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केरल राज्य में आरएसएस और बीजेपी कार्यकर्ताओ की हत्याएं और हमले से हनुमानगढ़ भी दिखा आक्रोश में,राष्ट्रीय जनाधिकार मंच ने सौंपा ज्ञापन

हनुमानगढ़। राष्ट्रीय जनाधिकार मंच हनुमानगढ़ द्वारा जिला कलक्ट्रैट के समक्ष सभा कर व प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। सभा के मुख्य वक्ता हरीओम सिंघल, मोमन मित्तल, बाबा कमलदेव जी थे। ज्ञापन के अनुसार केरल राज्य, विशेष रूप से कन्नूर जिले में आरएसएस और बीजेपी कार्यकत्र्ताओं की बर्बरता पूर्वक की जा रही हत्याओं और उनके मकानों पर सीपीएम हमलावर कार्यकत्र्ताओं द्वारा बार बार हो रहे हमलें किये जा रहे है। पालघाट जिले के कन्जिकोडे इलाके में आरएसएस और बीजेपी के कार्यकत्र्ताओं के मकानों पर हमले हुये और उनके घरों में आग लगा दी गयी। इसमें दो लोगों की मौत हो गयी जिसमें एक महिला विमला देवी थी जो कि 90 प्रतिशत से अधिक जल जाने से मृत्यु हो गई। उनके पति कन्नन अत्यंत गंभीर हालत में हॉस्पीटल में दाखिल करना पड़ा। यह पहली बार हुआ जब महिलाओं को भी इन हमलों में नही छोडा गया और राजनैतिक कारणों से होने वाली हिंसा और आगजनी में केरल में एक महिला को भी मार दिया गया। वास्तव में इन हमलों में अधिकतर अत्यंत निर्धन परिवारों, मजदूरों, अनुसूचित जाति और ओबीसी वर्ग के लोग हिंसा का शिकार बने। हाल के समय में अभी तक आरएसएस और बीजेपी के दस कार्यकत्र्ताओं, जिनमें एक महिला भी शामिल है, की हत्या की जा चुकी है और कई कार्यकत्र्ता गंभीर रूप से घायल हुए है। संबंधित पुलिस अधिकारियों के अत्यंत भेदभाव पूर्ण व्यवहार से स्थिति और भी बिगड गयी है। यह हैरानी की बात है कि आरएसएस और बीजेपी के कई कार्यकत्र्ता जो हिंसा और तोडफ़ोड़ करने वालों के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट लिखाने गये थे उन्हे गिरफ्तार किया गया। ऐसी भी रिपोर्ट है कि कुछ जगहों पर जब पुलिस ने सीपीएमके हमलावर कार्यकत्र्ताओं के खिलाफ कार्यवाही करनी चाही तो वहां सीपीएस के हमलावर कार्यकत्र्ताओं ने पुलिस के जवानों अधिकारियों पर हमला किया है। राज्य सरकार की यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है कि वह बिना किसी भेदभाव के लोगों को सुरक्षा प्रदान करे तथा कानून व व्यवस्था बनाये रखते समय संबंधित प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी किसी भी तरह का भेदभाव न करे। राजनैतिक विद्धेष से उत्पन्न हिंसा से अपने प्रजातंत्र में युवाओं और मजदूरों कामगारों को अपनी बहुमूल्य जिंदगी गवानी पड़ रही है राष्ट्रीय जनाधिकार मंच ने मांग कि है कि शांति को बहाल करने हेतु उचित औश्र त्वरित कदम उठाये जिससे आगे और स्थिति बिगडने से रोजा जा सके और केरल राज्य वास्तव में स्वयं ईश्वर की भूमि बनी रहे। इस मौके पर कार्यक्रम संयोजक मनोज शर्मा, सहसंयोजक दीपक खाती, अमित सहू, देवेन्द्र पारीक, प्रेम बंसल, रेणु चौधरी, आशीष पारीक, गुलाब सिंवर, प्रमोद देबू, विपिन सुथार, सतीश गोयल, हरप्रीत सिंह, राजू गोस्वामी, रविन्द्र, प्रवीण गोयल, श्याम पंडर, कैलाश मेघवाल, राजेन्द्र चौधरी, ओम सोनी, कुलदीप मोटयार, पारितोष सारस्वत, सागर शर्मा, दीपक कुक्कड़ आदि ने संबोधित किया।


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