श्रीगंगानगर । जिला कलक्टर ज्ञानाराम ने कहा कि अधिकारियों को आवंटित लक्ष्यों तक सीमित न रहकर अतिरिक्त कार्य करना चाहिए। कार्य कम न हो, इसके लिये लक्ष्य दिये जाते है, अधिक जन को लाभ देने की कोई सीमा रेखा नही है। जिला कलक्टर गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभा हॉल में 20 सूत्रा कार्यक्रम की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जिले में 3261 प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीब परिवारों के पक्के मकान की स्वीकृतियां जारी कर दी गयी है तथा प्रथम किश्त लाभार्थी के बैंक खातों में स्थानांतरित की जा चुकी है। जिला कलक्टर ने जिले में अधिकतम स्वयं सहायता समूहों के गठन पर बल दिया। प्रत्येक समूह में 6 से 8 महिलाएं होती है। एक गांव में 16 तक स्वयं सहायता समूह बनाये जा सकते है। सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के तहत 681 युवाओं को लाभान्वित करने के लक्ष्य के विपरीत 888 आवेदन पत्रा विभिन्न बैंकों को प्रेषित किये गये है।
जिला कलक्टर ने कहा कि सरकार द्वारा संचालित योजनाएं आमजन के कल्याण के लिये है। इन योजनाओं को बाधित करने का प्रयास नही किया जाये। बैंकों की अवधारणा गरीब व जरूरत मंद को लाभ देने की होनी चाहिए। जिला कलक्टर ने कहा कि कम प्रगति वाले अधिकारियों को कारण बताओं नोटिस दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि ऋण या मिनी किट अथवा अन्य योजनाओं के लाभार्थी का कितना विकास हुआ, की जानकारी भी विभाग के पास होनी चाहिए।
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री विश्राम मीणा, आयोजना विभाग के संयुक्त निदेशक इन्दीवर दुबे, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नरेश बंसल, सहायक निदेशक बी.पी.चंदेल, पेयजल विभाग के अधिक्षण अभियंता ताराचंद राजदीप, श्रम विभाग के उपयुक्त भैरूदान सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे
0 टिप्पणियाँ
इस खबर को लेकर अपनी क्या प्रतिक्रिया हैं खुल कर लिखे ताकि पाठको को कुछ संदेश जाए । कृपया अपने शब्दों की गरिमा भी बनाये रखे ।
कमेंट करे