ने अपनी पहचान छुपा रखी है।
सादुलशहर थाना प्रभारी भूपेन्द्र सोनी ने बताया कि फरारी के बाद बैग की जांच की गई तो उसमें विभिन्न पर्चियां, खाता संख्या इत्यादि मिले। इससे अनुमान लगा कि आरोपी जगह बदल बदल कर गुरुद्वारों में भेष बदल कर शरण ले सकता है। उसी के दृष्टिगत धार्मिक स्थलों पर आरोपी के पोस्टर चिपकाये, उसकी तलाश में पुलिस ने पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र की पुलिस से सहयोग मांगा। पुलिस व वहां के धार्मिक स्थलों, नागरिकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। यह भी जानकारी मिली कि आरोपी सोनू को भूख ज्यादा लगती है। उसे दिन में तीन चार बार खाना चाहिये। पुलिस इसकी तलाश मे पंजाब होते हुए दिल्ली गई। रास्ते में आरोपी के बारे में कुछ जानकारी मिली जिससे पुलिस को अनुमान था कि वह मध्य प्रदेश या महाराष्ट्र में हो सकता है।बालिका को लेकर अपहरणकर्ता बोम्बे से गोवा ट्रेन में जा रहा था कि रास्ते में बालिका से बोलचाल हो गई। घबराकर वह चलती ट्रेन में माले गांव के पास उतर गया। ट्रेन में एक यात्री व टीटीई ने बालिका से बात कर सच्चाई जानी। टीटीई ने ऑनलाइन सादुलशहर पुलिस का नंबर सर्च कर भूपेन्द्र सोनी से बात की। श्री सोनी उस समय आरोपी की तलाश में महाराष्ट्र में थे। इस दौरान उन्होंने बालिका से वीडियो कॉन्फ्रेंस से बात की। सोनी ने उस यात्री से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर जलगांव जीआरपी तक बालिका को पहुंचाने के लिये राजी किया। इस यात्री ने बालिका को जलगांव जीआरपी तक पहुंचाया तो सादुलशहर पुलिस निरीक्षक भूपेन्द्र सोनी ने इस यात्री को 5100 रुपये बतौर शुक्रियाना इनाम दिलाया।
जिला पुलिस अधीक्षक राहुल कोटोकी को जब बच्ची के बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने जलगांव के पुलिस अधीक्षक से बात कर कहा कि वे जलगांव जीआरपी को कहे कि जीआरपी बच्ची को अपने सरंक्षण में ले। जलगांव जीआरपी से सादुलशहर पुलिस बालिका को लेकर रवाना हो चुकी है।जो सम्भवता रविवार शाम तक वापिस सादुलशहर पहुंच जायेगी।
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