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कुख्यात माफिया डॉन अतीक अहमद के बुरे दिन शुरू, अतीक को धरती सुंघाने पर आमादा योगी सरकार

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आचार्य संदीपन 
नई दिल्ली/क्राइम न्यूज़ । यूपी के गुंडे से नेता और फिर नेतागिरी के साथ गुण्डई करने वाले माफिया डॉन अतीक अहमद के सितारे इन दिनों ठीक नही चल रहे हैं, इसका अंदाजा आप योगी सरकार की इन लाइनों से लगा सकते हैं जो उसने कोर्ट में कही!

 'गलतियाँ इंसानों से होती है, पश्चाताप करना भी मानवीय है लेकिन गलतियों का जारी रहना शैतानी कृत्य है' योगी सरकार ने यह शब्द पिछले महीने राजू पाल हत्याकांड मामले को लेकर इलाहाबाद उच्च न्यायालय में हो रही सुनवाई के दौरान अतीक अहमद को लेकर कहे हैं।

गौरतलब है कि बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल की 2005 में हुई हत्या के मामले में यूपी के माफिया डॉन और समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद अतीक अहमद अभियोजन का सामना कर रहे है। सरकार द्वारा इस मामले में पूजा पाल को दिया जा रहा समर्थन एक चौका देने वाली घटना है। जिसके बाद न्यायालय ने इस बहुचर्चित मामले में अतीक अहमद को 12 साल पहले दी गई जमानतको रद्द कर दिया है । राजू पाल मामले में पूर्व विधायक पूजा पाल ने अतीक अहमद की जमानत निरस्त करने को लेकर अर्जी दाखिल की थी राजू पाल हत्याकांड में सरकार का यह रुख नहीं रहा है बल्कि अन्य कई मामलों में भी सरकार ने इस कुख्यात माफिया डॉन के खिलाफ नए मोर्चे खोल दिए हैं ।


राजू पाल हत्याकांड की कहानी


 इलाहाबाद की पश्चिमी सीट से बीएसपी के विधायक रहे राजू पाल की हत्या 25 जनवरी 2005 को इलाहाबाद के धूमनगंज इलाके में दिनदहाड़े की गई थी। हत्या से महज नौ दिन पहले 16 जनवरी को विधायक राजू पाल ने पूजा पाल से शादी की थी। इस चर्चित मर्डर केस ने यूपी की सियासत में कोहराम मचा दिया था। इसी सीट से पूजा पाल बसपा के टिकट पर दो बार चुनाव जीत चुकी है। गौरतलब है कि योगी सरकार ने न्यायालय में कहा था कि 75 से ज्यादा आपराधिक मामलों में शामिल और 138 सदस्यों वाले गैंग को चलाने वाले अतीक अहमद की जमानत तत्काल रद्द कर देनी चाहिए।

कहाँ कहाँ से घेराबंदीसियासी हलकों में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि योगी सरकार पूजा पाल की मदद करके अतीक अहमद की राजनीति को पूरी तरह से ख़त्म करना चाहती है कि महत्वपूर्ण है कि सत्ता में आते ही सरकार ने अतीक अहमद का स्थानान्तरण इलाहाबाद की नैनी जेल से देवरिया कर दिया था । योगी सरकार ने अरसे से बंद पड़ी अतीक अहमद के गैंग आईएस 227 को खोलने का फैसला किया है।

इलाहाबाद पुलिस को आदेश दिया गया है कि अतीक के गैंग के सदस्यों की सूची फिर से तैयार कर उनके खिलाफ सख्त कारवाई की जाए। गौरतलब है कि अतीक अहमद और उनके गैंग पर समाजवादी पार्टी की सरकार में धमकी, वसूली के कारोबार में शामिल होने के आरोप लगते रहे हैं। एसएसपी इलाहाबाद शलभ माथुर ने कहा है कि गंभीर अपराध करने वाले कई सदस्यों के नाम गैंग की सूची में शामिल होने से रह गए हैं अब उनके नाम भी शामिल किये जा रहे हैं। गौरतलब है कि अतीक इंटर स्टेट (आईएस)-227 इंटर के मुखिया हैं।

राजू पाल हत्याकांड बना अतीक के गले की फांस, मुश्किल है अतीक का बचना!


बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मामले में राज्य सरकार द्वारा पूजा पाल के पक्ष में ज्यादा मजबूती से खड़ा होने की वजह से अतीक अहमद की मुश्किलें और भी बढ़ सकती है। पूजा पाल का कहना है कि घटना के 12 साल बीतने के बावजूद अतीक अहमद के रसूख की वजह से अब तक ढंग से चार्जशीट भी दाखिल नहीं की गई है।


गौरतलब है कि 2016 में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए गए थे। यह जांच 6 महीने में पूरी की जानी थी लेकिन 18 महीने बीत जाने के बावजूद इस मामले की जांच पूरी नहीं हो पाई। पूजा पाल का आरोप है कि इस मामले में जो भी गवाह थे उन्हें सीबीआई के सामने प्रस्तुत न होने के लिए लगातार डराया धमकाया गया ,यहाँ तक कि उनको अपहत भी किया गया यहाँ तक कि मुझे भी लगातार धमकियाँ दी जा रही हैं ।

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