Advertisement

Advertisement

चिकित्सा संस्थानों के 100 प्रतिशत उपकरण कार्यशील रहे,शहर में झुण्ड के रूप में घूम रही भैंसों के स्वामी के विरूद्ध दर्ज होगी एफआईआर - जिला कलक्टर


श्रीगंगानगर । जिला कलक्टर ज्ञानाराम ने कहा कि चिकित्सा सेवाएं एक महत्वपूर्ण सेवा है, जिसमें जिले के समस्त चिकित्सा संस्थानों में उपलब्ध उपकरण सौ प्रतिशत उपयोगी व कार्यशील होने चाहिए। उन्होंने कहा कि उपकरण कोई छोटा या बड़ा नही होता। हर उपकरण की अपने स्थान पर उपयोगिता है। 

जिला कलक्टर बुधवार को कलेक्ट्रेट सभा हॉल में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में आवश्यक निर्देश दे रहे थे। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि जिले के चिकित्सालयों में लगभग 3 हजार उपकरण उपलब्ध है, जिनमें से 12 उपकरण खराब है, जो उपकरण खराब होता है, उसे ऑनलाईन दर्शाया जाता है। सरकार की ओर से ई-उपकरण नाम की साईट है, जिस पर उपकरणों की स्थिति दर्ज की जाति है। जिला कलक्टर ने चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिये कि कोई भी उपकरण खराब न रहे। खराब होने के साथ ही ई-उपकरण साईट पर दर्ज होना चाहिए तथा राज्य सरकार द्वारा निर्धारित दिवसों में ही उपकरण ठीक होना जरूरी है। जिले में 104 व 108 एम्बुलेंस 33 उपलब्ध है, जिनमें से 3 एम्बुलेंस खराब बताई गई। जिनमें 2 एम्बुलेंस आज ही खराब हुई है। जिला चिकित्सालय में लगभग 400 उपकरण उपलब्ध है। जिला चिकित्सालय की डायलेसिस मशीन को 30 अप्रेल 2017 तक कार्यशील करने के निर्देश दिये गये। 
जिला कलक्टर ने गर्मी के मौसम को देखते हुए चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि चिकित्सालयों में लू-ताप के रोगी बढ़ने की संभावना को देखते हुए अलग से वार्ड का निर्धारण किया जाये तथा दवाईयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रखें। चिकित्सा विभाग व स्थानीय निकाय मच्छरों के प्रकोप से बचाने के लिये छिडकाव इत्यादि व फांगिग समय-समय पर करते रहे। 

पेयजल के 6 नमूने अमानक

जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा जिले में विभिन्न स्थानों पर पेयजल के नमूने लिये गये, जिनमें से 6 नमूने अमानक पाये गये। अमानक नमूनों में 2 जनता जल योजना के तथा 4 पेयजल विभाग से संबंधित है। जिला कलक्टर ने जिन परियोजनाओं में पेयजल अमानक पाया गया है, वहां सुपरक्लोरिनेशन करने के बाद पुनः नमूने लेने के निर्देश दिये। जिला कलक्टर ने विभाग को निर्देशित किया कि नहरबंदी के दौरान पेयजल परियोजनाओं में उपलब्ध पानी की बचत करते हुए जलापूर्ति करे। विभाग इस बात का ध्यान रखें की कही भी पेयजल का दुरूपयोग न हों। 

विधालयों भवनों के उपर से जा रही विधुत लाईनें हटायी जायेगी

जिला कलक्टर ज्ञानाराम ने विधुत विभाग कों निर्देशित किया है कि जिन विधालयों के भवन या परिसर में से विधुत लाईनें जा रही है, उन्हें स्थानांतरित करने की कार्यवाही में तेजी लाये। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कुल 26 विधालयों के उपर से विधुत तारें जा रही थी, जिनमें से 22 विधालयों की विधुत लाईन स्थानांतरित कर दी गयी है तथा शेष 4 विधालयों के उपर से जा रही 11 केवी की लाईनों को भी जल्द हटाने की कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। 

ठोस कचरा डम्पिंग स्टेशन से हटेगी विधुत लाईन

जिला कलक्टर ज्ञानाराम ने विधुत विभाग को निर्देशित किया कि नगरपरिषद द्वारा ठोस कचरा प्रबंधन के लिये जो डम्पिंग पॉईन्ट निर्धारित किया है, उस स्थान के उपर से गुजर रही विधुत लाईन को भी राज्य सरकार के निर्देशानुसार एवं नियमानुसार कार्यवाही करें। 

बीएडीपी योजना में 10 किलोमीटर दूरी तक होंगे विकास कार्य

जिला कलक्टर  ज्ञानाराम ने बताया कि सीमांत क्षेत्रा विकास योजना के तहत मुख्य रूप से पेयजल परियोजनाओं, चिकित्सा संस्थानों तथा विधालयों के विकास के लिये प्लान तैयार किया गया है। भारत पाकिस्तान सीमा से 10 किलोमीटर की दूरी तक आने वाले गांव में निर्माण  व विकास के कार्य सम्पादित किये जायेंगे। संबंधित विभाग 10 किलोमीटर की दूरी में करवाये जाने वाले कार्य, शेष रह गये है, के प्रस्ताव तत्काल जिला प्रशासन को देवें, जिससे बीएडीपी की जयपुर में होने वाली आगामी बैठक में प्रस्तावों को शामिल करवाया जा सकें। 

1 मई से चलेगा भामाशाह पशु बीमा योजना कार्यक्रम

जिला कलक्टर  ज्ञानाराम ने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार आगामी 1 मई 2017 से प्रारम्भ होने वाले भामाशाह पशु बीमा योजना की कार्ययोजना तैयार कर लेवें। विभाग यह सुनिश्चित करें कि इस योजना की जानकारी गांव-गांव तक पशुपालकों के पास पहुंच जानी चाहिए। साथ ही पशुपालकों व किसानों को भामाशाह पशु बीमा योजना के लाभ की जानकारी दी जाये। 

शहर में झुंड के रूप में घुम रही भैंसों के मालिकों के विरूद्ध दर्ज होगी एफआईआर

जिला कलक्टर ज्ञानाराम ने कहा कि शहर में 15-20 भैंसों के कई झुण्ड घुमते है, जिससे आम राहगीरों को बड़ी परेशानी होती है, जिला कलक्टर ने गत दो दिवस पूर्व रात्रि के 12 बजे के आसपास इन भैंसों के झुण्ड को शहर की सड़कों पर घुमते हुए देखा तथा इस बात को गंभीरता से लिया। जिला कलक्टर ने नगरपरिषद आयुक्त को शहर में घूम रही भैंसों को पकड़कर भारी जुर्माना लगाने एवं स्वामी के विरूद्ध पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाने के निर्देश दिये है। 
बैठक में एडीएम शहर  वीरेन्द्र कुमार वर्मा, अतिरिकत मुख्य कार्यकारी अधिकारी  रचना भाटिया, नगरपरिषद आयुक्त सुनीता चौधरी, महिला बाल विकास विभाग की क्षेत्राय उपनिदेशक ऋषिबाला माली, कृषि विभाग के उपनिदेशक  सतीश कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Advertisement

Advertisement