फाइल फोटो |
राष्ट्रीय खबर/बिजनस । भारत और अमेरिका के बिच सम्बन्ध हमेशा अच्छे ही रहे हैं तो वहीं देश में नरेंद्र मोदी के पीएम बनने के बाद धुंआधार विदेशी यात्राओ ने देश को कुछ मजबूती भी परदान की हैं । वहीं मीडिया में आई सुर्खियों में वित्त मंत्री अरूण जेटली ने आज कहा कि अमेरिका और भारत के संबंधों में पिछले दशकों में काफी सुधार हुआ है और दोनों देशों में सरकारें बदलने के बावजूद संबंध और मजबूत और परिवक्व हुए हैं । अमेरिका में भारतीय राजदूत नवतेज सरना की मेजबानी में आयोजित स्वागत समारोह में जेटली ने कहा कि भारत सरकार द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न आयामों को मजबूत करने के लिए ट्रंप प्रशासन के साथ मिलकर काम करने की इच्छुक है ।
द्विपक्षीय संबंधों को दोनों देशों में द्विदलीय समर्थन प्राप्त होने की बात कहते हुए जेटली ने कहा, ‘एक तरह से यह द्विदलीय संबंध है ।
जेटली ने कहा, ‘अमेरिका और भारत के संबंध में पिछले कुछ दशकों में अहम सुधार आया है। यह पहले से कहीं मजबूत और परिपक्व हुआ है, फिर चाहे दोनों देशों में सरकार कोई भी आई हो ।
हाल ही में खत्म की वीजा प्रणाली पर हुई चर्चा
अमेरिकी वाणिज्य मंत्री के साथ मुलाकात में जेटली ने ट्रंप प्रशासन के एच-1बी वीजा प्रणाली को कड़ा बनाने के कदम पर भारत की चिंता व्यक्त की ।उन्होंने भारतीय पेशेवरों द्वारा अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में निभाए जाने वाली अहम भूमिका को रेखांकित किया और उम्मीद जताई कि अमेरिकी प्रशासन कोई भी फैसला लेते हुए इस पहलू पर गौर करेगा ।
ट्रंप ने किये थे नये नियमो पर अनुशंसा
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस सप्ताह एच-1बी वीजा कार्यक्रम से जुड़े नियमों को कड़ा बनाने के लिए एक शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर किए थे ताकि इस कार्यक्रम के दुरूपयोग को रोका जा सके और यह सुनिश्चित किया जा सके कि ये वीजा ‘बेहद कुशल और उच्चतम वेतन प्राप्त’ अनुरोधकर्ताओं को ही दिए जा रहे हैं ।
वहीं भारत और अमेरिका के बीच सम्बन्धो को लेकर आई इस खबर से थोड़ी राहत तो भारत को भी होगी तो वहीं वीजा प्रक्रिया में किये बदलाव में भारत के नागरिको को कितना महत्व दिया जाता हैं वो समय ही बता पायेगा । लेकिन अभी सम्बन्धो में चल रही मधुरता से हर कोई परिचित ही होगा ।
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