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राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्यों ने सेंट्रल जेल का किया दौरा

जेल में सजायाफ्ता कैदियों को बच्चों के संरक्षण और शिक्षा के प्रावधानों की दी जानकारी

श्रीगंगानगर, । राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य एडवोकेट एसपी सिंह और  अर्जुन बागड़ी ने बुधवार को सेंट्रल जेल का दौरा कर सजायाफ्ता कैदियों को उन योजनाओं के बारे में बताया, जिसके तहत उनके बच्चों के संरक्षण और शिक्षा को लेकर प्रावधान है। आयोग सदस्यों ने कैदियों को बताया कि अगर आप के बच्चों को शिक्षा नहीं मिल पा रही है या वो बाहर सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे या उनका संरक्षण उनकी दादी, दादा, इत्यादि नहीं कर पा रहे हैं तो इसकी जानकारी कभी भी जेलर के जरिए समाज कल्याण अधिकारी को दी जा सकती है। बच्चों को शिक्षा और उनका पर्याप्त संरक्षण किया जाएगा। जेल में 6 महिला कैदियों ने बताया कि उनके बच्चों का लालन पालन करने में संबंधित परिजन सक्षम नहीं है। साथ ही बच्चे भी स्कूल नहीं जा पा रहे। सजायाफ्ता कैदियों के बच्चों को पर्याप्त संरक्षण और उनके स्कूल जाने की व्यवस्था के निर्देश आयोग के सदस्यों ने समाज कल्याण अधिकारी को दिए।  जेल में आधा दर्जन पुरूष सजायाफ्ता कैदियों ने भी बच्चों के पर्याप्त संरक्षण नहीं होने और उनके स्कूल नहीं जाने की बात कही। सजायाफ्ता कैदियों के बच्चे के संरक्षण को लेकर आयोग के सदस्यों ने एनजीओ इत्यादि के जरिए भी पर्याप्त संरक्षण देने की बात कही।

                         जेल के दौरे में आयोग सदस्य एडवोकेट  एसपी सिंह,  अर्जुन बागड़ी के साथ जिला कलक्टर  ज्ञानाराम, एसपी  राहुल कोटोकी, समाज कल्याण के उपनिदेशक  बीपी चंदेल, पीआरओ सुरेश बिश्नोई,  किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य  बलकरण सिंह, अनिता शर्मा समेत जेलर  राजपाल सिंह साथ थे।

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