हनुमानगढ । जागरूक उपभोक्ता ही सुरक्षित उपभोक्ता है लेकिन व्यसायिक प्रतिस्पर्धा के युग में बाजारिक व्यवस्था में परिवर्तन के साथ-साथ को विधायी दृष्टि से समय की आवश्यकता के अनुरूप सशक्त किए जाने की आवश्यकता है। यह बात खाद्य नागरिक आपूति तथा उपभोक्ता मामलात विभाग तथा उपभोक्ता संरक्षण समिति संगरिया के संयुक्त तत्वाधान में विष्व उपभोक्ता दिवस पर डिजीटल युग में उपभोक्ता के अधिकार विषय पर जिला परिषद सभागार में आयोजित संगेाष्ठी में मुख्य अतिथि जिला प्रमुख कृष्ण चोटिया ने कहे। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ षर्मा ने उपभोक्ता संरक्षण एवं शोषण को दर्षन शास्त्र के अनुसार व्याखा करते हुए कहा कि हम उपभोगक्ता नही है, उपभोक्ता है, इस लिए हमें वस्तु एवं सेवा को खरीदने से पहले वस्तु एवं सेवा की गुणवत्ता तथा उपयोगिता के प्रति सर्तक तथा सजग रहना चाहिए। इच्छाओं को आवष्यक्ता नहीं समझना चाहिए, उनका विषलेषण करना चाहिए। इस अवसर पर जिला परिषद के कार्यकारी अधिकारी परमेषर लाल ने कहा कि आने वाला समय पारदर्शिता का समय है। हम उपभोक्ता - विक्रेता तथा सेवा अदाकत्र्ता एक दूसरे पर निर्भर है। लेकिन उपभोक्ता शोषण मुक्त बाजार के लिए सेवा अदकत्र्ता तथा विक्रेता को यह आत्म मंथन करने की आवष्यक्ता हैै कि वह स्वयं उभोक्ता है। इस अवसर पर संगोष्ठी के रूप में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए उपभोक्ता संरक्षण समिति के अध्यक्ष एडवोकेट संजय आर्य ने वर्तमान परिदर्श में वित्तिय संसाधनों में डिजीटल संव्यवार के तरीकों, उन से सम्बन्धित कानूनों के सम्बन्ध में विस्तुत चर्चा करते हुए कहा कि इस सब बातो के समावेश के साथ उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 में प्रस्तावित संशोधन विधेयक संसद में लम्बित है, उसे शीघ्रता से परित किया जाना चाहिए। इस के साथ साथ कानून की सार्थकता को बनाए रखने तथा उसे उपभोक्ता के संरक्षण के लिए हितकारी बनाने के लिए समय की गति के साथ परिवर्तन की आवश्यक्ता है। कार्यक्रम के में आतिथ्य प्रदान करते हुए प्रवर्तन निरीक्षण पवन सुथार ने कहा कि राजस्थान सरकार प्रकरणों के निस्तारण तथा उपभोक्ताओं की समस्याओं के निराकरण में अति संवेदनषील है। इस लिए केन्द्रीय सरकार ने आज राजस्थान केा फैन्डली स्टेट नवाज गया है। उन्होने कहा कि हनुमानगढ जिले में उपभोक्ता संरक्षण समिति संगरिया के माध्यम से जिले में उपभोक्ताओं को निषुल्क सहायता, उपभोक्ता जागरूकता के कार्यक्रम तथा उपभाक्ता क्लब गतिविधियां प्रभावी ढंग से संचालित हो रही है। कार्यक्रम का संचालन कर रहे उपभोक्ता संरक्षण समिति के महासचिव विद्यासागर षर्मा ने कहा कि हनुमानगढ जिले में उपभोक्ता सरंक्षण परिषद की नियमित बैठकें आयोजित नहीं हो रही है। उन्हें विधि अनुरूसार नियमित रूप से आयेाजित किए जाने की आवष्यक्ता है। समिति के कार्यकारिणी सदस्य सेवानिवृत अधिषाषी अधिकारी अरूण अरोडा, सेवानिवृत सहायक अभियन्ता सिंचाई विभाग जगराज सिंह, विजय बैनीवाल, हनुमान सहु, विनोद धारिणीया कहा समिति राज्य सरकार ने लम्बे समय से खाद्य निरीक्षकों के पदो को भरने, जनविषलेषक प्रयोगषालो में जनविलेषकों की नियुक्ति कर उन्हें चालू करने तथा उन्हें जिले के अनरूसार सृजित करने की मांग की।
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