हनुमानगढ़। इण्डियन मेडिसिन बोर्ड राजस्थान के रजिस्ट्रार डॉ. रामावतार शर्मा ने कहा कि बोर्ड आयुर्वेद जगत के हित में अनेक सृजनात्मक कार्यो की पहल करने जा रहा है जिनमें कई योजनाओं की शासन से मंजूरी मिल चुकी है बोर्ड की योजना है कि प्रदेश में सुवियात आयुर्वेद यूनानी योग प्राकृतिक चिकित्सकों में से चयन कर प्रतिवर्ष एक समान समारोह वार्षिक उत्सव आयोजित किया जावेगा जिससे ऐसे गुणीजनों के जीवन के अनुभव व शोध कार्यो का समाज को लाभ मिल सके इसके अलावा चिकित्सकों के रोगीयों पर उपचार के समय अपने विशेष अनुभव व प्रयोगों से कई बार चमत्कारी लाभ होते है। इसकी जानकारी अन्य चिकित्सकों व जनसाधारण को मिल सके । इसके लिए स्वास्थ्य संपूरक बोर्ड मासिक पत्रिका का प्रकाशन करने की भी योजना है इसमें सपादक मण्डल छपने वाली रचनाओं में ध्यान रखेगें कि विद्यार्थी वर्ग महिलाओं इत्यादि को लाभ मिल सके । चिकित्सकों के पंजिकरण के साथ दिये जाने वाले परिचय पत्र को भी आकर्षक रूप दिया जा रहा हैं । गांधी इन्स्टीयूट ऑफ नैयूरोपेथी यौगिक एण्ड आयुर्वेदिक संस्थान हनुमानगढ़ के सौजन्य से राजकीय प्राकृतिक चिकित्सालय में को इण्डियन मेडिसीन बोर्ड राजस्थान की समीक्षा बैठक में बड़ी संया में निजी व विभागीय आयुर्वेद प्राकृतिक व योग चिकित्सकों ने भाग लिया । मौके पर ही बोर्ड की पंजियन सूचि को सार्वजनिक रूप में प्रस्तुत कर अपडेट किया और मृत चिकित्सकों के नाम पंचनामा कर सूचि से हटाये गये। लगभग 15 चिकित्सकों के पंजिकरण नवीनीकरण केफार्म दिये गये । रजिस्ट्रार बोर्ड जिले के द्वारा पांच निजी व विभागीय चिकित्सालयों का निरीक्षण किया गया। डॉ. शिवकुमार शर्मा ने योग प्राकृतिक चिकित्सा को इण्डियन मेडिसीन एक्ट 1953 के संशोधन विधेयक 2015 द्वारा योग प्राकृतिक को जोडऩे के लिए सरकार का आभार जताया तथा बकाया प्रकरण डिप्लोमा धारीयों का भी शीघ्र पंजिकरण करने का आग्रह किया । इस अवसर पर डॉ. श्रीराम तिवाड़ी सहायक निदेशक आयुर्वेद ने वर्तमान परिपेक्ष में आयुर्वेद की उपयोगिता पर वैज्ञानिक विश्लेषण किया । योगाचार्या तरूणा ने योग की उपयोगिता पर वैज्ञानिक पक्ष रखा । डॉ. पृथ्वीराज ने आहार परिवर्तन से मधुमेह जैसी बिमारियों से बचा जा सकता है इस पर अपने विचार रखे । डॉ. शिवकुमार शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया तथा ब्रोशर भेंट किया । इस अवसर पर डॉ. रविन्द्र कुमार शर्मा जिला आयुर्वेद अधिकारी, डॉ0 जयदेव इन्दोरिया पूर्व उपनिदेशक आयुर्वेद डॉ0 राजेन्द्र कुमार शर्मा, डॉ. शिवकुमार शर्मा सदस्य राजस्थान योग प्राकृतिक चिकित्सा सलाहकार बोर्ड, डॉ. बृजमोहन बेनीवाल अस्थि रोग विशेषज्ञ मौजूद रहे । डॉ. रामावतार शर्मा ने चिकित्सकों की समस्याओं पर जानकारी देते हुए उनकी न्यायोचित समस्याओं को सरकार के समुख रखने का आश्वासन दिया । अंत में वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. राजेन्द्र कुमार ने आभार जताया ।
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