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Exclusive Report - कार्यकर्ताओं की खिल्ली उड़ाई,पायलट के तेवर देख कर निरुत्साहित हुए कार्यकर्ता


गजसिंहपुर (सुरेंद्र गौड़) कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट का दौरा जहां भीड़ जुटाकर भाजपा सरकार से लोगों का होता मोहभंग प्रदर्शित कर गया वहीं कांग्रेसी कार्यकर्ता प्रदेशाध्यक्ष के तेवर देख कर मायूस से हो गए । 


हालांकि सचिन पायलट इस क्षेत्र के दौरे पर आए लेकिन वह न तो कांग्रेसी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का ही दिल जीत पाए और ना ही जनता को कोई अच्छा संकेत देकर गए।  सचिन पायलट को देखने के लिए जगह-जगह पर भारी भीड़ जुटी लेकिन सचिन ने न केवल भीड़ को अनदेखा किया बल्कि उन्होंने अपने पदाधिकारियों व निष्ठावान कार्यकर्ताओं की मालाएं भी बड़े  ही अजीबोगरीब ढंग से पकड़ी और बिना पहने ही एक तरफ फेंकते गए।  उनके यह गर्म तेवर देख कर हर कांग्रेसी कार्यकर्ता मायूसी से भर उठा । 



यहां इस क्षेत्र में पायलट के आने की खुशी का माहौल था वही हर जगह  से गुजरने के उपरांत लोग पायलट के व्यवहार और रवैये से भिन्न से नजर आए । 


लोगों का मानना था कि पायलट संभवतय अभी से स्वयं को मुख्यमंत्री समझ बैठे हैं । और उनकी नजर आम जनता से अभी से हट चुकी है । 


रावला घड़साना अनूपगढ़ रायसिंहनगर गजसिंहपुर सहित क्षेत्र के हर और  पायलट का रवैया चर्चा का कारण बना हुआ है । 


गौरतलब है कि प्रदेश अध्यक्ष के आगमन के समाचार के बाद विधानसभाओं में कांग्रेस की टिकट पर कमर कस चुके लोगों ने जगह-जगह शक्ति प्रदर्शन किया लेकिन सचिन पायलट न तो इनसे दिल से मिले और ना ही पार्टी की रीति-नीति और स्थिति के बारे में खुलकर चर्चा की । 


लोगों में चर्चा है कि राजस्थान की जनता भाजपा से ऊब चुकी है लेकिन विकल्प के रूप में देखी जा रही कांग्रेस के एक पदाधिकारी का दौरा कोई अच्छा संदेश देकर नहीं गया । 


सचिन पायलट को देखने के लिए जगह जगह पर भारी भीड़ जुटी लेकिन सचिन ने सभी को अनदेखा किया । गजसिंहपुर में भी उनका रवैया कुछ ऐसा ही रहा सुबह से इंतजार कर रही भीड़ शाम को मायूस होकर लौटी  क्योंकि सचिन पायलट जैसे आये  वैसे ही चले गए। वे रुके तो केवल बाबू जगजीवन राम की प्रतिमा पर माला अर्पित करने । 


उन्होंने वहां मालाएं अर्पित की और सुबह से उनके इंतजार में बैठे लोगों को अनदेखा कर के चलते बने । उनके इस व्यवहार से इस क्षेत्र के हर एक कार्यकर्ता को दुख हुआ उनके मुंह से अन्यास ही एक बात निकली कि हमें ऐसा मुख्यमंत्री नहीं चाहिए।

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