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प्रदेश में मिशन इन्द्रधनुष अभियान 7 अप्रेल से शुरू,लापरवाह अधिकारियों एवं स्वास्थ्यकार्मिकों के विरूद्ध होगी कठोर कार्यवाही


राजस्थान/जयपुर । राजस्थान में टिकाकरण को लेकर माहोल हमेशा अलग ही रहा हैं सरकार की मंसा ज्यादा-ज्यादा लोगो तक सुविधा पहुंचाना होता हैं तो वहीं दूसरी ओर उनके नुमाइंदे सही प्रचार-प्रसार ना करने की वजह से आमजन में जागरूकता कम पहुँचती हैं जिसके कारण सरकार को अपनी तारीखों में इजाफा करना पड़ता रहा हैं ।

प्रदेश में नियमित टीकाकरण के तहत् मिशन इन्द्रधनुष अभियान के चौथे चरण का चक्र 7 अप्रेल से प्रारंभ होगा।  यह अभियान अप्रेल माह सहित मई, जून एवं जुलाई माह की 7 तारीख से एक सप्ताह तक आयोजित किया जायेगा। इस विशेष अभियान के माध्यम से जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए आवश्यक टीकों से विभिन्न कारणों से छूट रहे 2 वर्ष की आयु के बच्चों की पहचान कर उन्हें निःशुल्क टीके लगाये जायेंगे।

स्वास्थ्य सचिव एवं मिशन निदेशक एनएचएम नवीन जैन ने बुधवार को झालाना स्थित राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान में मिशन इन्द्रधनुष अभियान की तैयारियों को लेकर आयोजित राज्यस्तरीय बैठक में यह जानकारी दी।जैन ने बताया कि प्रदेश में सिरोही व हनुमानगढ़ जिलों को छोड़कर सभी जिलों के 101 ब्लॉक सहित चयनित 17 शहरी क्षेत्रों में मिशन इन्द्रधनुष अभियान आयोजित किया जायेगा।

इन जगहों पर होगी प्राथमिकता

वर्ष पर्यन्त सभी राजकीय चिकित्सा संस्थानों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में गर्भवती महिलाओं व बच्चों के टीके लगाये जाते हैं। मिशन इन्द्रधनुष के द्वारा शहरी कच्ची बस्तियों, घुमक्कड़ परिवारों, ईंट भट्टों एवं नव निर्माणाधीन भवनों पर कार्यरत मजदूरों के बच्चाें तथा दूर दराज के गाँवों, दुरस्थ ढाणियों तथा एएनएम रहित गाँवों में नियमित टीकाकरण से शेष रह रहे 2 वर्ष तक के बच्चों व गर्भवती महिलाओं को आवश्यक टीके लगाये जायेंगे।

सघन मोनेटरिंग के निर्देश

मिशन निदेशक ने इस मिशन आयोजन के लिए माइक्रो प्लानिंग बनाने व अप्रतिरक्षित बच्चों को सूचीबद्ध करने एवं प्रत्येक स्तर पर सघन मोनिटरिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं। स्वास्थ्य कार्मिकों से रिक्त चल रहे स्वास्थ्य केन्द्रों की सूची संकलित करवाकर इन केन्द्रों पर यथाशीघ्र वैकल्पिक एएनएम नियुक्त करवाने की कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।

ब्लोक मुख्य चिकित्सा अधिकारी का अहम रोल

 राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों एवं विभिन्न जनकल्याणकारी स्वास्थ्य सेवाओं की रूट लेवल तक प्रभावी क्रियान्विती सुनिश्चित करने में ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारियों की मुख्य भूमिका पर चर्चा की एवं सौंपे गये कार्याें को पूरी सतर्कता एवं सक्रियता के साथ संपादित करने के निर्देश दिये।

निदेशक आईसीडीएस महिला एवं बाल विकास विभाग डॉ.समित शर्मा ने विस्वास दिलाया की मिशन इन्द्रधनुष में चयनित क्षेत्रों में शत-प्रतिशत टीकाकरण लक्ष्य अर्जित करने में विभाग की ओर से हर संभव सहयोग किया जायेगा एवं संबंधित आंगनबाड़ी केन्द्रों तक आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी कर दिये जायेंगे।

आशा सहयोगिनो को सोंपे जिम्मेदारी
   
मिशन निदेशक ने टीकाकरण कार्यक्रम में आशा सहयोगिनियों के माध्यम से टीकाकरण से वंचित बच्चों को ड्यू लिस्ट के अनुसार शत प्रतिशत प्रतिरक्षित करने हेतु जिला आशा समन्वयकों को जिम्मेदारी सौंपी। मिशन इन्द्रधनुष की जानकारी के लिए आशा सहयोगिनियों को घर-घर भिजवाने एवं अभियान का स्थानीय स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये। विशेष रूप से मिशन इन्द्रधनुष जैसे राष्ट्रीय अभियानों में लापरवाही करने वाले अधिकारियों एवं स्वास्थ्यकार्मिकों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।

अब देखते हैं सरकार के द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजना को उनके सभी अधिकारी कहाँ तक पहुंचा पाते हैं ।

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