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जांच अधिकारी आते हैं, जांच कर जाते हैं, लेकिन नशा बिके धड़ल्ले से
रायसिहनगर (संजय बिश्नोई) मेडिकल संचालकों का आजीविका कमाने का जरिया बन चूका नशा धड़ल्ले से चल रहा है बिना किसी तानाकसी किये चांदी कूट रहे हैं आजकल मेडिकल से तीन प्रकार की ट्राईसर टेबलेट्स जिसमें हाइड्रोक्लोराईड साल्ट की मात्रा अधिक होती है इसी प्रकार प्रोटोडांल टेबलेट्स रेक्सकॉफ सिरप और सैन्यूरी कैरिसूमो टेबलेट्स की खुली बिक्री चल रही है। जो मेडिकल अपना दादागिरी से बिना किसी खौफ के मनचाहे दामों पर बेचते हैं माह के हर दसवें दिन डी आई साब आते हैं जांचें होती है छोटे और नये कारोबारियों को धमका कर जेब खर्ची ले जाते हैं लेकिन नामी और जमे मेडिकलो से अपना ईनाम लेकर जाते हैं और प्रचार में अपनी छाये के दबदबे को प्रदर्शित करते हैं लेकिन न नशा होता है न मेडिकल क्योंकि जांच अधिकारी केवल अपनी जेब गर्म करने के सिवाय कुछ नहीं करते यह क्रम लगातार कई सालों से चल रहा है। शायद जांच अधिकारी के अलावा अन्य उच्च अधिकारी ड्रगस विभाग की सुध तक नही लेते होगें |
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