अंतरराष्ट्रीय खबर । भारत-पाकिस्तान में हमेशा जम्मू-कश्मीर के हिस्से को लेकर जंग रहती हैं वहीं दोनों देश अपने हिस्से को छोड़ना नहीं चाहते हैं काफी बार हालत खराब हो जाते हैं तो वहीं पाक की तरफ से आये दिन सीजफायर का उल्घन किया जाता रहा हैं । वहीं मीडिया में आई खबरों की माने तो पाकिस्तान के वित्त मंत्री मोहम्मद इशाक डार ने कश्मीर मुद्दे को दक्षिण एशिया में शांति के लिए मुख्य बाधा बताते हुए आज कहा कि यह वैश्विक समुदाय की जिम्मेदारी है कि वह इस क्षेत्र के ज्वलंत मुद्दों पर काम करे ।
डार ने शीर्ष अमेरिकी थिंक टैंक हेरिटेज फाउंडेशन में पाकिस्तानी अमेरिकी, अधिकारियों और राजनयिकों से कहा, मुझे लगता है कि क्षेत्रीय शांति के लिए इस क्षेत्र के ज्वलंत मुद्दे पर काम करने की जिम्मेदारी वैश्विक समुदाय की है । मैं विस्तार में नहीं जाऊंगा लेकिन आप में से हर कोई यह जानता है कि बीते कुछ महीनों में क्या हुआ है ।
पाकिस्तानी वित्त मंत्री ने इस क्षेत्र में विश्व की आधी आबादी का जिक्र करते हुए कहा कि कश्मीर मुद्दा इस क्षेत्र में शांति की राह में मुख्य बाधा है । डार ने कहा कि पाकिस्तान ने 2030 तक जी-20 का सदस्य बनने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है । अफगानिस्तान पर बात करते हुए डार ने खेद जताया कि कुछ देश युद्धग्रस्त देश में शांति प्रक्रिया पर पाकिस्तान की मंशा पर सवाल खड़े कर रहे हैं ।पाकिस्तान अब भी अफगान युद्ध के बाद की त्रासदी से जूझ रहा है ।उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के परमाणु हथियार क्षेत्रीय शांति के लिए जरूरी हैं ।
जाधव के नहीं मिलेगी फांसी से छुट
वहीं पाकिस्तानी वित्त मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को राजनयिक पहुंच नहीं देगा । जाधव को जासूसी के दोष में पाकिस्तान की एक अदालत ने मौत की सजा दी है ।जाधव के मामले में जो भी हुआ है वह पाकिस्तान के कानून और संविधान के तहत ही हुआ है ।
इस प्रकार के मामले पाकिस्तान हमेशा उलझाता ही रहा हैं वहीं भारत को हमेशा गलत ठहराने में ही रहा हैं । अभी भी वो ही हुआ पाक जहाँ भी पहुंचा हैं कश्मीर मुद्दे पर हमेशा ही बोला हैं लेकिन अगर इतिहास देखा जाए तो पाक ने हमेशा ही शांति व्यवस्था को नुक्सान पहुँचाने का प्रयास किया हैं ।
0 टिप्पणियाँ
इस खबर को लेकर अपनी क्या प्रतिक्रिया हैं खुल कर लिखे ताकि पाठको को कुछ संदेश जाए । कृपया अपने शब्दों की गरिमा भी बनाये रखे ।
कमेंट करे